Book Title: Anusandhan 2004 07 SrNo 28
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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कडी. १७
कडी १८
कडी. २०
कडी २६
कडी २८
कडी ३०
कडी ३१
कड़ी ३१
कडी ३७
कडी ४६
कडी ४६
कडी ४६
कडी ४७
कडी ४७
कडी ५२
कडी ५५
कडी ५६
कडी ५९
कडी ५९
कडी ६२
कडी ७०
कडी ७४
कडी ७६
छइ आहि
खोह
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डुंब
डीलि
विकुवी
= खीण
==
असूजतुं
नीआणुं
उअरि =
मईलउ
अघरां शब्दोनी यादी हिमत छे / शक्ति छे.
खया = क्षय / नाश
वरांसिउ = भ्रांतिमां पडवुं / वहोरावीश.
खपे नहि तेवुं
तपनुं फळ इच्छवुं उदर / पेटे
झूझ
गूझ
1=
चांडाल / अत्यंज
जात वडे
दिव्य सामर्थ्यथी उत्पन्न करवुं.
थउ छई वि =
=
डोह उ =
पेई
सोवन्न
सुवर्ण
कीसा = शा माटे
तणी = ते / तेणे
अठमि ससीहर
वउलिया = पसार थया
भिलई = लडे / कूड = कपट / अंचई
कडी ५७ कडी ५८ ऊलंभा = कडी ५८ कूटिउ = मार्यो
ठपको
=
=
=
-
= पेटी
मेलुं / दुष्ट
गर्भवतीनी ईच्छा / दोहद
सांसहिस्यु = सांखीश, सहन करीश
थयुं
=
हवे
सीमाहेड = सीमाडो
आठमनो चंद्र
युद्ध
गुह्य - अशोभनीय वचनो कहेवा
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अनुसंधान - २८
-
भांडण लीला
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