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वीस्कतदेवता
चाश्यनित
HOMपादालयातसुदाम धर्मभंगला
प्रदिवसनस्पति। यमसदा ।। एण्णाश्रीयमोनम.नामंगलयको अहिंसासंजमातवादावितेन संति जस्म | मनुजामावत 1. प्रथमाक्षेप्रमाधुकरीहनिमहायशा समस्ययुकवचमधियबनिसदियारसं मयखोलामयति समातियामा मासयामा जहाडममपासासभाराशाविपरसमयचककिलाम सायमीबाये 72पासश्रमणासा-मुक्कामादरम्यस्यसरयरित्रपरहिना केसाशवासंति चिदंशमाचमरावधाक दानंदयानंअवानादियणादिसवातरतावि पण्यायमएसमाजलाएलिसाजो विगमाविषकनुदाणसानसरया। ववेचनिनक्षातवालण्यामाग्रप्तीधामाकोधिप्राणीप्रवदम्पत याममाटदाराखावसातनावरायातयःहणावया
सामानवताविषयतिपदापधियापूर्वतेयद्यासमरामा
खमिवविधरंति वयंचवितिलसामानयकोअवसई श्राहागाइसंशयानापाकमसमराजदाधामका समाबबबहााजानतवा जेऊलनुअन्त्रिता मिश्रादारितापनानासपा अध्यायातपचनश्ाद्याचरेबसाधतिबामि।। ५ जनफिकाध्यय
अनिहालतिनुमसिवा अपनातयादताजिनाया रसमाबछाजिसवेतिप्रणिशियानाणापिंडग्यादेततिएखतिसाऊपतिबभिापोजमसति मधमं ॥ कमंडप्रतिवितर्केमाधुआमनोकथानः कामातूविषयानमनिवारयति यविषीदवसन संकल्यस्परागाशिधसावसंगतिविषयनिक्षेत्रामा ६ अनश एकादेलुकीसामनाजाकामणनिधारयाशारविसीयोतासंकपाशक्सिंग सुचनामललकारात्सायास्यमा निर्यकाक्षिच दाखचसारोगाविपरवा:संतोयेनजोत्यागनीचतांति येनधनकातान्त्रधीया
न्ये नमवति
कगंधमलेकारब्बी पदयणाणियाबंक्षाजनतिानसेचाइनिबुवीजयकानपि
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जापान मानविलितनिवाशनाना दिसतातपरि ताजनिसावीमागमयशानयत्यजति समयामरत्ययारामियर दिनायापरिनयात्ररुयारिख मत्या फव्येतसेवाक्षिी बापना कनिश्चय लोग एपुनस्यागयणेप्रतिसमयमागपरिणामसूचनार्य
जस्यानकदाधिनमनः निःसरनियमावश्यचित्यवाकुर्मगातः उतागिनोवा काश्मरणानिस्कनोमिन:किशुकारिनार यशर्म आनाकानीका इदिनुमन्य विषयेषुप्रयत्ति नश्यनिर्विचित्यययासममा-सेवक्षनतिष/
निरागामध्यनूकरायवनदीयस्मरागमयन्न
मार्यच कामाक्रमवलंघयतनाकामिक्रोतिरकशर्वमपिसम ननोदजीवनंदिरागविषनयतिएरागविपरियारणवीससवयप्तिसंपराएसंसरिषरमहादि।
जमवाप्रमप्रसावधपतिविमतिक्षनिवजसंहिरासह ज्योनिखम उरनिश्चंपरनामबक्तपश्चाती अधकलेजात्यास:वाषिप्रापिदिन
सनीचा नान मका हाउन जति रोकायदितियानापिएवं तमामहेजन 11
सीसीह
एलोए जधिशाहजी साहीवालोग मेकदा निवासमाहिदायशिवयेतोसयामाणे मिसरवदिशामसामनोविशदंगितीमानावयतातिषशारागाायाबयाधीचयसोग मज्ञाकामिकमादीकायभियंखुजव शिंदादिादासेविणकारागामुदादादिसिसंपरा TUM एखादजतियाजाशधमाकोडरासयोनिचंतिवंतराखतोकिलिजायाधणाधि
गश्रमतेलवयशकामिनू यवेत्रमanshfanदेतो वातावप्रमादिम:N छापने इलमितताभरणमवलमये ये प्रकाशीमदन । १२ अरूंचोगरा बिस्तजसोकामी जोत्तजीवियकाशिणवंत शिगाववासयातमरणंमावाशयदंव प्लागरायमातशशिधाविपिणामामालगंधणदोमा सेजमेनिनजस्तकादि सावेचा तामामानारीचंत्यतितोटासागरसभपिनबममालाकडोनामःवतममनित दोषोमानाहिजता नववाति य एवंनस्यारात्रमित्यासयताया सब सितावामानादिवसितारीचा वायाधुवाहली अहिणावसिायातीसेसावरण सुधा
उपचप्रसेनस्यानीमनी बंधनावमा:मसुसिजयपरतो पचपक्षानेकालेश्रावधनमपलोमानाववायतशीनिसरतोऽवयातच यचित्रिीय
चरचरू
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बच्चा सरधने मिसाधुः अंकासन नागवगव
धर्मेतिवा....
बिदा सामान्य ज्ञानिनपंडितावा जो गायासेव
संजयारमुताभित्र कमेण जहा नागो । मे मंग डिवाईन । १५ एकरतिसबुद्धा पंडिया निय नादिदोषाचा वचपावर निवांतेसोगे सो से खोतमोरमनेभिः इति ऋची मि॥ सामान्य बनाम 2 अतुलकारमा रुः॥ मैयमे रीमा विषयहं तिलागेर नहासपुर सुनिविमि१६॥ सामन्त्रषशयां। संजाम सहि
ને
मुचित माना परियहे पवित्र मुक्तानां प्रायमेघजी वरतां काननेषसानां एतानाची एग्रियोज्ञेयं नियंधानो मदिचिंता किं देशिकविर की
महिला)
या विमुकायनाइांनी सिमिअम पत्र भियं घाणमादसि । २७/नाह मिश्कीय
की निमंत्रापि नित्यमि पर मारती राशि के मितालीनेतादि १८ संनिधि शतादि मात्रै गृहस्वा
गडं नीयामंअतिदडा पिय) राय नुन मिलाएय । म लियवीय या संनिही गिदमि
अनं १४० राजविंग शु कि कमिलनी घोषा गम ईनं १२ प्रथमं मानवाताप कपराठा की त्सो दि मियादिरुप ग्रष्टापदंयूतं ल लदिना१४
सर्व मि
दोह
200
मत्यवति श्रपि देवानादिकारणविना
निय राय पिंड किम सिंबाददंत पयोद पाट। सं३ पदे ते दिलीयणा या १२ अहव स्वर - अनुयादिविधिप्रतीकारं पादयो समारं प्रगट कर ज्योति त्यो चाहो २२२० सिध्यानरपिड नाविनाकाराय नगर पहिला पासमारेते चाजा इराण) २० सिड्रायर पिंडच पर्यके वषत्रियोजनं 24 निमिज्यातियो नामिलानयः २ गृरुतस्यावयावति गृहस् प्रति जाव श्राजीवच्या नाना संपादिने 'तिकनानिमित्या आदीपलियंकप गिदंतर निसजा | मारवहणालिय|२| गिलोचेयाघडियं । जाय्याजी
कालिरह
श्रनादि
२
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जीवने हतिया निविदा चारस्रादिग्रावरस्वताय २१ क:बामाईक दंडे निवृतंपकअप रिणत वज्रकेंद "विनंतस्य पयस्थनीजनस्य सकपानस्मरलादि ३० प्रतिसर्वत्व जो
21V
विवित्तिया तत्वानि छु। आनर साराप्रिय॥ २२॥ मूलय सिंगानारय अनुसडेयनिवाड कंदें
मूल सामूलादि उपवितं अपके ग्राफलादि २ बीजेला र मोबईले श्वानिस कमाल विशषा निसवैन समुद्रसवे पशु वारुष ४वरक्त ४१ लव ४२ लवाणं ४६
श्रम सचित्र 29.
अपतं ०४
मूल सचिता फालबीयमासाद्याल सिधावणे | रामालोगेायाम (सामा६० सुशार भिलवणं सेव पर्वतेकादश शत्रा २४ वा दिवमनं किमस्टाफ पदेवर स्वामी राजमादि देतु मात्र तंगग्घेना देना पस
अपक
का
२४ चत्रियमाणेा। बच्चो कमचरी जगदेव श्रमायासंग चि
कालाला
विषावर सर्वमतननाची
"निघानाममिंज मे सानोभवेतासामा घुलदस्तो विजेषांवा एव प्रतिबद्ध विहारल
२५०
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|| सद्यामयम पाइन्नति गोघ्राणमाद सिएं। संजम मिय जुत्ताएं।। जनय विदारि २६
नियंघाबारु संतश्परिभुक्का चुदरस श्रातापयति चंदाश्रव हिंसादयोपरि ज्ञानानि त्रास सजीव संयतारा पंचेनीय मिश्रणश्रीरामचवंत नामारं प्रतिसेयमता स्वराल स्वायमस्त स्वधास्त स्तं
करा
25311
पंचा सपरिवाया तियुत्तात संजया। पंच निगाह गाधीरा निग्रोधाप्रमुदे णि 29 आयाच
यातापयंतिऊचेति ग्रीका सेतसीत का नाश्ता वर्षातली नाशके दोषाश्रय, संजिना सा भव समाहिता ज्ञानादयन्त्र परीक्षरू रिपवः प स्वायन परासर्वत्र वचने प्रतिवर्षा कारणामे ज्ञानाच
प्रावरण
येतिगिष्टासु दमात मुजवाया। वासास पडिली | संजया सुसमादिया| रहे। परी सद जीत 'धूतमो का निमो हा जितेंदी सर्वस्वपोमोद प्रदेशाधूरामादाज्यं दिया। सच्चरकपही। एक्क मे तिमदे सिणो | 2015क्कराइक रिताग
प्रशोना.
प्रकतेवतीत महर्षय २८ करालवद्देसक त्यागादी निरुवा
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बनेकापन्नः
सानिमातापनादीमसदिसा देवमात्रममनोपकेचत केचनामाप्ति नीमकाकर्ममनमुका देवगणादिप्रायजानामरूपमा मंजमेन नर देवलोकगतिक
स्वपिनासर्वाजितानिकर्मोनिक प्रदारशाष्टियणकादेवलापगाकसितितीरयाणवविन्नामामारी सेजमेण साव मितिमार्यम्माननाजायनोरक्षकापरिनिवनियुक्तिमार्यमा वेनिश्तिक्रवाभावलकारचारयध्ययनरमममुजीव निकाय तारण्य मिहिमग्गमयुपत्ता नाणापरिनितिनिशिसुडियाप्रारंवासामग्रामसे प्रयानववस्तावनामानवतानावारण सारख्यानजानम्वकपमारुषमुन्नयनमा प्रवचनलीकेवबुलनिएषसजीवनिकायेनामध्पयनं अम्तीमामलेग गवना श्रीवारण घासनामाझवप्रत्यारुकमिनिवाकरासपएषावरना तिण गयोएचमकोय
श्र धिणियानिमियणगासमणणेगच्यामदावा काश्यपगोवीनत्यनेन पवेदिनाकेवला. स्वारस्यानापर्वदिएकधितापुप्रसारातःस्रयामधेपठिअध्ययनेधर्मप्रतियत्रसिध्यपाहातारा लेकेनानापश्चात
चधयोव्याख्याता कासवेणेगावयासयाकायासुपलतासामर्दिशियनयाधाएनन्त्रीक खमा रत्यादिषट्जीवनिकायानामधायनेसर्ववचनमश्क्षपुरुषाकाइमारवनुसार पादालापकसर्वोक्तःसपिज्ञयावरजवनिकायनामध्ययन यशरवसुखजीवियानामशयाणेममरणाणेमारवखुशाबजीवियानामशयस प्रमाणे सरावना श्रीवकाशपत्रिबेणप्रावदनासष्टुश्राध्यानामप्रसायममध्पयनका मणेणाशगवयामाधारणकासावरोधावयासुनवायासुयन्मनासीमाक्षनिधी श्रध्ययनधर्मधजन्नी नामध्ययनयातदारणो वा कायापल मयतातिदाहरणोपवाकस्याएवषदीकम्मतन्यपकायका
का अपपवेंकायापीरंग्यतजएवकारीरंग्यतो बापुएबकायसरिजेष पन्यासा
जकापकर तियापुकायका यणेधम्मपन्नतीजहादचकायाशश्राजकाईयाशतिकाईयारयाउकाईया
.
