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सन्मति वाणी - मुनि श्री तरुणसागर विशेषांक का विमोचन
इन्दौर | महावीर ट्रस्ट
(म.प्र.) के मुखपत्र 'सन्मति वाणी
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• मुनि श्री तरूणसागर विशेषांक'
का विमोचन हुआ। स्थानीय
दशहरा मैदान की महती धर्मसभा में विशेषांक की प्रतियाँ, मुनिश्री सहित समस्त अतिथियों को सर्वश्री देवकुमारसिंह कासलीवाल, कैलाशचन्द चौधरी, जयसेन जैन (सम्पादक), प्रदीनकुमार सिंह कासलीवाल व डॉ. अनुपम जैन ने भेंट की ।
विशेषांक में 'क्रोध को
कैसे जीतें?' विषय पर मुनि
श्री तरूणसागरजी द्वारा जामा मस्जिद के समक्ष भोपाल में दिये गये सम्पूर्ण प्रवचन सहित मुनिश्री व पुष्पगिरि के सचित्र परिचय व अन्य पठनीय सामग्री संकलित / प्रकाशित की गई है।
̈ जयसेन जैन, सम्पादक
क्रांतिकारा स ਸ਼ਾਹੀ
इस पंचांग को सम्पादक ब्र. अनिलजी ने बड़ी मेहनत से तैयार किया है। अब इसका नियमित प्रकाशन हर वर्ष होता रहेगा जो नवम्बर माह में उपलब्ध होगा। जिन संस्थाओं या व्यक्तियों को इसकी जरूरत हो वे रु. 20/- प्रति नग के हिसाब से राशि उदासीन आश्रम को भेजकर वर्ष 2004 के पंचांग की प्रति सुरक्षित करवा सकते
अपनी
हैं।
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तीर्थंकर वर्धमान जैन पंचांग
दिगम्बर जैन उदासीन आश्रम ट्रस्ट ने एक अभिनव प्रयास द्वारा एक ऐसा पंचांग प्रकाशित किया है जिसका अभाव लम्बे अरसे से महसूस किया जा रहा था। एक ऐसा संकलन जो दैनिक काम में आये, ऐसी जानकारियाँ जो जैन जन के दैनिक जीवन में आवश्यक है, वे छोटी-छोटी लेकिन अत्यावश्यक जानकारियाँ जिनके लिये हमें अनेक ग्रंथों की छानबीन करनी पड़ती है या पंडितजी के पास बार बार चक्कर लगाना पड़ते हैं आदि इसमें उपलब्ध हैं। इसके प्रथम संस्करण (वर्ष 2003 ) की प्रति सर्वत्र उपलब्ध है।
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'अहिंसा पुरस्कार' श्री बालासाहेब जाधव को समर्पित
अहिंसा - प्रसारक ट्रस्ट, मुम्बई द्वारा प्रवर्तित प्रतिष्ठित 'अहिंसा पुरस्कार' इस वर्ष पद्मश्री प्रतापसिंह जाधव उर्फ बाला साहेब जाधव कोल्हापुर वालों को दिनांक 14 अप्रैल 2003 को पूज्य आचार्यश्री विद्यानन्दजी मुनिराज की पावन सन्निधि में आयोजित भव्य समारोह में परेड ग्राउण्ड के 'आचार्य कुन्दकुन्द सभा मण्डप' में समर्पित किया गया ।
■ डॉ. सुदीप जैन
अर्हत् वचन, 15 (3), 2003
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■ अरविन्दकुमार जैन, प्रबन्धक दि. जैन उदासीन आश्रम 584, महात्मा गांधी मार्ग, इन्दौर
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