Book Title: Bikhre Moti
Author(s): Padmasagarsuri
Publisher: Ashtmangal Foundation

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Page 83
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ___ "किसी के उत्साह को तोड़ने के बजाय उसे दुगुना कीजिये। किसी को दी गई, आर्थिक सहायता शायद खत्म हो जाय, पर जिंदगी के सफर में, हिम्मत भरा सहारा देकर, हौसला बढ़ाने का अहसास हमेशा के लिये थकहारे कदमों में गति का संचार करता रहेगा। ऐसा सहयोग चिर स्मरणीय एवं अनुकरणीय बनेगा।" "दुनिया में दोनों हैं। अच्छा और बुरा, गुण और दोष, बाहर की निगाहों से देखने वाले अक्सर दोष देखते हैं। वे हमेशा अच्छा देखते हैं। ज्यादा अच्छा देखते है, जो मन की आँखों से देखते हैं।" "मन की आँखे खोल, मनवा मन की ऑखे खोल।" जमाने भर का अंधेरा, दनिया भर का तिमिरि, एक छोटी सी ज्योतिर्मय मोमबत्ती की रोशनी को झुठला नहीं सकता, या वुझा नहीं सकता, कभी आफतें एक दो नहीं, पर सिलसिलेबंद हकीकत बन घेर लेती हैं। उस वक्त भी परमात्मा के प्रति श्रद्धा का जो नन्हा-सा दीप भीतर में जल रहा हैं, उसे जलाये रखना, श्रद्धा के दिये में जलती नन्ही प्रेम की बाती बड़ी से बड़ी जटिल समस्याओं को सुलझाने की क्षमता रखती है। विश्वास का दीप बुझने मत देना। 74 For Private And Personal Use Only

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