Chhi
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स्थान
वनस्यतिकायवारी येवोने सनी नित्रसकापका एवंषटमुजीवाधीचिनयतीसरीघाख्यानासवेमधनकजीचा प्रविशरीरंप्रयक मन्यूवमत्रपरिणते विना नस्पतिका
'जावसदज्ञाचा सचिरात्रपरिणत स्मारकाईयायानसकाईया उदविधिनमसमरकायाअगजीवादसना अन्मसमय। जनपद एवंबकायारयाता पातजस्कार बारव्याता अनेक जीवा वाचदिक्ष वात्रसचिनात्याता रणपणेावचिन सरकाणातजावतमनस्काया अपंगजीवादोमनावाचविसमेतरकाया श्रनेकजीवाचस्पतिविचारसचिनाममाता अनेकजीवाण धन्यवमत्रपरिमंविनामचिन्ने निर्धनमा
पशि
अयवीजंजेषोत नायवीना
कोरटायर अगजीवाणवणरनइवित्तवरकायात्रणेगनशत्रपरिनपणातजलाअगाबीत्रा. एवमूवीजाव्यपरवबीजजेशकाखेवबीजदतकाबीजरूसल्यानमवीवर्षा शिव्यबदारपजातिधनरवनम्पनिकाय एतेसर्वपिसबीजास्वस्ता लकदायक दया
पूलनात्मवातिमत्त्मवाहावानिक निबंधनजामिनसाचा मूलबीयापारबीयारवेधबीत्रााबीयरुहासछिमातालयाशास्मश्काययासबीयाक्ति नाआध्यातामीवीरगनस्तासादयविद्याप्रमाणेपुनश्वारेशानयाकी नमत्री नियमाप्राएर सधा
अंमजापटककोलकादय पोनाश्विनातिपनजार
सयपनाचमचर्सजलंकाधाजरापावाटतायात यादिप्तपदमबरुवा भतरकायाणाजोसेजणाशमवणेगावासावाणा तेजहा अड्यापोजाजराअभयार जिनेशमहिषीमनुजा-सणारनाजदधिचनजानापन नजीटाद्या जेषांकिकांचन प्राणिलाल अतिको समषगम प्रतीयामनशतकान करवातनरसा सांसदजामऊषयेकादयस बातजादिवनारका चात
निमाविपिनका सयासेसेमासिमुचिमरामशियााग्यमाद्याजासाकसिंघपाणाणे अतिक्केपछि सचिनगावसकोचनप्रससि काटनेचानश्छतातपानामिनी अगलेमतेम्पयज्ञातार
जेधवाजकोटसमययकग्ररुले विधाया संगाविस्तारवंतपस्वी मलादिचिकन
चंपता मिलनाएतदपि सर्वेक्वानदाया कवियेय सारियोरूयेलेसनसिये पलाश्योगगधिनायाजयकोपागाजाई।
रया
१०विध
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TTERS
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MA.आतियानकमपिनियाएननायो मर्वेतीयाममारे
मषवेशया सबैतिर्थश्योतिका टाकण्हतंत्रिी अग्विालियाशाबोदिया सहारदीय कामदीयासविदीया सजेतिरस्कजोणि
सनिरका मादियापतेसपारणाजीवामिनापरम धमला (५५१५ मा पयरवसनिवाया बटोजावनिकाय यामाहान व्यासाचमण्यासालावासाबपाणणाघरमादित्राशिस्वखसंहजीवनि इसिनाम्नत्रसका यतिपोध्येत्ते गणधारे शतषट्युजीवनिकाय नवम्बयं प्रामनासंबरपरिनानाविशनेमसमरेलेनऊया काडाससकातियाधीश शिखए जीवनिकायाणांनयासयदेडेसमारेतिमानधन भावापेरपिसमारतापरकारापायरममारंसमानान, अन्धानमः नाmया प्रावनीववादशवचनेचात , विवधव | विदोन्हमारेतधिजाणदेसमारेलातवियाननसभणजाणामिाजामीवातिवदंति Ema मनमा अचमा कायन नकार िनकाशयमि तिमपि ग्रन्पान्नसमा जाए कि यम्पादसदेतत्तवान् । बादलोमागणवायाएकाएक मकरोमि नकारावामिगकरनेपिअन्नेन समाजालामिासस सातडियामामाभदामिोगरिहामा अप्पाणावासिमानासमदर
द नाममत
नस्पत्रिकविकोटस्व संबंधिअतीतदंमभदंप्रतीक्रमामितमामनिम्मानिमियोतीतिसेवप्रतिक्रानि दामिया.त्यमाविककमाविअहाभिवतीअन्नदकाणमात्माने बिमामितिम सजीवनिकाधिकारवाशीम
प्राणानिपातस्विरमण पाणातियानहियरमणप्राणाहिनीयायातबामनियाता सम्मास्चिरमसिंघापादतानाचसर्वपासातिपात प्रत्यारव्या मिनरवश्यामि तिमयम्घासमंबादास
जीवस्व हिनादा
अनारकिकी विधारमूक्ष्मऊधादिसमस्हावाराचनसत्या दिश
विधासमकंधामि
चलायायामवरमोसशातपाणावायेषधरकामिासकसेवा व्यायालयास सेवा
KANESAMEERENastaram
antinikPASSISTAshoka
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बादरसी गवादिलवरोथवादियशान्प्राणानूनवस्वयं मेयअन्येषाएअतिपातयामि प्राणिनितिपातीतयो अन्यान्नमयजासाभि इतियातमामि
विमासयानित बावरेवानवसयपाणेश्वाशनानघोनहिंपारीश्रश्वायाविरूपमाणेवायोतवित्र विविवोमनाचाकायनान्या दिवा पतनाममनमाः। प्रथमेनदेनमवारपास्वमिसनमायणा गा लिया ताहिरमा नवखितामिकामादिमध्यावसाने लिनसमजण्यामिाजावजीचापागदामासातमहवाजषिमिसबारपालाजवाया कमावनकार्यमान जायना अद्यापरमिनीएमहामने
पावादारविरम
सनदेनमा बाई प्रस्ताव्यामि वरमणेशिवादावाशचनातमदवणभुसावायाठावरमला ससातसावायेण्वका मर्यन कोलोसाका नया हास्यक्षा स्वयम्वानवदामि Saag अन्यनमस्वावादयामिक
सकादायलाहावालयावादासामानवसयेखसंबरगानयानदिमुसेवावा अन्योन्यवादशनसमाजाला मि" स्वादिसर्वत दिनीपसदेनिभावने होस्मिसर्वमान्य माया दानविरमणे वचन नायसेवायोतविश्रान्तनपानागामिषाबन्लासमदनपनियहिन मिसद्यायावय पलितोमिम २ अयपरिसिमानतीनदेनमदाम अदनाशामिन सर्वेलदोन लादता दामन्याव्यामि मपयन मामाशाहाचारतिवातमाहियादालामावरमसत्तावादिन्मादापधरता ।
यामेवानारया
अपनीयमेरंकादि बफवनादिप्रमाणेबचादिनभर
मालगामियानगारखानपदा बचावाचा धारावाचित नेवान
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नायतदनमका
नेम्वयंप्रकामियादि सर्वधर्वर
स्प सयेशहिले गिहिना निधोनाहिंत्रहिनेगिहनाधिनाअदिमिनिविअननण् सवेशात व्रात पस्वितोमि त्यादिसवीजहिलो दिन ननीयमखतेवायत अद्यापारेचवर्धमाखाव
सावान् । महडिजामिसबागअदिलादागालावरमा आढावाश्वचाबनौतमहवामी अनुनारिम सर्वसदमामे सुनेप्रत्यारस्यामि देवादिनानिदेवो मनुष्य निर्यशजोनिका नेवर जबावरमा सोनामजणेपछएकामिभिसविधवा मापसेवा निरस्वजाणियेवा नेव यं मैथुनामवते निवानोविनसेवया मोत्यादि । सीजये, चव जावजावादिनावर 3 सिंथमेऊणासविज्ञाननिािमजपासवाविमामिणेसेवातविअन्नमुमणाच विदेशमसाबात पसिनोमि मीमेनविरमाने मर्वन्धर्ववत् अवापारपंच मेनदेनमान परियार डालतातमहश नवनिभिसहानभेजामावरमणोधाश्राहावारपेटमसातमहापारि मतपरियघल्पास्यामि
सनमध्यान्चयादित बावजादि पूलमेगादिवनाप्रमाणे चित्तवि यहाडावरणासन्तपरिशदेपचरकामासिवा बवालवा अपवा वित जसविनं अचेतनवा यथाटनीयवानन्यारा तामिवसर्वमनापक्रयेमेवस्वोपरिणमि मेवान्याम् परिय प्रास्यामि मनवा अदितिमेवानिवसयपरिधहपशिहिमानवाजहिंपरियपशिगिष्ट्रावि५
हिरमागे
अनादिक
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परिष्टाती
श्रन्यानसठ जाणामि इत्यादिसर्वसरट्र का पंचमेनदेनमा उपस्थित
स्मि
इत्यादिवितव्यं
अपरिग्रहं परिगिने तिविश्राननसुमपुर मे शनिमहवयं उघटि मिसवला परिया
श्रमापाशत्रिलोजना रिम
सर्वस] रात्रिलोचनादिरमण
नेवमन्ये रात्रौ जया
सावरमे। ॥ श्राहाभारबाट सातसदद्वय राई जो यणावानरमण सघं को तराशनाय miss श्रनिंया पार खादिमंवा त्र स्वादिभंवा ५ निवस्वयं राजे कामास का पारांचा खाइमेवा साइमंथा निचसये राईजि मानवानहिरा इं जयानलुलविषष्टेशन ते अप स्वितोस्मि सर्वस्मा
राजिनाम
श्रीशिराजालेन मुष्णु जाणिजा छाबेठेतच अवनि मिसनाराईलोय
तमाचराविजन विरा
सर्वतानां न ममात्यानिषेधमान
आत्महितामोघ)
एड्रावरमणी पाचशेपेचम हवया । राई नोयणावर माणवठाई | अत्तदिय द्वाय नवसं रामित्रका मि. १० चारित्र धर्म योशिका टिम व्रतशुक्तीयो मोत कूसिंग्कू की बात संयतः समदस मेयमोपेत संयमन विश्नः प्रतिहितिपय कर्म अघ पत्रीयताकार पता दिहराम शास निस्कू वालिस्कूटीवा से जयचिररूपयिपत्र स्काइ | पाव क
दिवावा रात्रेिवा एकोनापरिष
मोवा जपतोवा 13
वामक
सिलेबा
