Book Title: Bhagavana Mahavira ki Suktiya
Author(s): Rajendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay
View full book text
________________
दुर्लभांग
उत्तम धम्म सुई हु दुल्लहा
६६६ सुई धम्मस्स दुल्लहा
६७०
सदहणा पुणरावि दुल्लहा
६७१ सद्धा परम दुल्लहा
९७२ णो सुलभ वोहिं च पाहिय
६७३ सबोही खलु दुल्लहा
६७४ दुल्लहया कारण फासया
९७५ दुल्लहायो तहच्चामो
६७६ आयरिअत्त पुणरावि दुल्लहं

Page Navigation
1 ... 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355