Book Title: Anusandhan 2000 00 SrNo 17
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 266
________________ क्रम लेख १९ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २७ २८ २९ ३० ३१ ३२ ३३ भाषा डॉ. बालकृष्ण अमरजी हिन्दी पाठक (स्मरणांजलि) डो. वासुदेवशरण अनुसंधान - १७ • 257 गुजराती अग्रवाल डो. हरिवल्लभ भायाणी गुजराती अने तेमनुं साहित्य डॉ. हिरालालको यथार्थ हिन्दी श्रद्धांजलि तेरापंथने नवी दिशा नार आचार्य तुलसी पू. सहजानंदजी द्वारा दी गई अनुपम दार्शनिक विद्याकी विरासत - सहजानंद मानवता पोषक (जयभिक्खु) मुझे शीघ्र भूल जाना (बर्नाडशो) - तरुण मुनिश्री नथमलजीने आचार्यपदनी घोषणा प्रसंगे अभिनंदन Jain Education International गुजराती हिन्दी गुजराती हिन्दी गुजराती गुजराती गुजराती गुजराती युग प्रधान प्रभावक आचार्यश्री विद्यानिष्ठ डॉ. शाह विद्यानिष्ठ राष्ट्रभक्त आचार्य जिनविजयजी विद्यानिष्ठ श्री करुणा- गुजराती शंकर मास्तर विद्यानिष्ठ समभावी गुजराती पंडित बेचरदासजी विद्यानिष्ठ सौजन्यमूर्ति गुजराती डो. हिरालाल जैन प्रकाशक आयु. कोलेज पत्रिका, बनारस युनि. धर्मसंदेश गुजराती साहित्य अकादमी सन्मति अक्तू-नव जनसत्ता सहजानंद वाणी अंक श्री जयभिक्खु षष्टपूर्ति स्मरणिका गुजरात समाचार दुर्लभ धर्म दृष्टि प्रबुद्ध जीवन मधुपार्क प्रबुद्ध जीवन प्र. जी. For Private & Personal Use Only प्रकाशनवर्ष १९४९ १९६६ १९९० १९७३ १९७५ १९८५ १९६८ १९५२ १९७९ १९८१ १९७२ १९७६ १९७३ १९८३ १९७३ www.jainelibrary.org

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