रियादा राजदा पाउघा परिसाचा खातमा जागर मालेचा सीिंया सत्तिवासलिव
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रजकंवा
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मागमा
लाटुचोल राजकंवा शरीर
द्वारीवयं तनयाबादेनका काटेमवा प्रकाशेनवास लवाससररकेचाकायाससाकेवावबोहवेगवायाwwणवाकशेयवाकलिावणवादी अन्याचा लोमिलाकयावा मिनाकामलोणवा जानिषेदीपन नविलिधेर प्रतिवन शोधानबहेन मसेराया अन्यान्नाति यलियाएवासिलागाएवासिलामालेवानालिझिानधनितिंदिजात्रा घय नबिलिखेल अन्येनजानप्रदान , अन्ननामलिंदायन अयंसतअनिश्चित विलयनवाल लिहाविज्ञानविलिदाविजनघडविजनक्षिदाविजयाअन्लेत्रालिदेतेयाविलहवा प्रयनवा विदेनेचा नमुमाएमाणायाने विप्रवीकया जावजीवत्रिक्वधिवशेन ज्ञातानिएकुकीवार ययावहक मिरापानीय अदम्पवेसिह हिमंत्र चटत्तवातिदेवात्राननसमपणासतिरकाचालिरकुणीचाणासउदगंवानसेचा दिम IRAN कारकानकविनोदकर मथुनसमुचिटणादिवबिंदबाकातने चदकडील बिमरीर उदकादवाव मुस्निग्धविनमानारंवार भिभिग्धवनिमय वामहियेवाकरगंवासुदगेचौदवलंचाकायोमहवलंबावनसमिणवायलोसिस शारीर नशमन ईधन नसंगमनाब एवंनापीमायनपीमाय अनास्फोटायनप्रस्कोटये। चाकायनासपुरनिजामसंऊसिजनियाचीलिजनपचीलिजागनअरकोडिजानिए मखानापये मप्रमापये मित्रवत्यादिमवतोयअयनामपर्यनमसंसहमयेन्
मारंपवयनूननीका स्कोहिजा नययाविद्रा लेनांसाविजानकसाधिना नावालाविमानवाह
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वय अनास्फोराबाय नवम्कटाय नयानापये मप्रतावाय अन्येयारपतवार लाविमा काडाविहानपरकोडाविज्ञानप्राविनानण्याविना अन्नोनुमाविमानसंघमा
MASAJarathe
विमानावीलाविनानएवीलाविज्ञानप्रस्काडाविमानपरकाडाविझनियात्राविज्ञानण्यावि
अन्यनामपनना संम्पत्रांतवा अाधीमतेना, प्रपोमवा अफाटतेचा प्रस्फोटेनेवा आतापयेवा प्राप नाअनंबापुसतवाससंसंवा श्रीवीलतेवापतीलतेवारिकार्डचापरिकार्डवाअायावतवाप यंदा नमाणी श्राव अत्यप्रकाययशनास यथातिरक्षा निरकूकीदा, यमा अपिशनमाग्न अंगारकालाहित विरलाग्निकर अवकाकाला। यावतवानसमाजालिमारणाससिरकूवासिरकुष्णीवाणासअगणिवागावामुमरेवा अचिंता असंवाकाला जुन्युक निश्चयानिक चातकापाले नयार वचनादिना अप्रत्येमनदातम्यन्निर्थ मोकानसेनांजनादिमा ननिवापोवननधापये अन्येय जानेवाअलावासक्षागणियानकंधान निजानंघहिनामा हालिमाननिवाधिकाअम्ल न्यमानासिंबायन नघहापाय नकालापाथ ननिषियको अन्येवमनवा महयनेचा नयनवा अकाल मजाविनामघहाविज्ञानमालाविभनिनाविन्तंजजेतवाघदेतेधानमालेचापजा मेवार निवियतनामसमापुत्राली यात्रा यति चा निचुकीया 13 अबसचिनेनमारपदा विनयजोनवर लसवानिबाघवानसमाजाला शालतिरकूमान्तिकुणीवासिसिगणवाविण
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व्यंजन जिनेवा प्रवेयदम न्यादि यत्रवेडे पत्रने मेनका सायाहरू सापया आयेक देशेनवार मारला मार समुदानवा
नालियापनेचात ते गेल्या सादाय्वा साहारोगे एथा। चिडयोणचाचिऊ दावा
तवा बालनदारस्तेनवा :
नमन कार्य बाह्य वापि देगलेर सादका दिन नकुर्यान्न बाज
चिलेावाचल कातणव दाघव मुहेशाचा अपशोचा कार्य। बादरेवा विद्युगलानफुमि ज्ञान ४ अघत्तिश्कुवा शिरकू की वा
३ मोछारपछार्यन्पेनन् कारयेन नव्या जये वीजयंत
जानीयातू
चीने नऊमा विज्ञानवीयाविद्या अधमेते वा नीयतेचा न समजाणिद्रास तिरकूव यधाबी जेड सलाबाजे चिरल परजाप्रतिष्टे वा चोटितपत्रेषुवात्रोटितपत्रप्रति वासचित्रे कीटकांवर सजीवाएको लघुास्ते प्रत्तिनस्पतेश
कुलीवात्सवी सुवा बीयपयडे युवा सांट युवा रुटाइसुना जाए सुवा। जायइसुधादिनि
मगच वतीतन मस्वायत
एवं श्रान्नगमादाय
सचित्र प्रदा
चित्रपरिवा कीटका वा नचि
संवाद रिपथाचाचिने सवा चिन्न परदेसवा सचित खवासचितको यल पासवान
एवं न्येवान गामव
नस्वापयेत
ननिषीदाय
नचावतीय
तू पीटफला दिवा तेननिषीदन
गति नचिनिन सीइजा | अन्नगाविज्ञानश्चिका विज्ञान ग्रहाविज्ञा प्रगच्छेतवा
श्रन्नषीदयं तवा स्वयं
नमनुजानीयात
५ यधातिकूर्वा सिरकुकावा यथाकी विवानिसीयसेवा उयहेतेा न समरपुजा पिज्जा जावजीवास तिरकुता। शिखुली 9
'जाचज्ञीवं
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तंबा पतंगबा
ऊधुंवा पवि जिंके वा
दस्ते नवा कदे नवा
बाद मेमबा
नरप्रदेशेनानरप्रदेशेन
वाणासकीचा प्रयंगेचा ॐठेवा। पिवीलयेवा हये सिवा| पायसिना। बाऊंसिवा। नमरेशवाद
व सीपन वा वनवा पदगलेशाबा 'कंबलेल
पादकेनवाज रजोर होम वा
नवा
अंगके
वासी सिवा यचेशिवाय डिग्गदे सिवा केबले शिवापायच शिवारयह रणसिवा उत्तगे शिवा
नवा अंगकेन वा मात्र केनवा फलकेन वा सियायाना संस्वारकेन वा अन्यतानव नद्या प्रकारणपगरण समू
उडशिवापटसिवा फळगे सिवा सिद्यसिवा संघारशिवान्नयो सिवा तरुण गारव
नाय
ततः संयतः सततः नापर प्रतिलेषच चुकानछनः समाखन स्पर्शरूपणी माना वापमा ज्यरमनोहर लादिनाद एन प्राप्य कडधान वाजप परिक्षा जाताना डिजल दियशणमधियशयगत प्रणिद्या। नोणे संघायमा विद्या ६
Ε
श्रश्रुप्ररुः शिष्य प्रतिः ॥ प्राणस तानिप्राद्री या दिनाने एके दीयां दयानि स्वयं स पापकर्मव नितान्पाप कर्मासनस्य कटुके फलं सवति श्रतिनाति यसमा विचर
अजयचरमा एमाया रास त्याए हिसी बेधईपाचयेक मानासहोइक मुथफले। शत्रजयंविठ
राणानिनिम्ति बायकुचना ग्रामी निसारण दिऊर्वन् प्रान्ता निरुन स्लि०३ श्रयतं स्वय का शय्यादिना शायनि
गोपासूया राजयं आसमाणपत्याई
अयतेनुं जानो नित्रायो युनबिड अर्थाने साय निष्टुर जाताना माछ
वसिषा गुरुप्रातः ॥ कसे बराममिं
जानि
निस्त
अजय संजमा गोया पाया गया अयंज्ञासमा गोश्रपाद्य के दचारक देचिष्ठ कदमा मे
४
राजयं सयमा खोड पाप ।४ ।
'कवायाास्त कं
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मायत
कच्चजामानापमानाचा
पापकर्मनिवभानिजीबा
गुरुप्रारु सध्यमनियतनयायननयास्तियनत्रमयासययेनू चारजननयनिता
प्रधानननादयानतो शानदनिरपवतिलिप्सिर्वम
याघात
अन्यानीकिंकरिष्यति किंवानाम्पनिलेकहिकेनिपुर्णहितमायेचानविपरीत
A दसकदेतीजासतोपावेकम्मेनबंधीजयशालजयेचिठे जयमासेजयंसय यननमानजानू पतनया नाधमान पापकर्मनिवधानिक जयंजसोतामेनपावणमास अपसूत्रस्मासम्मेबाईपासायहियासदेता रस पाण्डमेनाणेत्तवदयाराचिराइसवसेनपाअन्तामकिंकाही किंवानदीपासयया
me अचाजागतिकस्या शुयाजाणानियापक संयमपिसँगमासयमरूपश्चनजाणति तनोजिनमेनियन अात्महिनाममा Jammuसुबाजारणश्कल्लाणेसुद्याजागाइ
पाउतसंगिजासमाजसेयतेसमायारा यजीवात्रपिन जानाति अजीबा२ऽपिरम्यादीमजाणाति जीवाभूतधायजीवाश्रमाम२० कशमस्यौजाम्वनिमयमंचारित्रं १२५ यानजीवान। जाजीवविनयाणेशविन्याशेजावाजीवप्रयाणेताकदसोनाहीयसेकमजोजी अपिवनानाति। अजीवात्रपिनानानाति जावातावान विज्ञान मधमारॐनिस्यतेजास्पत्तिसंयमचारिवं १२० यदाजीवाद अजीवा बिवियागोताशाजीवविवियागजीवाजीविधियात सोडानाहीसंजमावाजयाजीवन - पाविपेतोविज्ञानाति नातिनवरकादिश्रनेकानदाN सर्वेषाजीवानोजाणति यदागतिबनविक्षनदाय जीवशादाविषयवियाणरीत्यागयजये सहजीगणी ४ाजयागयेबऊ शिक्षण
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नपा
नबंधचमोई
अनजानानि
यक्षपन्य अनपा
बंधमोरं जाणानि
