Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ 72.] [उत्तराध्ययनसूत्र बायरा जे उ पज्जत्ता 36 35 22 36 14 15 35 181 32 36 71 भिक्खियव्वं न केयव्वं भीया य सा भओरग परिसप्पा य 106 भत्ता रसा 57 भुज माणुस्सए भोगे 7 भूयत्थेणाहिगया 251 भोगामिसदोसविसन्ने 261 भोगे भोच्चा 28 भोच्चा माणुस्सए भोए 28 17 AM OMGAR बारसहि जोयणेहिं बारसंगविऊ बुद्ध बारसेव उ वासाई बालमरणाणि बहुसो बालस्स पस्स बालत्तं बालाणं अकामं तु बालाभिरामेसु बालयाकवले चेव बालेहिं मूढेहि बावत्तरि कलामो य बावीस सहस्साई बावीस सागरा उ बावीसं सागराई बुद्धस्स निसम्म भासियं बुद्ध परिणिव्वुडे चरे बेइंदियकायमइगओ बेइंदिया उ जे जीवा 172 214 mpurrrrrr MY mr | 6 6 17 मएसु बंभगुत्तीसु 37 मग्गे य इइ 31 मच्चुणाऽभाहनो लोगो 6 मच्छा य 36 80 मज्झिमामज्झिमा 36 165 मणगुत्तो वयगुत्तो 36 233 मणगुत्तो बयगुत्तो 10 37 मणस्स भावं गहणं 10 36 मणपरिणामो 10 मणपल्हायजणणी 127 मणिरयणकोट्टिमतले मणुया दुविहभेया उ मणोगय वक्कगयं 9 मणो साहसियो 48 मणोहरं चित्तधरं 77 मत्तं च गंधहत्थि 26 मरणं पि 28 परिहिसि रायं ! 88 महत्थरूवा वयणप्पभूया 62 महप्पभावस्स महाजसस्स 67 महाउदगवेगेण 93 महाजसो 64 महाजतेसु उच्छु वा 32 66 महादगिसकासे महामेहप्पसूयाओ 27 10 महासुक्का सहस्सारा الله س 22 و و ل भइणीमो मे भणता अकरता य भवतण्हा लया वृत्ता। भाणू अ इइ के कुत्ते ? भायरा य महाराय ! भारिया मे महाराय ! भावस्स मणं गहणं वयंति भावाणुगासाणुगए य जीवे भावाणुरत्तस्स नरस्स एवं भावाणुवाएण परिग्गहेण भावे अतित्ते य परिग्गहमि भावे विरत्तो मणो विसोगो भावेसु जो गिद्धिमुवेइ भिक्खालसिए एगे m ~ ل ~ ل m ل 16 53 50 32 84 2351 36 211 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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