Book Title: Apaschim Tirthankar Mahavira Part 02
Author(s): Akhil Bharat Varshiya Sadhumargi Jain Sangh Bikaner
Publisher: Akhil Bharat Varshiya Sadhumargi Jain Sangh

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Page 228
________________ 270 : अपश्चिम तीर्थंकर महावीर, भाग-द्वितीय 1975, पृ. 461 23. तीर्थकरो का सर्वोदय मार्ग, लेखक डॉ. ज्योति प्रसाद जैन, प्र. सं. सन् 1974, प्रका. लाला प्रेमचंद जैन, दरियागंज, दिल्ली, पृ. 281 24. क प्रश्न व्याकरण, अभयदेव सूरि, आगमोदय समिति, बम्बई, सन् 1919, पत्रांक 51 ख. भगवान् महावीर का दिव्य संदेश (प्रथम भाग ) श्री जैनोदय पुस्तक प्रकाशक समिति, रतलाम, तृ.सं. सन् 1931, पृ. 10-111 25. क प्रश्न व्याकरण, अभयदेववृत्ति, पत्रांक 14-231 ख. सन्मति महावीर, सुरेश मुनि, प्रका. सम्मति ज्ञान पीठ, आगरा, द्वि.सं. 1966, पृ. 73-751 ग. भगवान् महावीर के पॉच सिद्धान्त, श्री ज्ञान मुनि, प्रका. आ. आत्माराम जैन प्रकाशनालय, लुधियाना, प्र. सं. वि.सं. 2015, पृ. 32-331 घ. आचारांग चूर्णि, जिनदास गणि, श्री ऋषभदेव केशरीमल जैन श्वेताम्बर संस्था रतलाम, 1941, पत्रांक 7-401 आचारांग सूत्र, श्री शीलांकाचार्य वृत्ति, प्रथम श्रुत स्कन्ध, प्रका. हर्ष पुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला, गुजरात, सन् 1978, पत्रांक 53-541 26. क. ख. जीवाजीवाभिगम, मलयगिरि, वही, पत्रांक 106-91 ग. प्रज्ञापना, मलयगिरि, पूर्वार्द्ध, वही, पत्रांक 79-831 घ. श्री भगवतीसूत्र, द्वितीय भाग, आ. अभयदेवसूरि, 13, 4, 604-51 27. सूत्रकृतांग, आ. शीलांक, आगमोदय समिति, सूरत, सन् 1917 पत्रांक 121-411 28. क. भगवान् महावीर और विश्व शांति, श्री ज्ञान मुनि, प्रका, आत्माराम जैन प्रकाशनालय, लुधियाना, चतु. सं., वि.सं. 2017, पृ. 34-351 ख. महावीर निर्वाण और दीवाली, श्री फकीरचंद जी महाराज, प्रका. श्री मूल जी गाडालाल मेहता, कलकत्ता, प्र. सं. 1984, पृ. 4-51 भगवान् महावीर की अहिंसा और महात्मा गांधी, लेखक - पृथ्वीराज जैन, प्रका. श्री आत्मानंद जैन टेक्स्ट सोसायटी, अम्बाला, वि.सं. 2006, पृ. 2-31 तीर्थंकर महावीर, प्रो. महेन्द्र कुमार जैन, हिन्दू विश्व विद्यालय, काशी, पृ. 4-51 ड. वर्धमान महावीर, श्री कृष्णदत्त भट्ट, प्रका, सन्मति ज्ञान- पीठ, आगरा, प्र. सं सन् 1975, पृ. 421 भगवान् महावीर के हजार उपदेश, श्री गणेश मुनि शास्त्री, प्रका. ग · घ च अमर

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