दानिशीतमोकासबिनसम्परवि
मामा
यासुन्नेबाचाबंधेरकैचमापरीही जमानेच्यावशाबंधेयरकंचजाणारीतयानिविंद रास्यनिविपाकदारुणान् लोगादिया मासानियतनोगाम्मा३दिवाश्यानमावण्यादा पजनिनयोग अत्यंतरको १०) यदा त्यजतिमयोगेश मा दिवारुथारूमादि रुपन्यजति
बाह्यायनर । लाजदाजयमापसाजयानगि तयांचयश्लेजोगासिझंतरखादि।जयाचय नदाधुकोयनोसावपना प्रवजित IRAIN १९ यदामुरेनविज्ञानविजितारिक नदासवरधर्मचारिश्रुपबवकष्टम्मुमति तयाघाडत्तविशाखाणगारियोजयानाडतवित्राणत्यासेवसकाधम्मका रक्तशमान २० टाढामेवरतन धर्मस्मसमेत अनुत्तदानानिधाय अबोशिकलपनयानिध्याटिनायास हासनानिक रमिला नहासर्वत्रका
याचादिकलुषतयातनं पपत्त।२०जयासंगातयाधणश्कम्मरयाबादिकलसंऊडशजयाधुण तयासव सिषज्ञेयंविषयंसने वीनधाधिपशि २२ युदामबैकंकानंद नदालोकश्रलोकपुनः रागादिजेवाजिलोजाणानि केवलीस नधनःअधिगति
व यदानोकम नगंनाणादंसचातिगबा२शजयासवणचयालोगमनागंचाजिणाजाणश्केवली श्वाज लोकजाहानि तदामनोवाकाययोनिकोलीमप्रतिमावसबोपयनमिकीकरणप्रतिवचने
यहायोगनिदाकक्षिानीरजासकलकर्मरजस्यपक्रम जायकवलीनी यलिागणतयाजोगेनिलंलितगासलेसिपडिवीजयाजीपानयाकम्भवविवाएं सिवि गावनिप्रायनानीपनीरजममदाकर्मरुपिचामिदिवानदालोकमतकस्वामलोकायरिमिक,माश्नोसवनि सुषमादयवम्याप्रापमारवमादिम
विनीरज मीराधाजयाकोकणतयालीगमधवहिवश्सासमायासुहसायगर
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सामानयजालिमवर्याच्याकलचित्रस्व निकामसायनिदिवारामळोलनयलप्रविनयाबजन-प्रशासदानिताहतोनावना ज्ञानोपकारियन विशयनसीनस्य
अमलम्पकम्पादादिशुकी ६
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सभणसासायाचलरसनिमायसायमानन्चालणापहीअारा पुलदासमस्मारिसगरमाका नसागुणेप्रक्षनस्य अभिनेमार्थविर कोतोचारिखरतस्य यसबकानयन समता सदानि नाम सात स्वस्थ विदेरणादाणाधमरवतिसेजरयापरीसहेजितमालखव्हाखगश्तारिसगरमा
RTISGANGALI
पुस्यादपवई नेप्रमाप्रिय-विप्रेमीफेंगलियोनिश्रामस्तवनानदेवलवनानकायबाप्रियानका संयम दावणबपनमायीन
स्वोनीबदमचर्य
Pापछावितण्यायास्वियंगतिझमालवणाशाजसियतवासेजमायावतीपबेत FIR२८ न्यग्बोपद्मजावमिकायेषु सम्प्र त्ययननायुत पुरानामएलबक्षीचारिपाय कर्मणानोबाकायकिययानविन विचारयशवसजीवणियोसमाविष्टीसयाजए।ऽलहेलसिसामन्तकमणानविरक्षित शनिसमाप्तो बबाभिए विस्मजीवनिकाय रबासेली अमानिरविद्यासावित्रमाणवाा शादिमासप्रायतेनिशाकाल झासितिबिमिाणानिबजविणयासमता गासंपत्ततिककालेमिसेसचोप्रालि
मनातोडमानवियबधानसनवारणंगवेधाधवविलोकमे नवरुमालकमयोगेनपरिपारीपारण
विधाप्रकारमाफ: ससायगोचरायातःगोचरयोगतम्माचरे
न गारवा
नाशमणकमजोोणासन्नपाणेगावसाशासगामेवानगारवागोअरमागनमुलाचार मंदाधिमाअवविनेणावयसागमाया प्रसूदमागमहिचारायांतो ए.
नसंदेश्अनधिनप्रमनिक व्याकरण चेन सा२परतोययानोयुगमायाचा प्रेसमामयवाचार
निजनबीजरहिता
RA
NERDA1050SURAusic
Jiseoslyigare
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निस प्रालिग सहक मतकाव व अवयानं शमादिकविसमेनप्रोन्नने विजलेबिगनासकमतमासंक्रमापजनमा दोकायावाण
बाधकीन परिखजाय
दिमानगाव विवमानो बीसहरियाशवाणेनामनिवार्यविसरवाधियोधरिवरसेकमेलनयबिनावि मरानकायमाप्रोमनि व ननःअवपातादोप्रयत प्रकलन वासंयतो हिमात्र प्राणभूतानि नमान् तथा धारा३० ५० द्वमाषपस्कमाधापकोतवसेनापवालातवजयादिसिमापाणयाशतसवधावाराप नममानेनमाणनगत मयत सम्मादिनःशाप्ससमाधिनः विद्यमानेनबनेनमार्थनतेनेवगनोदिमायणायनमेवयानेगाव E इंगारणारंगारणा समातिनाविज्ञासिंजय सुसमाहियासहश्रान्नएमागणाजशमवपरकाममाघाउंगलिा
अधाकाननमारूग अस्तेयंगारेरहारासिन्यवरासिंऊषसमोरूंगोमागरणरजस्कास्नमावरटनवादच्या संयनमानोझर्वेफ्रोिमिनकामायन
नवारवामदेवधान' बारियेशसिंउससिंचशीयमासमारावविधापदिसेजउनेनश्कामानवरिखवासेवा सनि महिकमर्यावावतेत्या वास्तवाचातिमतिः .. निर्यकर्मपानिमेथुनिष्टादिवस नवरेददेश्याल्पाचे वचर्यस्य सोतामदियाश्वपतिय महावाविवाशतातिस्विसयाशमानधरिजावससामने दमामा तावशमानयताकि ब्रट्याधि दोतम्पवेजपानवाधिोनमिकाचित्र विक्रामा पापानमेवेपारस्यायोजनसंमश्रेणी बेताचवसायणबत्यारिस्मदेवाज्ञातावितियारण्त्रणायावरतकासंसयायत्र निरंतरचरनवेत्ववानापामाविराधना प्रामन्येवाविण्मययम्यान जम्मारएन विजानीयमान रोगनिवदनं नयेतायनये | सिरक जाधवयाणवावासामन्नेमियमेसारणतह्माण्यधियाणिनादोसंगञ्वहणाव
मनस्यताका
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वच्या सामंत सुनिएकांत मोक्षः मार्थआश्रितः ११. स्वानंद्यूतानां वप्रभूतानां मंगो बलीवई स्यं श्चंग करत एता नि रिजन्ननोऽ
नि
पाचससामा पीएगेत मिस्त ११ सासूत्रेमा चिदिने गादये गये। से डिझेकल हंजुम । इख सावतो जात्यादिगवान् असम इंडिया लिमयेागं याविषयं दमित्रापुनि जोत जावतो पदार
चार अप्ररो दमन ना कुल
लग्नाचणीपत्र पत्रिणानाला इंदिश्राईज दाराागे दमाणी चार
१२
परिवजय। १२
मी नगचेत्र प्राणम्यगोवा स्मन् वान निगचे व्यवो वष्टा दिला व तो बंधनादिनि एवं श्रवश्वप्नील दा
दछ र साना विद्या तासमारीला गोचार दसतो नातिश विद्या। ॐ तं नचान्यं सया | १४
आलोकं वा ख्यादि तीनो दीनां नररूम्स्वानंयुतां ग्रान कां येत नवनीत मित्यादि सतानि
24
आलोयेष्ठिग्गालेदारा। सिंधिंदा नवा लिय। चरंतो निविनिद्रा संकठा विवाय १५
यूक्रवक्ता दिः गृहपतीनां मेटादिनांच मापवकश दिल हयस्वाने से कोरणं स्वानं राज्ञकार चलताष्टाभिरते परिपरिवर्तय १६ प्रतिनिष
रंग्नोमिहिवईांच सदस्मार पिया लिया सकरेल स करता। हरय परिव।।१६ पछि
अद्वितिंम धेरज का इविरं मूर्तिका दिया व्यक्र दिलेन विविज्ञान ममटकस्मत प्रातिशुकु लेपच मेगा साधु : मात्रामा तन मामकं परिघेन यत्रपविदतिपत्तिविमेन्स
कलेनचे समामगेपरिघ चित्रकलेनपवास, वितेपिविसे लेंके। रख/सालीघा चारिक बना दितेन हि चंद्वारे मनाउनु या न हो घाटयेन द्वारंन प्रेराम २० कृपा द्वारं नोदघा प्यून आगार कार्ये यतनय गोधरा विट
था
उदघाट
वाश्म दिये अपायानावसुं खारा कवाडे नाप लिया। नग्गदे मिश्र जाइया । गोयरापदि १०
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वयनमरसतर्वनिकताकार्यवनपकारोवेमिसंप्रासकंजाचालयापकरूपतयेामीवारेखमोरुपनसेकोएनपवजवन चिंताताप्रवास
यावमुमधारयामासंफामुनानवियवासिनीयवारंवमसाऊग प्ययनदुव्यायारोनवजनिकलनधारणाजीचाअप्रेलीया २ यषकानिबीजानियकोलानिविश्वशाविद्यालयमशक्यानिकोटकोपरविके वहअनुकुंसजायाणाऽडिलिव्हगाशजचकारखीयाशेवियान्ताऊ अऊपण निश्वशानियत्राविधापखिजायन र एफकेदारकंबालस्थाने नवलपुषसादिषहमायनेष्येन बरू पनी वा चालिसंप्रमाणेघरिवाशपतगेदारंमाणावगेवाविआणलंधियाणपिविसानिध प्रविसे०२३६ अत्यामजनविलोकये योवेष्णाष्टिनमालये नातिहरविलोकये नत्कुलमापरिनारादिनलोकायत निवान दिनाणवसेजपा असेसनालारशा नायरावलामफालेनतिनिशाणनियनिधये
खानेपानीयवासायनिश्कनायोत्तास्वा गोबरायगतो कि ऊनस्पतालोतीमयादाजावामिनांवरज्ञानावनमत्रातिन स्याa४ पोरवास्तूर्मिनल मागायरगानमुपाऊलसाभिनाणशामियं तमिएरकम नवनिध्यायातमोप्रपरेत साममिक्षाविचक्षण मामध्यवधामाधुतमान में लोकेपरिननयन अधाहतस्यादिदरसनेशादितावान सविडिलेदिशभित्तागंवियावासिणाणयावस्मासेलायपरिवडणारयादगमहि।
