Book Title: Agam 42 Mool 03 Dashvaikalik Sutra
Author(s): Mishrimalmuni
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur

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Page 330
________________ परिशिष्ट : शब्द-कोश महअ मंच मं मगदंतिया मणोसिला मल्ल महग्घ महल्ल महागर महिया महुगार माउल माउस्सिया मायण्ण मालोहड मिहोकहा मीसजाय मृणालिया मुम्मुर मुहाजीवी मुहाबाई मुहालय मूलग मूलगत्तिया ३०७ ७२८ मतिक, बोये हुए बीजों को ढांकने का एक काष्ठ-उपकरण, खेती का एक औजार । मंचान । खाट । [५११६७ ५।१।६७ ६।५३ ५१८ ५।२।१४, १६ ५।१।३३ ३१२ माला । ७१४६ महार्घ्य, बहुमूल्य । ७/२६ હા |१|१६ ४।सू० १६ ५।१८ ११५ ७।१६ ७।१५ ५२३ ५।२।२६ बेर आदि का चूर्णं । मोगरे का फूल, मालती - पुष्प | मनसिल । ५।२।१८ ४ सू० २० १।६६ - १०० {xipice-198 {शाहE ८२४ ५।१।१०० ५।१।६६ महान, बड़ा-बूढ़ा | महान आकार, महान गुणों की खान । मिहिका, कुहरा, धूअर । ५।१।६६ ऊपरी मंजिल से लाया हुआ भक्तन्पान । ८४१ रहस्यपूर्ण या एकान्त की बात । ५।१।५५ भौंरा । मातुल, मामा । मातृस्वसा, मां की बहिन, मौसी । भक्त - पानादि की मात्रा का जानकर । गृहस्थ व साधु के लिए मिश्रित पकाया भोजन । कमल नालिका | मुर्मुर, अग्निकण-युक्त राख । निदान या आसक्ति-रहित जीने वाला । फल की इच्छा किये बिना देनेवाला । मंत्र-तंत्रादि किये बिना प्राप्त । ५।२।२३ मूला, मूली । ५।२।२३ मूली की फांक ।

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