Book Title: Anusandhan 2000 00 SrNo 17
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 268
________________ भाषा अनुसंधान-१७० 259 क्रम लेख प्रकाशक प्रकाशनवर्ष Life of Lord Maha- अंग्रेजी Bombay Uni. 27-30 १९७१ vira- Seminar on Prakrit Oct. Studies Prohibition and अंग्रेजी संबोधि २.२ १९७१ Indian Culture अनेकांतवाद गुजराती पर्युषण व्याख्यानमाळा मुंबई, १९६२ प्रगट प्र.जी. १९६३ । आराधना गुजराती (वलसाडमां चुनीलाल वोरा आराधना होल- उद्घाटन व्याख्यान) प्रगटः प्र.जी १९७४ ६ कर्म सिद्धांत गुजराती (पर्युषण व्याख्यानमाळा ९-९-६९) प्रगटः प्र.जी. १९७० ७ गुजराती साहित्य गुजराती १९७६ना पोरबंदरना अधिवेशनपरिषद ना संशोधन विभागना प्रमुखनुं व्याख्यान १९७६ जैन-आचार हिन्दी १९७८ जैन-साहित्य हिन्दी १९७८ १० जैन अध्ययनकी प्रगति हिन्दी AIOC, दिल्ही में प्राकृत १९५७ और जैन विभागके अध्यक्षपद से व्याख्यान ११ जैन अध्ययनकी प्रगति हिन्दी जे.सं.सं.मण्डल पत्रिका-३३ १९५८ श्रमण मार्च, '५८ जैन आचारके मूल हिन्दी पजुसन व्याख्यान माला १९५० सिद्धांत मे दिया गया व्याख्यान १३ जैन दर्शन अने गुजराती प्रबुद्ध जीवन १९३ जीवनसाधना १४ जैनधर्म हिन्दी बंबईमें पर्युसण के अवसर १९५६ पर दिये गये व्याख्यान का संक्षेप १५ जैन धर्म अने प्राकृत गुजराती जैन १९६७ भाषाना अध्ययननी स्थिति ८ -- Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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