নারীনাআন হাননঅ্যানিলাটিনানি এরিনঃনির্বামাটি নিষঠীৰন্ধানেত্ৰীৰিনাটানিন। याआणिबीयारणहस्त्रिाणिशायरिवछतोचिठियासमिएसमाहिणाशानबासचिठमाणसान
HEL500
जल्यन्नागाच
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सेना आनयेत दात्री पाण से अनंतंत्र कल्पनी थंन इच्छेन्नीयात्मतिगिकीयार अल्यै तिखा श्रातरंतीयानयेत्ती स्यात् कदाचिनतंत्र
आहारेयाण जोयां ऋणिमपिगाहियक थियो २७ आहारती शियाका एडिसाडिद्या देखे परिस्यानयेद् विरूपयेोजने ततो ददंनी प्रतिद्याचखेन प्रतिषेधये ती या बीजा निरूपितानिवसमई यति संयम सौनकर परिसात्तनदोष वामन कल्यान २० मियो। दीनीयपडियाइशस्व मेकपणेनारिस (२८ | समुहमा पीयाचारी जी यणिदरिया लिया संनम
शी नाशं ज्ञायापरिवजयेन निषेधयेन त्वर्यःसरति वित्तादिकेतधाय चित्रमचिस चित्रेपरिनक्षपवासचित्तंषत्तवां घटवावेव श्रमलाई अदकंसे
करिननद्या[तारिसंपडिना | सादद्दु निश्खिविताले सचित्रेघटिया लिया तदेव समाय
प्रतिपद्यतान्यवादयति दकमेव मनोनिषुषं चारुष्यचालयचा आपण अशक में पारू कोन पारून जलो शितेन दिव्या 'जने दात्री प्रति" नमेकल्यतिता ग
नाजनको मत
गेसं पपुलिया २० प्रागादत्ताचला आहारपाणतोय। दिती ३१ पुरेकमेण घेण | दहिए द देवीप्रति श्राचसेनमेकपद को मल के विंड नाईन मतिमेन रजस्कन सक्तिरजक रिटेल एक्रम आप रिता ही घुल को मनुस
सायराचा दिनी ॥ २२॥ एवंनद लेस सिप) ससर रकम हिज्ञान सोहरियाल दिए लिया मलो सि अनंत कालापी सोशटिका नृषिका आम कारण को साधा व पतितते न घर तिर मंटो में लाजणे लो। गेमूत्रवन्निय सेठी सोरिद्विग्रपिठ संकपत्र नक्किम सेराठे ( संसदेचे
नति
जनादिनिबोध ३४ अनादिनाऽलिप्ते नरूक्तेन दिव्याकांश ना अनेन वा दीयमानेनश्वेत प २ कमावल वबोधवेसणहघेाद दिसा योगवां दिद्यमानडू चिया पत्राकम्मे हिंसवे। 24
SRINA
22
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स्टोन मोन दिव्यांको से सामने नवा दीयमानंप्रतीति यस्मात्त्रषलीयनवेयोरेकरता स्वामिनी झुंजमानयो। लाजनादिनयोरेक एव साधु निमंत्रये कूदी साद घेरा दिवणदिद्यमाणेपडिजिजा जिल्ले सपियंसवेरा उन्हें अनुजमा गाएंगे (यंगो वच्च निमंत) यमान का दिन इन्कीया मे मेदेन नेत्रादि यतः मेयस्यवेद एवंानपिस दिन मंत्र यक्ति का दामीति कीया दीयमानं ततः प्रतीचे यतस्त अस्पेष्टनावतिष्
दिघमा (एनईआर वेदसेपडिले
मंत्र जमाला गोतचनिभे तयादिमालिया
प्रेषणीयं सवति वप: निस्संकलितं विवपानादिनाथा तुज्यमानं विवर्तयत्मा समस्या तिला गाना दिनु क्रसेषेवते
चिद्या अंतप्रेशरिणयताव 20 द्विपीयन्ते विवहेतोय गुंजमा चिवजिज्ञासुन से
३० स्थानका चित्रालीकाल मासवती ननमा सवती
वान
निषा नातेवा
उन 57
से
संप चिया सियायसभाद्वाय मुत्रिणीकालमा सिसी महियाचा निसीश्रावा| निसन्नावाड
४० दिन छात्यदीयमानं पानं संयनानी साधूनां कपिसवे देनी प्रत्या० नमेकस्य तिना ४१ पाययेनी दारु के अमरं वाकुमारिकाया मनि
नावाड, तेजयाराइकणियादित्रिये डिगा
४२१६४६ विद्येमाणीदारगंधा को ताकादिलो चारुदेवं ग्राफरेता जोन में ४२ नवे पान साधूनामक ४३ जसाबसरूपाने कच्या कल्बयो मिक स्व कुमारियां तं निखिचि रोयते आहारा पाला॥४२ तेनावत्तत्४२ तेलावतत्रपालकाक दिदतीति श्रावदे ममेकवारेले व मी मापे वापीनवा कामवाली टिकिलिये भवा के नव संबं
मिस किये द्वितीयं । ४६४ / दंग नारे एपि दिये। नी सापची डियावालोटे एवाविधीडेएगा लेंगे सेवके
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४) तदतिद्घारयेत्रदद्यान् श्रमषार्धेन निसिने दायको नान्माई दे देती प्रतिजनमे कन्यानं पान करवा स्वादिमंत्र स्वादिमंध घा
पातं चझिदियेदिद्या सम । एवदावर्ण । दितीये डिप४६स पारागेवाविवाश्मे साइमं नवे पानं श्रपामरवा दिये ३ स्वादिमंय शामी या न्या
ज्ञानीयवदाना
तदा । जेना शिक्रमुणि ज्ञावादापरं ||४| तंतवेत्त्रपा४८ असा या । नापगडं
इमे ।
निवेतनातून पानादि खादिम स्वादिमयानी यात मी पर्याप्रत नंदे (५२ दसम्बरदेवन्नादिज्ञया नातिन मलाई सा
तसादसत्र 101सयासंग विपमिठायगड इमे (५१)तं सवे स |रासस०] सम
नंदनदरवेन नायमान कर्मवीर किमेव आतंरग्रामादे अकवार्धता ग्रहणे
हागडे इमे ते तावत्ततया शोधावाइ सियं की गडे । १ईक मोचग्राद डोरपा
धनः प्रदेष रूपं धमित्येमा धर्ममा विदान नरुमंसेन स्वत्रांकित त्यत्तिका दिन नावाचा निसंक दिन एवं साधु मिश्रनुबई का मनयदर्शक चन्यमतितच
मित्रोमीस जायं सवजगामाज्ञा कसावाकडे सुज्ञानि सांकियसाप "तिमिनीथापसन पानादि स्वायमेरू साइमं सुष्मा दिशिरुन मिग्रॅ बजे सचिनेर लोर्वा मित्र दवे नत्यादि डिगादिसंघ प्रमाण खाईमसाइ मी बीएस दरि वापरावे
५८ अशना दिखादिम स्वादिभण उदके पानी मेंनिरु श्री अनंतर परं पवन गनकेश की टकाने गर मदनवेत्यादि मनाना दिलवा म स्वाम
पाया। श्रश्वा इमे उदगमितदाभिच्चे, उत्तंग पेशा सेवा पूतावास या वाइ १२
प्र
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रुजाअाश्वमा नाकानिवसताइसकतेषनषेपेनबारुतया नित्यायधचकेशमिवानुत्यनारलानामतलवेनानि तवरलेनाबिपनाया अनिम्तिनवकारुप मचानतो
देद्यान
श्रागनिघतःमारोयनेनावन तेचसंघददान a तदत्तवेत्यादिप २ उसकंपनसंचायोऽतितकनया कालअविष्यतमग्नि मणअगलिमिकाकानिकतवसंघटियादणाशसंलगशएवंयस्मकियाजसविधामयालिया एजालियानिधाधियानमचिया निभचियावतियानारिकादंवातंतावसावाऊक र लोटुको एकस्मिन्बीकालादो स्वाधित संकर्थिकदमतीन्या चलानेद्यस्लिर ननकादिनालिस्मोन पापविराधनास्सिंक्षाव सिलेवाविरहाचाविषमयावधियमेकमातेचवाचलाचलेयानातमतिरकगचिकादिछोक्बच RA सद्धिीयसमाधितसाद निरोल फज पाचवा क्रहीका प्राकारतूसनकं शेक घामा
पिलि फज पाचवा मनमामागतीरशुसिरामवासोदियसमादियानिमिणमालगतिसिविताणमासादामेकी आवास अमरणानिनदाथका ६५ जयेन्द्रनारोहितनारपपने रूमवापादेवारूपेश्कट एचवीजीवारम्भूहि मान जानियतालिका चयासायासमणकावदावारुक्षमाणीपडिजगदबायेचलूसचिजीमेदिसजाज नामव्यावस्पताजगतिप्राण पEEKeeणभूमपादोषा३० ज्ञायामहर्षय सम्मानमालोपहितमिलानमति ननिनि भयना सध् अन्लेनसियामगाणश्यरिसेमहादसोजाणिमणमिदेसिणानियामालादउंसिस्कायडिगिहन av ६५० कंदे भरणा दिनमूलकादिपले सर्वस्याको अधतिमनिरपवे बागेचवर्गऋगवेरभाई प्रामापखिना सतावसका मिसेजयाणकेदमूलियलेदेवासायबिन्नवसन्निधागसिगाबरवाअागजपरिखकायापणतदेव
नसतो अवसंयम जनोगतारमा महास काभिमुरिसंधि
LAILA
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लाकोल 14 बदरीश्रापद जिंतिज पटिका
श्रन्ययमोदकादितधावि विक्रयमास विक्रया जावा रास्टि
सचचुन्नाई। कोल चुन्नाई श्रारणे । सकेलिया पिये। नेवाधिनदा विदा प्रशविकार मापसढरए
पिनं परिसानीप्रति यावत्ते उनमे
नास्तिकं मासं गलाव्यमय
स्वाथमफलै टीम फते मपंचाल कंटकेस
गरिफासि द्वितीया प्र२शब
गाले अण मिसेवाबऊकट्या इचयेतिध्ये बिनं ननुड
न्त्रिकम फलं बिनवलं मांसादनोजनं च न धर्म कंराज्यं चबऊ तदप्रतीच शापादिना श्रव इतुममें शाम नीना नादिफल का
