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जिनागम-ग्रन्थमाला : ग्रन्थाङ्क
[ परमश्रद्धेय गुरुदेव पूज्य श्री जोरावरमलजी महाराज की पुण्यस्मृति में आयोजित ]
पंचम गणधर भगवत्सुधर्म-स्वामि-प्रणीत अष्टम अंग
| अन्तकृद्दशासूत्र
[ मूल पाठ, हिन्दी अनुवाद, विवेचन, परिशिष्ट युक्त ]
सन्निधि उपप्रवर्तक शासनसेवी स्वामी श्री ब्रजलालजी महाराज
संयोजक तथा प्रधान सम्पादक युवाचार्य श्री मिश्रीमलजी महाराज 'मधुकर'
अनुवादन-विवेचन-सम्पादन बा. ब्र. जैन साध्वी दिव्यप्रभा
एम.ए., पी-एच.डी. [आचार्यसम्राट् श्री आनन्दऋषिजी म. की सुशिष्या और
महासती श्री उज्ज्वलकुमारीजी की अन्तेवासिनी]
प्रकाशक श्री आगमप्रकाशन-समिति, ब्यावर (राजस्थान)