Book Title: Bhikkhu Jash Rasayan
Author(s): Jayacharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 9
________________ २०२ २०४ २०५ २०५ २०५ २०५ २०६ २०६ २०७-२०८ २०९ २०९ अनशन की हलचल और वैराग्य मय वातावरण अवधि-ज्ञान का आभास संस्तुति-गान स्थित मुद्रा में महाप्रयाण सात प्रहर का अनशन इधर विमान की तैयारी पूर्ण उधर महाप्रयाण तेरहखंडी विमान की संरचना चरम कल्याणक महोत्सव महामानव तैयालीस वर्षों के चातुर्मास का विहार-विवरण साढा अड़तीस हजार पद्य-परिमाण साहित्य की संरचना भक्ति के अनमोल बोल प्रशस्ति पद ग्रन्थ रचना का आन्तरिक आह्लाद भिक्खु जश रसायण के रचना-स्रोत अनजाने प्रमाद का मिथ्या दुष्कृतम् लघु भिक्खु जश रसायण भिक्खु-चरित-मुनि हेमराज कृत भिक्खु-चरित-मुनि वेणीराम कृत परिशिष्ट १ नामानुक्रम २ पारिभाषिक शब्द ३ सूक्तियां/लोकोक्तियां ४ प्रयुक्त धुनें (देसियां) २१२ २१२ २१२ २१२ २१२ । P २४३ २७५ ३०५ ३०७-३१५ १६-३२२ ३२३-३२५ २६-३२९ (viii)

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