Book Title: Aradhana Ganga
Author(s): Ajaysagar
Publisher: Sha Hukmichandji Medhaji Khimvesara Chennai

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Page 11
________________ स्थापना सूत्र नवकार महामंत्र नमो अरिहंताणं नमो सिद्धाणं नमो आयरियाणं नमो उवज्झायाणं नमो लोए सव्व-साहूणं एसो पंच-नमुक्कारो, सव्व-पाव-प्पणासणो; मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवइ मंगलं. पंचिंदिय सूत्र पंचिंदिय-संवरणो, तह नव-विह-बंभचेर-गुत्तिधरो चउविह-कसाय-मुक्को, इअ अट्ठारस-गुणेहिं संजुत्तो १ पंच-महव्वय-जुत्तो, पंच-विहायार-पालण-समत्थो पंच-समिओ तिगुत्तो, छत्तीस-गुणो गुरू मज्झ २ 699069069 • प्रभु दर्शन के समय बोलने की स्तुतियाँ . प्रभु दरिशन सुख संपदा, प्रभु दरिशन नव-निध. प्रभु दरिशनथी पामीए, सकल पदारथ सिद्ध. भावे जिनवर पूजीए, भावे दीजे दान. भावे भावना भावीए, भावे केवल-ज्ञान. जीवडा! जिनवर पूजीए, पूजानां फल होय. राजा नमे प्रजा नमे, आण न लोपे कोय. फूलडां केरा बागमां, बेठा श्री जिनराय. जेम तारामां चन्द्रमा, तेम शोभे महाराय. धन सम्हाले वह मंसारी, मन संभाले वह संयमी.

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