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श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्न माला का १२४ वा रत्न
अनुयोगद्वार सूत्र
(शुद्ध मूल पाठ, कठिन शब्दार्थ, भावार्थ एवं विवेचन सहित)
सम्पादक नेमीचन्द बांठिया पारसमल चण्डालिया
-अनुवादक प्रो० डॉ० छगनलाल शास्त्री एम. ए. (त्रय), पी. एच.डी., काव्यतीर्थ, विद्यामहोदधि डॉ० महेन्द्रकुमार रांकावत
बी.एस.सी. एम. ए., पी. एच. डी.
-प्रकाशक| श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर
शाखा-नेहरू गेट बाहर, ब्यावर-३०५१०१ | - (०१४६२) २५१२१६, २५७६६६ फेक्स नं. २५०३२८
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