विसंबलि (2|त्रणेशिया साथ जाए। बऊन शिय्धप्रिय दितीये॥118) तदेव द्यावया
आरमाला दिवा वारिधावनं सुमघटाने में स्वेदमपिजला दिवान लोकल कंपनीयानू चिरमेत मिसानु छाद निवा कहती अभुनाथान अपरिपाकमादोस्य जलीयादिन्य
चौरिधीय संसेश्म चान लादा शोधयविव द्वारा प्रपोजे जाणिजचिराधोये। मइपदेशणेश
बेलायतश्यायारुतीवेला तितश्चक्राम निशेकिर्तन्तवतिटी या ६ शोदकं परिलने त्रिदो ६ नं वा परिट की या संयम वारिणि सुचाना। अधनियां किये लावा जीवे एयेन चा। पडिगिदिद्य संजया प्रदा होन देरुमे माममलस्यम्प्रति
कितनवे आस्वादरे वयेन निश्वयंयन् कं स्वादन
संकियत विज्ञा ग्रासाइता सरोव|७१ | घोवमा साहामिदला दिये। मामेव बिले झन नातंत्र सोपनोदायच श्रत्यक्षं प्रतिलोमनोदाय तदद देनी प्रतिश्राचरके नमेकता त्याला दिन नपरोस शील लेतिले विपिन
श्रचेबलेश्शमा लिभिन्न विति॥ दितीयेतंच कमि आदि १३
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गयातिन संयन-नवीयकम्पअमवादाकम्प प्रत्तयो-अप्रीतिस्यानकदाचिन्सवे अन्यचलरेण्येशनिप्रवचनदोषस्वलनुवैतराय
असेजमावाणीमास्नातस्मादायगंमलयवाणतियसीमाऊलण्वयमवाडि प्रतिविभवादनेवाननःस्वानानामि नवीपकादीननेसनिमपसे कमेनका पानाचायनापलं नीलकमलंगदमककमले ऊमद मविश्वदिनातनमानियनएमवसंकभिखातायाणहायसंझपाशमुणलेगा मेवाधिकमय विकाशकमले नगद तिकालिकाबो अनामयामनिन नजमेलबन्दिादाजीरधानादवेत्पादिययावत्यलकमलाकादि गतवममई वामगदेतिर अन्नक्षधासचिनातवखंविधाहातावरणश्यानणलेगनमेवाविवतियसभा वादद्यात र तदनतेत्यादि, १७ सालकंजम्यानकर्दवाधिशलकेवळाचन कसुदौतालनालिक मृणालिकापदमनी मर्षयनानिकामर्षमजा हियादवलवेसण साचूनेवाविधिशाकमर्यनगलनालियोमुरणालियसासवनालियो
चषेत्रनिहत्तमधिनानिवृत्वमनिमरज्यो मानेवालोयाउने सुषम्यशणवा दरितस्थवा ग्रामक अपत परिवईग्यन पुरवनियुधियानसाधावपेलेसरमामयागरसबानावविहरियम्माआमगरिवकाए TOSनावनोऽलमिलोष्टमिन्नकणवेदिकसविजिलेपनमंत्रनिहतेविदोकानरो निलपिलिकातिल्या बालअविष्य एणतहेवयानलंविधियशस्वनिवातिलपिडपसारंगोत्रामगंगारछणारुणिका बनायवेवारिसमादिफनिको अपकांचा निको मतदेव कोबदर निमज वेनकतेकरिमकास्यपनानिकोपानिलपर्णटकंका वारश्ददेतीप्रनियापनमकन्युनिता
२००पयोगे नवनिसिपलीकॉनिस्यन्नमनिसर्वचनो विविवामिश्रामयलिछो मोदिलीपोरणसदाकालमपुसिग्नावलूप्रकासबमालिग्रातिलिाण
Sasatishivayantirvadi
HARNAMASTRIKECIArts
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वकलत्रामगंपर्कपरिवग्याकपिटमायजिंगबीजप्तरं मूनकंसबरजानकंप्रनवनिरियामकअपकं घरिणिते मनापिना
डिगनियम आभएरिवझाएकविछमाजलिंगभूमगमूलगलियानामेासबरिणामणमादिन amavasतप्वकामनबदर मेमन्यवादिज्ञाशिनाचा नीमकमातेची मानुराजादिनयले श्रामगपरिवजयेरमदानावरे यादवफलमन्त्रणाबीयमाणजाणियाबिंदलगेरशालेचात्रामगंविधासमा तिरकूमाग्रिन्या ऊलेक्जावानपिठया मेमानीचनीचंदकले रिमतिकाया भनेकदिक्कनेन लिधारेवनगरवानिएमयेन लाने पियरेलिश्काकगद्यावोसयानीयकोलमडकमाभसडेनानिारयावादीणोरितिभ मानिनविरवादेवयमितः मूर्विनोबारहोतोजने मात्र होनाशययादीएवणारतः २६ बरूपचुरपस्टिसि विधानसोजनेचरवादिभावादि सिजगनधिसीवधिमाधुचिमालाशणमिमाशनएसणाराक्षबऊपरश्यधिविभवदेखा मादिनत्रोपोमिनोनपेयापरोयम्हादयानना २० गयनासनववा पानेवा संयतः श्रददनोनऊणेसनको ऊर्यावमय इससरमानमवडिभकाश्यादिनाथगनवासियणासणवश्वेदालनमाणेचसेादित नादोषत्यहम्यमानपि २ मरुवा फलघुभलकवा जाष्ट्रावायचेदमानमानाकनि चानयाचार प्रतिवमान घमणिशासक्वश्दीसमाहावियरिसंवाशिअहवामहलगंवेदमारणेनलाइझानो विधातवेदनमति २५ येवदिनेसम्पनपेततऽपरिक्रोधेनकार दिनममुकर्षगर्दनानि श्वेश्रन्येषभानस्य आमनेअनुपित व आणेफमसवाणाजनवादणसेकयोवेदिमनमुकाएवमलेसिमाणमासामन्नमरगुति ई
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दृष्ट
शुरु होनार आत्मावरुर्य स्पमया नामको
ईशा शियाफाईड लघु। लोमेश विशण गूढई। मभियेदा इयंसेने दिळूण रायमार्थम
पापं कुरुतेऽस्तो पञ्चसंतोषीयेचन्या स्थान संतोषयुक्तानि मोहना ३२ स्याकदा चिर एक को लबी विवश्यान तोजनं न करन
स्वयं कदा चिनूश्कक सोलानिन विनिनूरुतिरूमे मे ममदेदशस्वमेाधादिमनीया
चालब
जो इति
बजमापाव छत्तीस प्रदोश निवाणेचना२३ शियामाईन लहु विवदेपात्तायण वरील आसाववमेव श्रमणा संधिव आयतार्थी मोहाचीय श्रमु नियती संतोष सोमवार सेव सदरच्चाविवन्लेरिसमा हार जाएं ताईमे समा प्राय यही सरांमुगी सेवते। लूह
व्येमोव का दिमतगादा के दिल ताय६ मात
तुम्थमारी
तो स्वामी मोमी मानसं मन कलुष चंदना देि माने क्या दे सप्त मानेनोलक बप्रायेामाय राज्येन कर्मकचन
विमाना पाठोके ब
वित्तीसमोसिनाजसो कामी (भाग मेमा एका मगरपवसइकाम माया सल्लेच कुंकुछ श् विष्टादिविष्य नामे अन्यहामिदूर मेरा ज्ञानिनः साविषयम्त यशः संयमनमाना २६ चिनियका की सेनन को ि खरवा मेरुदाविशन्नधामशगरमा सरका मणिबेतिरेक जसंसारिकमाल। द्दापिया गातान
मोजा तिनम्पयम्पतदोबानू रनमायोजनमा शुभकायत्यामत्र मयामृषांच निस्को साझे यश निर्वाि
मिको इघिया शेतसाराददो साहिनियहुँच सुदामा | चटई सुवियात स्मामायामीसंच ति
सनिनं परत्र साधनात
तोनियो हिमो यघातेन स्वार आत्मकर्मतिर्मति ताट शोमरो तोचि नरा
कुरणे ग्रंथ सोयनविद्याएं |सययेचा साजण निष्ठुचियोदअहाते प्रकादिक मतारि
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यतिर संबर चारित्राचार्यनाराधयतिअमरगनापिस्यसो उसकचित्तमोरूम्बाऽपिपवेगळंति जेवजनजाजिता साभरणविनाशहाइवरवायएनारादेशसमवणेचावितरिमागिदक्षिण मरहतीजे खष्टमीन एवं प्रेही अनुगुण्या युगनोज्ञानादीनाविवर्जकाताशमरा तोपि नारायतिसेवरे ४९० तयंकरोतिमेक्षा जाणंतितारिसाध्वाधणयहीायणाणेचधिवजामातापिसोमरणातविनादिश्वसंधशतक वाप्रज्ञावी प्रणामिग्रमेनादिविनायव मप्रभादविरतानम्वीइत्पर्य अस्तयम्बोल्फकर्षसहित तम्ययस्यकन्यारणेबाणेकमा वज्ञमहावी परिणयवशायरसीमण्माविरवानवसीयकोसोशतस्मपहरसकालागणेसा HARजिनंसेविन विमानसेवातरोनिरजगरूपसेन युक्त यशायणम्य गुणनाक्षेषानोच का ताटशामरतोपि आराध अश्यंदिनलक्ष्मजन किन्तयेसणेहमायणायेहायजाणवविवझापामाभिामरणात धनिसेवरेचाचि मानायाभाराभयनि बामणस्याधिमाझाचनताNZरूस्लाप्रपेनेजयति जेन जानातितादृशेश्वशावारे (वाग्राराकश्सचराधायाश्वग्रारावासमावितारमागिरधावणार
कम्पमापकम्पक विनष्ट्रय मापक स्वभाववजार्यमा राजपत्रादिकपलव्यरुपनारूमानामानवाविमतेमनयातनवधर्मकनाचिदेव
धावादिसह गोवामामाननम्वेतपासानयरूषकसहमोयोनरतमात्राचारतेनऽधाराचारबरादरामवतावासन करोतिवमानिदेवकनिषकर्मा रिसोबाववतरयातसूचाणिशाजनाराबायारसावांतणेशजीदवकिवधिमादयूणशंदे दिवकलिक्योचयन तयापिकासोनमालानिमायलावावअदकलयुक्तनाममजानिमत्यादिमाननौ बिदेवलोकादासोककालम्पोतएक, वामपन्नोदयकिनसेतयाबिसेनयाणाशकाम्मकिशाश्मेफलेवासानाविशेषाशाणालाहीय
स्किमक पम-
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नको नसावभकारितामध्येतिनोनरकतियेयोनिवाजसनेबोधिधर्मप्राधियनशास्त्रेणीवरिणतापिन अनुमास्तामा
मर्ननस्या ध
विमायामोमेवा.
