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वशवकालिकात्र
मरेग
रसदया रसनिन्जट रसय रस्सि
राइगिय
रापिट रोमालोण लयण
लहस्सग
लाइन
सूस
५।२।३६ पहली बार खींचा गया मद । ४ सू० २३ रजोहरण, ओषा।
७.२५ दूध देने वाली।
।२१ रस-सहित । ४ सू०६ रस में उत्पन्न होने वाला जीव । चू• १ सू०१ रश्मि, लगाम ।
११।१६ गुप्त स्थान । र ७२५ ह्रस्व, छोटा । 5८४. रालिक, पूज्य, दीक्षा-ज्येष्ठ ।
३ ३२३ राजा का आहार । ३८ खान का नमक ।
८५१ घर। चू० १ ० १ लघुस्वक, तुच्छ ।
७.३४ जवणीय, काटने के योग्य । ५।१।६८ तोड़ना। [४ सू० १८ २५ मिट्टी का ढेला।
र ३८ आदि लवण, नमक ।
६।६३ लोध्र एक सुगंधित द्रव्य । ५।१।२२ बछड़ा। ५२११५१ कृपण, कंजूस । ५२।१. वनीपक, कृपण । ५॥१३४ वर्णिका, पीली मिट्टी।
३९ वस्तिकर्म, एनिमा लेना। ७.१४ ७१४ वृषल, शूद्र, पुरुष का अपमान-सूचक अव्यय । ७।१६ वषला, शूद्रा, स्त्री का अपमान-सूचक अव्यय । ५॥१७५ गुड़ के घड़े का धोया हुआ पानी।
६।५ विपुल स्थानभागी, संयमसेवी । ___७३१ विटपी, वृक्ष। २२।१८ पलाश का कन्द, क्षीर विराली वनस्पति ।
४
गा
।
लोण
लोत
बणिमय वणीमग पणिया वत्यिकम्म
वसुल
बसुला पारघोषण विउलटलाणमा पिरिम बिरालिया