Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 11 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 4
________________ जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री-घासीलालजी-महाराज विरचितया प्रमेयचन्द्रिकाख्यया व्याख्यया समलङ्कृतं हिन्दी-गुर्जर-भाषाऽनुवादसहितम् ॥श्री-भगवतीसूत्रम्॥ (एकादशो भागः) नियोजक : संस्कृत-प्राकृतज्ञ-जैनागमनिष्णात-प्रियव्याख्यानि ROMORRRRRECTORRORETERRORAKHAROKAR पण्डितमुनि-श्रीकन्हैयालालजी-महाराजः प्रकाशकः राजकोटनिवासी-प्रेष्ठिश्री-शामजीभाई-वेलजीभाई वीराणी तथा कडवीवाई-वीराणी स्मारकट्रस्टप्रदत्त-द्रव्यसाहाय्येन अ. भा. श्वे० स्था. जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रमुखः __ श्रेष्ठि-श्रीशान्तिलाल-मङ्गलदासभाई-महोदयः ___ मु० राजकोट प्रथमा-आवृत्तिः वीर-संवत् विक्रम संवत् ईसवीसन् प्रति १२०० २४९४ २०२४ १९६८ मूल्यम्-रू. ३५-०-०

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