Book Title: Anusandhan 2004 08 SrNo 29
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 95
________________ au अनुसंधान-२९ इलाकुमार उत्तमकुमार स्थूलभद्र-रथिक लोककथात्मक मूलदेव-शशधर नंद-सुंदरी अंबड विद्याधर चंडप्रद्योत-मृगावती-अंगारवती उदयन-वासवदत्ता चंद्रगुप्त-चाणक्य विक्रम, विक्रमचरित, विक्रमसेन, सिंहासनबत्रीशी, वेताळपचीशी, पंचदंड, खापरो चोर, शनिश्चर माधवानल-कामकंदला ढोलामारु आरामशोभा उदयसुंदरी, कर्पूरमंजरी, मलयसुंदरी, रसमंजरी चंदन-मलयागरी, सदेवंत-सावलिंगा, चित्रसेन-पद्मावती हंसावती-वछराज-देवराज देवदत्ता-रतिसेना-वसंतसेना (विशेष विगत : मध्यकालीन गुजराती जैन साहित्य : सं. जयंत कोठारी, कांतिभाई शाह, श्री महावीर जैन विद्यालय मुंबइ, १९९३मां; जैनकथासाहित्य : केटलीक लाक्षणिकता, हसु याज्ञिक : पृ. २० थी ३३) ३, शीतल प्लाझा, लाड सोसा. पासे, वस्त्रापुर-बोडकदेव, अमदावाद-५४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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