Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhyaprajnapti Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 587
________________ 95555555555555555555555555555 卐5555)445555555555555555955555555555555555555 parinat-504 manah prayoga + 504 vachan prayoga + 196 kaaya prayog. In the same way there are 1204 alternatives also for mishra parinat with 5 regard to two substances. Alternatives of visrasa parinat-Following the pattern of prayoga parinat (consciously transformed), alternatives for visrasa parinat should also be derived with various combinations (individual and combination of two) of activities and the five attributes of colour, smell, $i taste, touch and constitution. (Vritti, leaf 337-338) तीन द्रव्यों सम्बन्धी भंग ALTERNATIVES OF TRANSFORMATION OF THREE SUBSTANCES ८६.[प्र. ] तिण्णि भंते ! दव्वा किं पयोगपरिणया, मीसापरिणया, वीससापरिणया? [उ. ] गोयमा ! पयोगपरिणया वा, मीसापरिणया वा, वीससापरिणया वा १। अहवेगे पयोगपरिणए, दो मीसापरिणया १। अहवेगे पयोगपरिणए, दो वीससापरिणया २। अहवा दो पयोगपरिणया, एगे मीसापरिणए ३। अहवा दो पयोगपरिणया, एगे वीससापरिणए ४। अहवेगे मीसापरिणए, दो ॐ वीससापरिणया ५। अहवा दो मीससापरिणया, एगे वीससापरिणए ६। अहवेगे पयोगपरिणए, एगे मीसापरिणए, एगे वीससापरिणए । ८६. [प्र.] भगवन् ! क्या तीन द्रव्य प्रयोगपरिणत होते हैं, मिश्रपरिणत होते हैं, अथवा वित्रसापरिणत होते हैं ? [उ.] गौतम ! तीन द्रव्य या तो प्रयोगपरिणत होते हैं, या मिश्रपरिणत होते हैं, अथवा वित्रसापरिणत होते हैं, या एक द्रव्य प्रयोगपरिणत होता है और दो द्रव्य मिश्रपरिणत होते हैं, या एक ॐ द्रव्य प्रयोगपरिणत होता है और दो द्रव्य विस्रसापरिणत होते हैं; अथवा दो द्रव्य प्रयोगपरिणत होते हैं 2 और एक द्रव्य मिश्रपरिणत होता है, अथवा दो द्रव्य प्रयोगपरिणत होते हैं और एक द्रव्य विस्रसापरिणत * होता है; अथवा एक द्रव्य मिश्रपरिणत होता है और दो द्रव्य विस्रसापरिणत होते हैं, अथवा दो द्रव्य म मिश्रपरिणत होते हैं और एक द्रव्य विस्रसापरिणत होता है; या एक द्रव्य प्रयोगपरिणत होता है, एक द्रव्य मिश्रपरिणत होता है और एक द्रव्य विस्रसापरिणत होता है। 卐 86. [Q.] Bhante ! Are three substances prayoga parinat (consciously transformed), mishra parinat (jointly transformed) or visrasa parinat (naturally transformed) ? (Ans.] Gautam ! Three substances could be prayoga parinat (consciously transformed), or mishra parinat (jointly transformed) or visrasa parinat (naturally transformed). Also one of these substances could be prayoga parinat (consciously transformed) and the other two mishra parinat (jointly transformed), or one could be prayoga parinat (consciously transformed) and the other two visrasa parinat (naturally 卐)))))55555555555555555555555555555555555555555 अष्टम शतक : प्रथम उद्देशक (529) Eighth Shatak: First Lesson Eighth Shah 35555555555555555555555555555558 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jain Education International

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