________________
अभिव्यक्ति विफलतासे शून्य सफलता है भी कहाँ ? विद्युत्की पूर्ण अभिव्यक्तिमें बल्ब सफल नहीं होता पर प्रकाशकी व्यंजनामें जो क्षमता उसे प्राप्त है, वह उसकी विफलता नहीं है। यदि बल्ब नहीं होता तो विद्युत्-शक्ति ही रहती, प्रकाश-रूपमें अभिव्यक्ति नहीं पाती। शक्तिका स्वयंमें मूल्य है। व्यवहार-जगत्में मूल्य अभिव्यक्तिका
भाव और अनुभाव
१११
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org