Book Title: Agam 22 Upang 11 Pushpachulika Sutra Puffachuliyao Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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चउगुण-चउम्मुह
चगुण (चतुर्गुण ) प २१५६ ५।५१ चउग्गुण (चतुर्गुण ) प २२४०१५ ५१४६, ५२३१ सु १६१२२/२३
चउजमलपय (चतुर्य मलपद ) प १२३२ चाणवडित ( चतु. स्थानपतित ) प ५।१२,१४, १६,१८,२४,२८,३४, ३५, ३७,४१,४५,४६, ५०,५४,५६,५६,६३,६६,७१,७४, ७८,८६, ८७,८६,६३,६४,६७, १०२, १०४, १०५, १०७, १११, ११२,११६,११६,१३१, १३४,१३६, १३८, १४०, १४३, १४५, १४७, १४८, १५०, १५१,१५४,१६६,१६७,१६९, १७२, १७५, १७८,१८२,१६४, १८५, १८७,१८८, १६०,१६३, १६७,२००, २०३, २०७, २११,२१४,२१८, २२१,२२४,२२,२३०,२३२,२३४, २३७,
२३६,२४०,२४६
चउट्ठाणवडिय ( चतुःस्थानपतित ) प ५७, २५,
८४, १६३
चरणउत (चतुर्नवति) सु १६ । १४ १५ १ चरणउति (चतुर्नवति) सू ४|४ चउणय ( चतुर्नवति) ज ४।२४१ चरणवs (चतुर्नवति) ज ४१८६ चउतीस ( चतुत्रिंशत् ) सू १२० चउत्तीस ( चतुत्रिंशत् ) ११२२ चत्य (चतुर्थ) प ३।२०,१८३,६८०११;
१०११४१४,५,६,११३,४२,८८; १५।१४३; १७।१४८, ३३।१६, ३६।८५,८७ ज ४।१८०, २०२, ७११०६,१५६,१६३१०१३०,७४, ७७, १२७ ११ ५,६, १२०५, १७,२७,१३३८, १६ उ २।१०,१२,३११४,५४,३१,८३,८ १५३,१५४.१६१, ४१, ३,२४,५१,२८,३६,४३ चउत्थभत्त (चतुर्थभक्त ) २८१२५ ज २२५६,१५६ चउत्था ( चतुर्थी) सू १२२२
उत्थाहिय ( चतुर्थाहिक) ज २१४३
चउत्थी (चतुर्थी) ज ७११२५ उ ११२६,२७, १४०, १४१
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चउदस ( चतुर्दशन् ) ज ३।२२१ चउदसपुव्वि ( चतुर्दशपूर्विन् ) ज २७८ उद्दस ( चतुर्दशन् ) ज ७ । १५६ सू८१ चपुवि ( चतुर्दशपूर्विन्) ज २७८ चउदसम ( चतुर्दश) सू १० ७७१३८ चउसी ( चतुर्दशी ) ज ७ । १२५
उद्दिस (चतुर्दिश्) ज ४/४,२०,११८,१२६, १४४, १४७,१५१।२,२१६, २३५, २४६; ५/४०,६१
८६६
चउनाणोवगय (चतुर्ज्ञानोपगत) ज ११५ चउपसिथ ( चतुःप्रदेशिक ) प ५।१५६, १० ह चउपण्ण (चतु पञ्चाशत् ) ज २७७ चपण्णग (चतु. पञ्चाशत्क ) सू १३।१७ चपुरिसपविभक्तगति (चतुः पुरुषप्रविभक्तगति) प १६३८,५२
चउप्पएसिया ( चतुप्रदेशिक ) प ५।१६० चप्पगार ( चतुःप्रकार ) प ११।३०/२ चउप्पण्ण (चतुःपञ्चाशत् ) ज ४१२३४ चउपदेस (चतुःप्रदेशिक ) प १०८१४१२ चप्पय ( चतुष्पद) प १६१,६२,६६, ४१२२ से १३०,६७१,७७,२१३११ से १३,३५,४४, ५३,६० ज २११३१, ७ १२३ से १२५ चपाइया (चतुष्पादिका ) प १२७६ चभाग (चतुर्भाग) ज ७।१६० से १६५ सू १११६,१०११४२, १४७, १२ ३०१८।२७ से
३५
चभंग (चतुर्भङ्ग ) प १६ १०:२६ ६, ६ चउभंगि (चतुर्भङ्गिन् ) प १०३६ चउभाग (चतुर्भाग) प ४ १७७, १७६, १८०, १८२, १८३,१८५,१८६,१८८, १८६,१६१,१६२, १६४, १६५, १६७,१६८,२००,२०१,२०३ ज ७ १८७,१८८ सू १।१६,२१,६१३; १०।४७,१२।३०;१३४; १५।१७ से १६, २४
२५
म्ह (चतुर्मुख) ३३१८५,२१२,२१३; ५।७२.७३ उ ११६८
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