Book Title: Avashyak Sutram Part 01
Author(s): Punyakiritivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
View full book text
________________ आवश्यक नियतति श्रीआवश्यक नियुक्तिभाष्यश्रीहारि० वृत्तियुतम् भाग-१ षयानुक्रमः // 3 // 59 0.1.37 क्रम: विषयः भाष्यः नियुक्तिः पृष्ठः | क्रमः विषयः भाष्य: नियुक्तिः पृष्ठ: शेषयोस्त्रिधा। 0.1.45 वासुदेवचक्रितीर्थ०.१.३५ क्षेत्रद्रव्यपर्यायकाले त्रयस्त्रिं करबलानि / 71-75 शत्सागरान्तर्मुहूर्त सप्ताष्टसमय चारित्रवतां नरक्षेत्रविषयं षट्षष्टिसागराणि / - 57-58 मन:पर्यायम् / द्रव्यादिषु वृद्धिहानी। - 0.1.47 केवलज्ञानस्वरूपम्। - स्पर्धकाः, अनुगामि (3) 0.1.48 प्रज्ञापनीयदेशना, प्रतिपात्यादयः (3) / - 60-61 वाग्योगश्च सा। 0.1.38 बाह्ये उत्पादप्रतिपातौ नान्तरे 0.1.49 स्वान्यानुयोगित्वाच्छ्रुतेनासमयेन। 62-63 धिकारः। असङ्गचेयाश्चत्वारश्च पर्यायाः // उपक्रमादिः // - 80-139 91-183 परापरावध्योः / आवश्यकनिक्षेपाः अगीतासंविग्न०.१.४० नानुत्तरे विभङ्गः। - दृष्टान्तः, आवश्यकैकार्थिकानि 10, बाह्याभ्यन्तरावधिमन्तः। - अर्थाधिकारः, सभेदा उपक्रम (ब्राह्मण्यादिसम्बद्धाऽसंबद्धाववधी। - दृष्टान्ताः) निक्षेपानुगमाः, उपोद्घातनिर्युक्ती मङ्गलं 0.1.43 गत्याद्यतिदेश: प्रतिज्ञा च (तीर्थस्वरूपम्)।- 80-83 91-108 ऋद्धिकथनप्रतिज्ञा च / - 0.2.2 आवश्यकादि (10) आमर्षाध्याद्याः (16) शास्त्रनियुक्तिप्रतिज्ञा। - 84-86 109 लब्धयः / - 69-70 84 0.2.3 सामायिकनियुक्तिप्रतिज्ञा 79 0.2 0.2.1

Page Navigation
1 ... 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 ... 498