Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 03 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री-घासीलालजी-महाराजविरचितया प्रमेयबोधिन्याख्यया व्याख्यया समलङ्कतं
हिन्दी-गुर्जर-भाषाऽनुवादसहितम्
॥ श्री-प्रज्ञापनासूत्रम् ॥
(तृतीयो भागः)
नियोजकः संस्कृत-प्राकृतज्ञ-जैनागमनिष्णात-प्रियव्याख्यानि
पण्डितमुनि-श्रीकन्हैयालालजी महाराजः
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प्रकाशकः
दामनगरनिवासि-श्रेष्टिश्रीजगजीवनदास रतनशीभाई
प्रदत्त-द्रव्यसाहाय्येन अ. भा. श्वे० स्था० जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रमुख श्रेष्ठि__ श्रीशान्तिलाल मङ्गलदासमाई-महोदयः
मु० राजकोट
ईसवीसन्
प्रथम-आवृत्तिः
प्रति १२००
वीर-संवत् २५०३
विक्रम संवत्
२०३३
मूल्यम्-रू० ४०-००
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