गरपानीजलमाष्टसंयमादिगुलवारविहरेसभावारी निमिषेणाध्ययनस्यहिनीजदसकस्यस्बास ज्ञानवर्सनभवनसहित पानमति कमि
पिणासस्पर्म षणाकाअघमाचारकमान)
लमूलएगानगतिरस्कनिर्णिता बाहीदोशमुडलदाणेचदासदहूणे मायक्रोणतासिया मनिममायालयांचवायोविवर्डप्यauce-मिष्ययिचाऽधीत्यदिशेणाचहि संयनाजोन्नान वानीसकामेसमापनवासस्नुमा सुप्रलिहितोयामिदाधिमायामासविनय सिरिकातिरकसलसाहिं सेक्याणबुधाममगामाततिरकसणि पहातिलगुणविहारशामिनवेडिमणायनीलामोसमानागानाणादसणसण्या संयमेनपामरहिमालमाचार्यश्रामधारमाश्चाभिनेत्रागमनसंहासन नेममम १० राजन राजविण बाह्मणा अखवा त्रिी या कि
सजमेयमावस्यागणिमागमसंयन्नामधाणंमिसमासहरायाणारायमचायामादणारिवतिया पतिमा अगाणो कोदंसेयोलोगोयायामोनकाबदेतोसवतासुहावदोसिरकापसमा नामिष्ययायागासेवनामुक्त आयाति ३ हिदकपदर्शन धर्माजोनाजायोनिप्रधानाबायान्यनस्यरिया वाधारगोचरमकतेभमक शनासायशिक वियरकाशदिधमाकामानियामागसमहमाआयारगोयरेलीमांसय यंहामसचे पाले अन्यत्सेबादिमिते प्रशनोत यनोवेघरभेश्वरेअन्यतऽकर विलम्हाने सेयमंतेदे नाजिनमा एवंविधाकरेननतेनन जधारदवियोमानानवाशिममुनाजोगरविनलाणसाकाधिपविरामसुख
समानःसनोजनाय कसंखेनवता प्राचारगोचरकीयानापार निधाराजादीमाक्षावानिरवायसेन्चोदातोरनेद्रीयः सर्वेचनिमुषावरूनर्वधारपनि
कहमतिवरुण
कम्ममानमातधर्मअर्थकाममोहादिक्षिनाधिमा रहिमानान्तर
प्रयतनामक मंशपति
बसि
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क्षुकवितानां व्याधितानांच्येशाधिन्यामाश्रमस्फुटिता सर्वविराधनात्मानम्रता अपुल्या २० ६ बाला स्मरुपाचातेषां नास्तेषं देश विराधनाच्या साकव्या
॥ ॥ तत दमास्वानानि
दसग्रह येहा पाई
मविप्रत्ताणं
वाहिचखंडडिया का यज्ञासु हिजहा तदा
यानि आत्याला अपुरो अवमन्यतरे स्वायती निमात्यत्तिमादेप्राणातिपात विरतादिकाष्ट् दिल्यान धयति अपराधेापनयति बाबा लो विरशरीरवाणे निगेश्ता उस वय कायको हिताय
पर्य कस्यतीय निवासो नावमन
प्रस्वानं महाबीरे एवईमान स्वामिनंदे सितेप्रका मितं गतकारितादिपरि सादयामकर्माय
पालि येक निसहाय सियासी नवजे रणे । है तिथे में पढमंचाएं। महा चीरे एादेशियो अहिंसा निग
निला सर्व ते संघांत लोके प्रशि
वसा अधवा स्वाद
ज्ञानाननवा स्वयंन स्यात् नोपघात
शादिया| सब एजमे 20 जा आवेतिलीए पास साधावा तिजारा मजा चा नदन
सर्वे जीवाश्रपिद्धति विनमस्मान्प्राण विद्वघोरपो
निग्रेधाविर्य यं तिलं काकाना
मन्तवादन
१२ बादादा लोकपि
बधाइए। १७ सत्रजीवाचित जी विधेनम शजिनतम् पालवदेघोरं निर्गीधारात अतिएं। ११ नो रुममा कोष कार्यमिवर्ष श्रात्मार्थ परार्धक क्रोधादायदिवा नावा" हिंसकटवाया पाणावाराचा कोहाबाजयवासया हिंसगैनमुत्र्यानोविश्लेश्याव॥। १२ साधान्यलेो सर्चमा निरुतः विस्या सर्व सतपाल मृषावादी स्त्नम्मामृषावाद विवजय येभिसिरसा हिंगरहिन। विससिस्याएंगी तम्हामो सचिव १२ चितमत्तम चित्रे १०
१२ वित्तमंरितादितिमंत हिपदादि
415
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बाबऊवायद दंनमोधनमावि अवयलेयस्पतंअयवरियता मदन श्राव्सनामिणति नापियारणपरंपयारण अन्यवान वाजयवाखदादेतमादणमन्नेणिनगादेमिरजाईयातिप्राणानिगिन् तिनविगिताबारे टक्रमानमविल स मजाननि साधवाय अवार्ययघोश प्रमादमूल वातपुरविष्टेयस्येवं अतोनाचरंतिमुली न्लेवागिष्टमाणिनापुजाणंतिसेजयायामबंतचरियोसपमायपुरदिहियामायतिमा जोक सेदचारिखस्यविनासनस्यायनंस्वानं मलएनन् अधर्मस्यामलदो समुच्चूयं तस्मान्नामेनुनसंसर्यसंगति निवासाधववयवश्तिवाका गीलालयायमाछिपाश्चमूलामयादेतस्ममहादोससमुरिक्षयानशामऊणसेसगिनिमी. लेकरारे २५ विकलवर्णउदयचंसारलवर्णकालसर्प नचाणनेननेषांसाधवासंनिधतिर ज्ञान अत्रेण श्रीवीरण विरचि मादजायतिणे।बिडमुशरभोलीनिनिसिपिचकाणिमातसिंगिहमितिमायपत्तन तक १०१ लात्ताम्येषभावस्परस्योअनुत्ताच्योतनिधकरण नतोऽहमन्येयदतरमदित्यम्मानूकाभासंनिधकामयतेनेहीबहिनासो CN रियाशिलातासगाफासामन्लेअन्वयरमिजिसिडासैनिदीकामागिव्हीपशनिसारण यदपिवस्वादिषा कंबलंपादखबणके तददिभयमाशवादिललाईवनादि धारयतिपरहरतिवव्यापारमेतिच २०५ मानसोपरिप्रवक्तः॥ज्ञानउत्रेण जंपिवसंधायद्याबलेवायचखणामयिसमभल निकाधावेशियपरिहारेतियारणनशायरिय विमानवामिनास्वपररकण साली प्रसम्वजिनका दिलत्यासतपरियफातिप्रोक्तंगविणा श्रीमपरमीश्नामिना निसियोरचलित:२१ मर्चवक्षेत्रेवपण याच्या घटर, दावातोलायमणतामाउलायशियहोवतारामसियासधिहिणाबासख
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कायेचम्पनियसत्यवि आमनोपिचारविश
नत्रावरंति मम
प्रमोऽतिविस्मयनतिपयकम्प सबंजरवर्षदसिने जावला
शिरिछवित्राणाधिदेदेमिनरीतिममाहियोगशदोनिचतवोकम्मलहनि । समातिसंयमअवनिपलाएकैलतं केवलसतं अनसनरूपं २२० संनियलेसमाधाए साश्रषवाखावरा यानिवोचपस्पनर लिजायलकासमावती एगलनरतीयणायसेतिमेसुहमायणानसाऽधावराजाराचा कमेममएषणावरि लोई ( २४ नकाबीज संयुकस प्रणामपनितीमिकांववो नवनि दिवातादविवनीय हटा शबौनतका एष पासत्ताक मिणियाराधनल्लेबीयसतोयाणानिडियामहाबीघाताविविधता
धारता २५० एतदोषाज्ञानरगश्रीवर्वमानस्वामिनासविसतिन मनन्तक्तिनिवासामवरात्रिभोजने २६ चौकायन | मराकदचारापाण्येचदासदहणानासबाहामजिनियनिग्गंधाराश्ताया संतिक मनमा बाधा' कायन विवक्षेकरणयोगेनन कारमिन कारवमित्यादि संयनासमभावयः। 6.85°२७ वाकवि कायेंनहिंसातामणसाश्यसकायसातिविदणकरणजायणासेजयासुसमादिया। हिंसंतिकनिस्तदात्मता निजीचा त्रसामूविवक्षनपाणानू चतुया चपन अतुतम्ग्या
समास्यतदोषंज्ञाचा विशिश्श्रयस्सियातासजविवक्ष्याणाचस्कुसअनुरखासारालझापयरियारण दोषीत बनी प्रयकाय समारं जावभावविवड़ीयन। २d अश्कायविसति तादासंऽग्गश्चहणा विकायसमारतोजावजीवाण्यवद्राणायछाउकायहि
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मनस्ता वाचा कायेन विवधेनकारपयोगका संयवासुसमाधिताज शपकार्यविरुसा हिंसतितसअपकायनिभानाजरवाल तिमशासावधसकायमानिविदेशसिनयासुसमाहियारणाकालाहिंसाईनिसणानसेनविय निनादी विवयवातम्मावत विवर्तनीया शकायसमारते यावकीयावर विवीयन् ३२० जाननेजसअग्रिनञ्जेवर पायउकं | चप्रान्ति मेलामादोर्गनिवर्हन चरकासमतदापयेणादासणानकायसमारते आवजीवापवविजयारशाश्तेयेनोतिया कातिनीलमपत्नरेटमा सर्वतोचिननाम्प्रयनीयवासति प्राच्याद सिंधतीचीपश्चिमायोचानई अपदसु विदश्वधिोदन विगजलश्चशिविरकममयस्सजेसनावडरासयाश्शपाईपेयहिणेवाविामप्रएदिसामविस पनवावर अग्निततरतो पिच २४ जनानी जीवानाशवाघांतीविधासमिायबाप्लेनिनसंसय ननित्रका नाप्रदीपाशा | प्रदेदारिणीविदर्दनन्तारवियाधीसूयासमाघागदववादोनसंसनापविण्याचा नायनोदायप्रताप्रावामयना किचिनारतते ३५ यतदोषदृष्ट्वाजात विमानवाभिमा ताधियानकायबीपनेअनिकायममारने ३६ अनित
जावजीववियूजीय संजयार्किचिनारतापापयंचदोसपनायश्रगणिकायसमारंजावडीवायवडाधान स्यवानका यस्यव्यापारंवाझा तत चामन्यनेना हो लाज्ञातवामन्यांतताहअनेसमेसावबजलपापबऊलेतएननाविसवितालतमा लमसमारताबदामोतिता रिसासावजाबकालावधानियेतीक्षिसेवथोरालिटेपानणासा जनकेन करस्यादि सवेरा सायावयेतवा तिनसावाजीवितंतिपरे अात्माननीविनानमत्यातरायदिपवस्त्रपाबासकंबलंपादनकानोसा हाविकणेणयानातबईमिछतिशवीयावभावापराविधवधायेवाकेबलेघायद्याग
Fairpaisaste MainaSINE
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ध्रुव बाउ काय समुदीरयतिष्यानिन यापरिदिनेचितः तस्मादित्यादि चैवन्दो दुर्गतिवर्धन या काय समारं तं जावजीवे विवर्जयन् 80% वनस्पति नहिं
नोबान बुरे निजिये परिहरतीय पतनादी संगवान काय संभारे शेजाव जीवरायव
संति-मनसा वाचा कायेन विनयेनत्यादिप्तर्वन २४१० वनस्पतिविर्फ सनूत्यादि सर्वत्र ज्ञेयमतितिर्धनमा दोबेत्यादि नस्पतिसमार जावजी वे विव ईवलय से विपानेन यस जात्रा
"संयता सुसमाहित
रसम से त्ति मरण सा ४१ वसा साई विदिशति हिंसा ४शतम्॥ दोसंगवशाखा ईमारे शाजा मकान दिति मनसा वाचसा कार्यसादिसंयतासघुमाधिर्वतः कविता निस्ति तदाश्रितामा रबिना सुषा 12
जी०/४३शतसका
मासा, विविदेण संजयात कार्य विदंसेतिहिंस017 से 01/ पानमा दोष तद्वनं का समान विचारल्या श्रमारादीनि नानूदिव
चरकुसेापावह्माणंदो तर काय जान जीव०४६ जचत्तारिमुंडास पादारभारी
संयमं श्रतपाल ३ 89 प्रिंहं सिय्या चात्रं च कल्पिन
जीय
वास्तु विद्यतो जमेऋणय लिया। सिचवचेच च पायमिवयाकपियनसि
प्रतिगृहीयात्साधनमग्ोिति की मंत्र देसिक अस्पारनंतत्र स्वावर जीवावर्धते समाज
जारिगादिकपियोधन न निश्रागममाये तिकीटस देशिश्राहम वहते समरणागति इयत्तेम ति प्रतिवेति मतिमात्मनपाला दीनी तानित्रदेशिकानि श्रयाता निरवतिविमानमान निशधर्मजी विनिसाधकर श्री सिथ्तवरिणा
रहसि गाणे ह्यासंगपागाई की यमुद्दे शिश्राहम वद्ययेतिवियत्रणागोनिग्गेघाधम्मजीव 20
