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नेमनाथ जैन
संरक्षक-अ. भा. श्वे. जैन महासंघ
अध्यक्ष- अ. भा. श्वे. स्था. जैन कान्फ्रेंस (म. प्र. प्रांतीय शाखा)
जैन पांडुलिपियों के संरक्षण में सहभागी बने
भगवान महावीर 2600वाँ जन्म जयन्ती महोत्सव कार्यक्रमों की श्रंखला में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ने राष्ट्रीय अभिलेखागार - दिल्ली के नेतृत्व में सम्पूर्ण देश में विकीर्ण जैन पाण्डुलिपियों के सूचीकरण की महत्वाकांक्षी योजना कियान्वित की है। सम्पूर्ण देश को 5 भागों में विभाजित कर प्रत्येक क्षेत्र की जैन पाण्डुलिपियों की जानकारी शासन द्वारा स्वीकृत प्रारूप में तैयार कर उनका e-Catalogue कम्प्यूटर पर तैयार किया जा रहा हैं मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र प्रान्त में इस कार्य को सम्पादित करने हेतु देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा मान्य शोध केन्द्र कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर का चयन नोडल एजेन्सी के रूप में किया गया है । कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर ने जैन समाज के सभी सम्प्रदायों/वर्गो/ विचारधाराओं के नियन्त्रण में उपलब्ध पाण्डुलिपियों के सूचीकरण का कार्य निर्धारित प्रारूप में 1 मार्च 2003 से प्रारम्भ कर दिया है अतः समस्त स्थानकों/उपाश्रयों एवं हस्तप्रत भंडारों के प्रबन्धकों से अनुरोध है कि वे कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ को पूर्ण सहयोग प्रदान करने का कष्ट करे । जिससे मध्यपदेश एवं महाराष्ट्र अंचल में उपलब्ध जैन पाण्डुलिपियों के सूचीकरण के कार्य को यथाशीघ्र पूर्ण कर महत्वपूर्ण पाण्डुलिपियों की माइकोफिल्मिंग, स्केलिंग, संरक्षण, अनुवाद आदि का पथ प्रशस्त किया जा सके।
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विशेष अपील
पांडुलिपियों का सूचीकरण पूर्ण होने पर निर्देशिका की एक प्रति सी. डी. रूप में अथवा प्रिंट कॉपी के रूप में आपको भेज दी जावेगी।
(नेमनाथ जैन )
ज्ञातव्य है कि कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ 1993 से इस क्षेत्र में कार्यरत है। यह संस्था डॉ. अनुपम जैन के मार्गदर्शन में साधु-साध्वियों के अध्ययन की सभी सुविधायें उपलब्ध कराती है। इसका कार्य प्रशंसनीय है।
ऑफिस
दूरभाष
फैक्स
निवास
दूरभाष
अर्हत् वचन, 15 (3), 2003
प्रेस्टीज
30 जावरा कम्पाउण्ड, एम. वाय. एच. रोड, इन्दौर - 452001 (म.प्र.) : (0731) 5043007/08, (पीबीएक्स) 2704800, 5041111 : (0731) 2704485/5082079 ई-मेल: prestigindiancharnet.in खजान सीता' 17 बी/3, ओल्ड पलासिया, इन्दौर-452001 (0731) 2561346, 2863870, फैक्स: (0731) 2561348
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