Book Title: Agam 22 Upang 11 Pushpachulika  Sutra Puffachuliyao Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 208
________________ भूमिता-ठिवि सूसिता (कोपर) २०१८ भूमि (जुष्ट) ज ३१२२४ झूसेता (शोपथिला) उ३१८३,५४४३ झोसेत्ता (शोपयित्वा ) उ २११२:३।१० ट टंक ( प ११ टिट्टिय (दे० ) ज ५११६ टोलकिति (दे० ) ज २११३३ 5 √ ठेव ( स्थापय) व २०६५ विस्त २१४६ २६५ ४१८२१०४ उवेसि उहि प १४६५८,५६ ठवणा (स्थापना) प ११।३३।१ उपवास (स्थापनासत्य ) प ११।३३ √ठवाव ( स्थापय् ) ठ १४६ वित्ता (स्थापयित्वा ) उ ११४६ ठवेत्ता (स्थापयित्वा ) उ १११६ ठविय ( स्थापित ) ज ३१८१ ठवेत्ता ( स्थापयित्वा ) २२६५ ठा (छ) १२२ ठाकण ( स्थित्वा ) ३२०२४ ठाण (स्थान) ११४६४२१३६,४१ से ४३,४६, ४८ से ५.२,५४ से ६४३६।११० १४१५,११ से १५, १७ १७ ११४११, १७ १४३ से १४५२३०१०१:२३३६.७.१६० ३।२४, Jain Education International १०१६; ३।५१ २०७ ८१,१०२,१५६,१६२: ५।२१७५६ ६० सू १०।१३० से १४१,१४३ से १४६,१४८ से १५१,१६१२४,२७१।२२,१४०५३।५१।१६ ३२८३, ११५.१२०:४।२१,२२,२४ ठाणति (स्थानस्थित ) सू १९२६ ठाणमग्गण ( स्थानमार्गण ) प २८१६,५२ ठापित (स्वानी) १२४४, ४५ ठाय ( स्थापय् ) ठामि ३१३ ठावेता (स्थापयित्वा ) उ ३१५० ६१६ टि (स्थिति) प १३१२४४२५५०५.०४.११५, १४८,२१४; २३।१६३ ज २१५६,७१,१५६; ७१६६२,१८७३ ११४१, ४३ २११२.२२: १६.०५.१२४,१५०,१६४,१६९,१७१; ४१२५५२६,४२ ठिकाण ( स्थितिका) ज २०१ ठिक्य (स्थितिक्षय ) उ३११८, १२५, १५२,४२६; ५/३० ठि (स्थितिक) १।२६,१४०२२० ठिईय (स्थितिक ) ज ११२४, ३१, ४६, ४७;२।४४; ३१२२५,४१२२,३४, ५४,६०,६१,६४,८०,०५, ८६, १७, १०२, १४१,१४२,१६१.१६७. १७७, २०६,११६,२०८, २६१,२७०,२७२७०१५. ५८, २१३ ठिच्चा ( स्थित्वा ) प १७१०७३४१२२,२३ उ १४२०:३।२६ ठितलेस्स ( स्थित लेश्य ) प २०४८ ठिति (स्थिति) प ४१ से ४,६४६,५६ से ५८, ६५,७१,७९,८८,१५,१६,१०१.१०४, ११२, १३१,१४०, १४६,१५८, १६५,१६८, १७१. १७४, १०३,२०७, २१०, २१३,२६४,२९७. २११:५०, १०, १२,१४,१६,१८,२०,२४ से २६,२८,३०,३२,२४,२७,४१,४५,४६,५०,५२, ४६,५६,६३,६८,७१,७२,७४,७८,८३,०६० ६३,९४,९७,१०१,१०२.१०४, १०५. १०७, १११,११२,११६,१२२,१२६.१३१.१३४, १२६,१३८, १४०,१४३, १४५, १४७, १४८, १५०,१५४,१६२,१६६.१६९,१७०, १७२ १७४, १७५.१७७.१७५१०१, १०२, १०४, १०५. १०७.१००, ११०,१९२.१९७,२००, २०३,२०७,२११,२१८,२२१,२२४,२२८, २३०,२३२,२३४, २३५, २३७, २३६,२४०, २४२: १०।५३।१:२३०१३ से २३,६० से ६४, ६६,६८,६६,७२ से ७७,६०,२१,८३,८५ से १०,१२,१३,९५ से ६२,१०१ से १०४,१११ से ११४,११६ से ११८, १२७, १३०, १३१,१३३, For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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