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मुनि नथमल जन्म : वि० सं० १९७७ आषाढ कृष्णा
१३, टमकौर, राजस्थान दीक्षा : वि० सं० १९८७ माघ शुक्ला
१०, सरदार शहर, राजस्थान। आचार्य श्री तुलसीके सतत सान्निध्य में रहकर संस्कृत, प्राकृत और हिन्दीका अध्ययन । संस्कृतके प्रतिभासम्पन्न आशु कवि । मुकुलम्, अश्रुवीणा, सम्बोधि आदि अनेक संस्कृत ग्रन्थों एवं विभिन्न विषयोंके लगभग पचास हिन्दी ग्रन्थोंके रचयिता। हिन्दी ग्रन्थोंमें उल्लेखनीय हैं : जैन दर्शनके मौलिक तत्त्व, अहिंसा तत्त्व दर्शन, अनुभव चिन्तन मनन, फूल और अंगारे आदि। आचार्य श्रीकी देख-रेखमें चल रहे आगम शोध कार्यके भी आप ही प्रधान निर्देशक और सम्पादक हैं। अभी-अभी आपने दशवकालिक, उत्तराध्ययन, स्थानांग, समवायांग आदि सूत्रोंका विवेचन और सम्पादन किया है। lainelibrary.org