Book Title: Anuyogdwar Sutram
Author(s): Divyakirtivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
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________________ क्रमः पृष्ठः क्रमः पृष्ठः श्री श्रीअनुयोगद्वारंमलधारि श्रीहेमचन्द्रसूरि वृत्तियुतम्। // 3 // अनुयोगद्वारसूत्रस्य विषयानुक्रमः विषयः सूत्रम् 4 भावश्रुतं तस्य द्वैविध्यम्, 1 आगमतो 2 नोआगमतच, तस्य द्वैविध्यम्, लौकिकम् लोकोत्तरञ्च / 4.2.1 लौकिकम्, भारतरामायणादि। 4.2.2 लोकोत्तरिकं द्वादशाङ्गं गणिपिटकम् / भावश्रुतस्यैकार्थिकानि। [10] [11] विषयः सूत्रम् 3.2.3.3 मिश्रद्रव्यस्कन्धश्च / प्रकारान्तरेण व्यतिरिक्तः स्कन्धस्त्रिविधः। 3.2.3.1 कृत्स्नस्कन्धः / 3.2.3.2 अकृत्स्नस्कन्धः, 3.2.3.3 अनेकद्रव्यस्कन्धः। 67 4. भावस्कन्धः, 4.1 आगमतो भावस्कन्धः। 69 4.2 नोआगमतो भावस्कन्धः। 71 तस्यैकार्थिकानि / 72 (गा.५) // अध्ययनाधिकारः॥ आवश्यकस्यषडाधिकाराः (गा.६) आवश्यकस्य षण्णामध्ययनानां नामानि चत्वार्यनुयोगद्वाराणि / 74 / (गा.७) // उपक्रमाख्यं प्रथममनुयोगद्वारम् / / // लौकिकोपक्रमः॥ [12] / स्कन्धपदस्य निक्षेपाः // नामादिचतुर्भेदाः। सप्तनयानाश्रित्यागमतो द्रव्यस्कन्धस्तथा 3.2 नोआगमतो, तस्य त्रयो भेदाः। 3.2.3 व्यतिरिक्तद्रव्यस्कन्धस्य सचित्ताचित्त मिश्राख्याः त्रयोभेदाः / द्रव्यस्कन्धनिरूपणम्। 3.2.3.1 सचित्तद्रव्यस्कन्धः। 62 3.2.3.2 अचित्तद्रव्यस्कन्धः // 3 //

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