Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 05
Author(s): Jinendravijay Gani
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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________________ 408 ] / श्रीमदागमसुधासिन्धुः / पञ्चमो विभागः बायरतेउकाइया पजत्ता बायरतसकाइया पजत्ता असंखेजगुणा पत्तेयसरीरबायरवणा असंखेजगुणा, सेसं तहेव जाव सुहुमपजत्ता विसेसाहिया 7 / एएसि णं भंते ! सहुमाणं बादराण य पजत्ताणं अपजत्ताण य कयरे 2 हिंतो अप्पा वा 4 ?, सव्वत्थोवा बायरा पजत्ता बायरा अपजत्ता असंखेजगुणा सव्वत्थोवा सुहुमा अपजत्ता सुहुमपजत्ता संखेजगुणा, एवं सुहुमपुढविबायरपुढवि जाव सुहुमनियोया बायरनियोया नवरं पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया सव्वत्थोवा पजत्ता अपजत्ता असंखेजगुणा, एवं बादरतप्तकाइयावि 8 / सव्वेसि पजत्तथपजत्तगाणं कयरेशहितो अप्पा वा 4 ?, सव्वत्थोवा बायरतेउकाइया पजत्ता बायरतसकाइया पजत्तगा असंखेजगुणा तेचेव अपजतगा असंखेजगुणा पत्तेयसरीरवायरवणस्सइअपनत्तगा असंखेजगुणा बायरणियोया पंजत्ता असंखेजगुणा बायरपुढविकाइया असंखेजगुणा ग्राउवाउपजत्ता असंखेजगुणा बायरतेउकाइयअपजत्ता असंखेजगुणा पत्तेयसरीरबायरवणस्सइकाइया असंखेजगुणा बायरनियोयपजत्ता असंखेजगुणा बायरपुदविकाइया पाउवाउकाइया अपजत्तगा असंखेजगुणा सुहुमतेउकाइया अपजत्तगा असंखेजगुणा सुहुमपुढवि-श्राउवाउ-अपजत्ता विसेसाहिया सुहुम-तेउकाइयपजत्नगा संखेजगुगा सुहुम-पुढवि-श्राउवाउ-पजत्तगा विसेसाहिया सुहुमणिगोया अपजत्तगा असंखेनगुणा सहुमणिगोया पजत्तगा असंखेजगुणा बायरवणस्सतिकाइया पजत्तगा अणंतगुणा बायरा पजत्तगा विसेमाहिया बायरवणस्सइ अपजत्ता असंखेजगुणा बायरा अपजत्ता विसेसाहिया बायरा विसेसाहिया सुहुमवणस्सतिकाइया अपजत्तगा असंखेजगुणा सुहुमा अपजत्ता विसेसाहिया सुहुमवणस्सइकाइया पजत्ता संखेजगुणा सुहुमा पजत्तगा विसेसाहिया सुहुमा विसेसाहिया 1 // सू० 237 // कतिविहा णं भंते ! णिोया पराणत्ता ?, गोयमा! दुविहा णियोया पराणत्ता, तंजहा-णिोया य णियोदजीवा य 1 / णिश्रोया णं भंते !

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