Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Shwetambar
Author(s): Purnachandrasagar
Publisher: Jainanand Pustakalay

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Page 203
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir | एक्कारस करणा पं० नं० - बवं बालवं कोलवं थीविलोअणं गराइ वणिजं विट्ठी सउणी चउप्पयं नागं किंत्थुग्धं, एतेसिं णं भंते! | एक्कारसहं करणाणं कति करणा चरा कति करणा थिरा पं०?, गो० ! सत्त करणा चरा चत्तारि करणा थिरा पं० तं०- बवं बालवं कोलवं थीविलोअणं गरादि वणिजं विट्ठी एते णं सत्त करणा चरा, चत्तारि करणा थिरा पं० तं०- सउणी चउप्पयं णागं किंत्थुग्धं, एते णं चत्तारि करणा थिरा पं०, एते णं भंते! चरा थिरा वा कया भवन्ति ?, गो० ! सुक्कपक्खस्स पडिवाए राओ बवे करणे भवइ, बितियाए दिवा बालवे करणे भवइ, राओ कोलवं करणं भवइ, ततिआए दिवा थीविलोअणं करणं भवइ, राओ गराइ करणं भवइ, चउत्थीए दिवा वणिज्जं राओ विट्ठी, पंचमीए दिवा बवं राओ बालवं, छट्ठीए दिवा कोलवं राओ थीविलोअणं, सत्तमीए दिवा गराइ राओ वण्जिं, अट्ठमीए दिवा क्ट्ठिी राओ बवं, नवमीए दिवा बालवं राओ कोलवं, दसमीए दिवा थीविलोअणं राओ गराइ, एक्कारसीए दिवा वणिज्जं राओ विट्ठी, बारसीए दिवा बवं राओ बालवं, तेरसीए दिवा कोलवं राओ थीविलोअणं, चउदसीए दिवा गराति राओ वणिजं, पुण्णिमाए दिवा विट्ठी राओ बवं, बहुलपक्खस्स पडिवाए दिवा बालवं राओ कोलवं बितिआए दिवा थीविलोअणं राओ गरादि ततिआए दिवा वणिज्जं राजो विट्ठी चउत्थीए दिवा बवं राओ बालवं पंचमीए दिवा कोलवं राओ थीविलोअणं छट्टीए दिवा गराइ राओ वणिजं सत्तमीए दिवा विट्ठी राओ बवं अट्ठमीए दिवा बालवं राओ कोलवं णवमीए दिवा थीविलोअणं राओ गराइ दसमीए दिवा वणिज्जं राओ विट्ठी एक्कारसीए दिवा बवं राओ बालवं बारसीए दिवा कोलवं राओ थीविलोअणं तेरसीए दिवा गराइ राओ वणिज्जं ॥ श्री जंबूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्रं ॥ १९४ पू. सागरजी म. संशोधित For Private And Personal Use Only

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