VASARA SEXPE
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UD\ कां से कुछचो लादिष्ठ कोशात्रेषु स्वालादिरुस्त पादाकरिष्टन्मयजने
समयानादीनि आवरा परिवति ५१ सदकेन काल नाधार से सोकस के साऊंड मो परवाडी खिजेतो या मायारारिसमासीनंदगमसा
मात्रानाशाने जलोसितं निहते दिसते ना निप्रालिका संपततीति गृहिता जुने ग्रादिसाधवो नुं जंच व पश्वादिता
रोमन वो एमिल जाइंट मिलेजा। दो असम पर पाकमा एक भासियत का मादः ॥ प्रयश्वा कर्म वासवः इतिश्र्वकर्मचम्पान्वादी मचिकायको ध तोनक तेज कटरुदैन हाजानन जी कणा राचमेवलुजे ति निगोधा गिद लोयमे पत्रासदीयलिय के सामंचमा सीलवाणाइरिय
मनोआ सशिव सडवा UAN ननिषेधेमे चिकापतिको निष्णा दायां गदिका यायी विकावे यामादिनिर्ये मात्र नित्ये च तुषा न तिनेष्प पुत्रासादः प्रति
(निवद्याफेम
नासदीय नियोक खान निसिज्ञानपीठपा निगोघाप दिलेहाय (बुदयु कलासमाचरति नो नाजारे मारितंपद्यते श्राप नोति के मिया न्नमदिहिगामशीरविजयाच्या या लाडयलिद आसंदी मूलिये को।पयमहं विवश्या रविधी जयति दीपका नसार्य दीनद्यो निषेमप्रतिको प्रगारिगृही अग्र
त्रफले ५६ (विवर्त्तिषेऊन रूमवश्यम
पोरगापविवस्त्रानिसका अब कया। शमर सिमणा यारे श्रावक्राइबो दिया विवत्रीब
ब्रह्मचर्य का
दीनांध
माया आसनसाइनका
बिका नीर्थकरोतिवचनकरेणपरावे
प्रतिक्रोधो मृगारिणां गृही भूचर्यस्य सतसिंक।
सत्वररसाया पाचवा दवदवीमगाए डिग्घाड़ापणिको हो। गारिगुती बेजचे
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धानाचनेवादिदर्जनानन्द ने अविऊसालमोन हानायरिबक्रीम्सव प्रयाग्रस्यनरम्यवेक्तिदोषानस्य निश्यामचविसलंयम्यकस्यने । नवा विसका सीलबहाणेशपरिचा शिरमन्तमरामास्मानिमिकाजाकामाज जरमाप्रतिमनस्य व्याधिनस्यानविनएमाधानज्ञाननदो दृश व्याकिमान अरोगीचा मानयज्ञायनि दिन्कोनम्यमोनवनिलेवनाचार मघाप्रकारवि गावातिलयमावाहित्रस्मतवाक्षिणावधावाहिमवानरोगीवासिणाराजेगवगळतोदोश्या বানাসৱলন খলীমনিমৗজনীকাঘ-সিমাধাগ্রস্রাদুঘনি নিস্কনৰীহৰ নিজৰাৱাইনমাজুথেলিয়ালমুললেন यारेजडोहवरमजमदासंतिमेमजणायामा प्रसासतिखामुयाजेतिरकसिणायतवि यमोका ६२ शनिश्मे मसाजीवामानयाधमाक-कंवदनादि रोगव्यपदकानिवककभकेसराणिमात्रपालाना जनावरतिकयाचि । समपालाamaशलापतासियाटोति सीधूणशिवाजावजीवेवयंघोराशिणाणमदि कदानिया h aranepaldrendinbishese
R atinatanerest
D a instadoftw गावाशिणाणावाकालुपनगाणियागासवणहानायरशिकयाइशिनगाव dance दीर्घशमनraatsANAधनासपातम्य किंविधाया काशितः धिमायरधिमा वाविडसादीहारा मनसाहसमिजपानवसतरमार्किविनसायकारियोटा विसाधिी निम निदारुणकर्मबनानि "संसारसागरसमुझे धोरेरोिहे जेनहेमायातिऽस्तार ५ विजयोत्परयचेनता खुधा लियेशिनकम्मेवधचिकाला संसारसायारधाराजिणे पडसारापक्तिसावित्तियाचय १
Horolag
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neKhanerdanase
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नाशाह शिप्र कर्म भवद्यचेततात्रित्ति सेवितं ६६ रुपयंनि सोधयं निश्रात्मानं श्रमोघं याचितं श्रपनयेति श्रमोर्घदर्शनं बुषामनं तिला रिशा सावद्यच लचये। नये ताई दिसे विय। ६६ । स्ववंतिप्रयाणममोदिदमणेो । तवेश्यासं तयसिसय माग्यो येवता सुन निनिराकरोतियापनि रुतानि नवानि पापानि वितेन कुर्वति ६७ संदीप सोतां श्रममा ममचरहिता अकिंचनाथ रिम मुक्ता
श्रद्यातगुणे धुतिया वारंडार कडाशे नवा इंघाचानते करें तिसरं चाश्रममाा कि चणादवि
विद्या सिद्धाऽनुमनाः यशखिनाले काम नूरितो नारदिनिर्मलाचं मंस व सिद्धिमुक्तावविमाना निउपयोति जयनंरर का का साधव इति नामि ऊ विजायुगायाजसेसि।। उपन्त शिन्न विमालववेदिमा सिद्धिवमाणाइंनदेतिताइ पुत्तिम्बमा धम्म शतिधर्मार्धका माध्ययनस्वरबाई ॥ अहमद तणाव निश्यांनाषाणस्वरूपं परिसंग्या यज्ञात्रामा ज्यामेव सत्यासत्यागृधा निशा चका मश थोबडं समते गचएं खासा परिसंस्वाइयन्नवेन्द्रख विराय सारखादोन सा सिांय जो मध्ये या वासिन्याष्टवायोचरेदशदार का जातान्येवंरूपा या श्रमावि आमंत्रणा ज्ञानाद्विरुथापना लामा मोट नवे शिजायमचाचवना सच्चामो सोय जासुमा नाइखाह जिहिंजाइले मितज्ञा मिठापन्नवेश प्रमश सापायामा विद्यां श्रक को बसत प्रेळ विचार्य श्रमं दिग्यो सं देवहितासि तो स्तेषगि रावातावानू जायते एतसर्वा मानक के रूपवने अन्या
त्याने
मासाद्यमकको समुह मसंदिघं। मियंता सिष्ठयन्नवेश
चमचा जब नामइसा
मनासयतिशासये सापाने मोचं नात्यासत्यतां श्रनिजाचानी जातेन तस्मादपिश्रामो ष्टष्ट पाये स्पा एवसा सावियानानावार साक्षीय दिप सयं ससासेसचमो संचातपिधीरो बिव॥४॥ वित्तदंपितदामित्राजंशियंता सपनरो तम्हा सो७ठिप
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विश्राभादिवाकारिष्यसि ५० यम्मान एवं तस्मान् वयं त्यो अन्यत्रगमिष्यामि श्रमुकं वा कार्यत्तविष्यसि अहंवादं कृतकरिष्यामि एवमाभुविश्रामणा दिवाक
ए कि जो
वाणिखह्मागतमविश्वमिमुत्तम। ॥दिवारों के रिम्ना मिसोघाांक)
व
काले विसंचिताकाले विषाकिता घरादा मंत्रालयातोऽपि नावायरस का पिसि ६ । इत्येवमाद्याया भाषावासी विश्रात्ममाही महिना देन नविन रिम्स ई। ६। पत्रमाई नाजन्तामायस काले मिस किया। सपया ईयमा गतिविधी विदाई यमि) पने वर्तमानकाले अनागतेच चकालमियण्यन्तमगोगया जमद्वेव जाणिता पवामयति नावये असंखा लावत ए
म्यानएवमेव इति नवेदे पानी का ने यत्र का स्थान समाः माश्रित्य
मेननवदेन
तीन वर्तमान कालेानागते च निसंकट कारनं स्पान्यं इति निहीनयान १० तखेव निष्टु
रमेयेतिनोव एअईये पचपन्नमणा गया निखोकितवे जब एवमेयतिभिद्दास |१| तदेव सान्तोष घातिनीष्टव्यादिजीवघातिनी माविमा साधानवव्या पापस्पश्रागमनवत 13) तमेव एकाक्ष कालोऽसोऽतिनव फसाफ सोफी सौ. अरु सूनवधायगी। सच्चा विज्ञानवत्राजन पावरा श्रागम ११ नादव का क
परुकेनसको भकति कुरा दिव्या मयुरुकुष्टी इति स्तनी विरायाभितिनवदेन
१२) एतेन श्रन्येन न 'परोअन्याएन वा
कोयते श्रावार नाव दोषज्ञ
त्रिपि उगतिर्वावादिवादारागत्ति तिचंवचीर तिनीम्॥ १२॥ एएान्ना/पारा नतदसावेतावान् १३ बोल गोल फेजारता जातः स्वानो बावसु लोहरव प्रवदखती श्राथारतावदेशिन मत्तं तासिद्यपन्न शितादवलौदोगोल तिसावा 22
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जोश्रन्यायकारी क्रमको शिक्षाच गोदोसाणीवेन ज्ञावान नावते. १४. सानु पिउ वीमातायायेकीन स्थामाऽपिया अन्यमात्तायार्यकी अंबामात्तान घटमिन्ट
लिशिया दमाइाचा विनिवेस सिद्यन्नव। १भत्र जिजिवादप्रमो मानसित्रियाविस्मय उनहिपोजीले सिष्यामंत्रे अन्याइति गोमति प्रजामं पोलादयो दी नाचणे गोसादिका
प्रिय १ दालद लियनिति साहसाम सिगोम मिहिोने गाल खलत्ति इन्नियेने
स्पतिवागिनेयी तितिर
इपिति
चेनयेन नयेन युगामायनिनाम्ना यता नया श्रीगोलाकार त्यादिप्रतिगृणाल बतवालपे गादयो दोष सर्व १६
पाई गोई वीउती गवाणी (जदार हिम लिंगिशा चाल विज्ञलविज्ञ
पुरुषमाश्रित्य विशेष भाषा भारु बप्पणितामिन्दचा मालोमा सिमिनीयोगीतमात्र
चाचा शिवप्पो बुल्ल पिनतिया मान लालाय जित्तातरीन लियत्तिय १८
तोले त्यति लस्यामि गोमिन होलगोल इति रुषानिवाले पेनामधेयेननामरवेल व्या
यावदादवित्तियमिति सहासा मित्र गोमिया दाल गोलवसुलभ पिसानवमालदे ॥ १२०॥ नामधिजंबू
यवाह श्रति
पर आ जापमेश्वर वाजपये २० लिगांएवागोपाप मानून
जहा रिमतिगिशा शालचिद्य विनामा। २। प्रचिदीया गया था। एस
सुरियाणा
विद्याव एवंव का नजानी याच जावनमा पिपादोका जत्यन्नेजति मिश्र आतापयेन वयातर्वमं प्रलु बन जानादिष्णु अजादि पक्षका का दिसरीष्ट
प्रयंडमे जाणेन विजालितातोब इति गालवे। शतदेवमपुत्रस्यापविदा विसरीसचे। श्लेयमे
194959
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याचपचिखल विच संजातसंपनप्रतिबिम्ब
मसकायमसवान
पमलिकयठूलस्तव्यमामुलीप्रमेऊरमेदसंपन.मनपरिनिया विविकमायावयायतोपप्राप्तकातशतिनवरेचा
बेलोहापायमितियनोवयापारिखतणब्यावयायवचियनियाजायापणिएवानिमहाकायन्नि मालये॥ २३ ताधिवगावगादोहाहीदोहनयोग्या दम्यादमनयोम्पाओल्रकाकलोमकावासारणमा एमालावेनवज्ञावानNau गोदमनयोग्यामा
आलमशानदेवगामावादमागोरक्ष्मातिय याहमारदमोनिशानवतासिध्यानावानुचंगधि नियात रसदानिरखलमानकंवामनरवाऽपि वदेवरवल्लयोग्णेऽनिय २५ विवानामधानकाढावात पर्वमानवणाघ नणंब्यापारमनियारहोमहापवावियेसंवदणिनियारयानादवउद्या ययाणिवणा। नब कामवत्ताप्रेत मावेजायतेप्रावार अलसमायोज्यनामा मोदेलहते तोरणानांग्टदाताकटीरकादीनां परिधानगरकपाट लियाकरवामहलहाएतितामिहमलवारधाश्रयासायखेतागातारमाणिगिनायाफलिद
पीनकायांचागरी कायावतस्यब्लोगना जला दिनासीरमचकदेरिकासिहायत। दानयमोम्पानावानी अध्यंजीव्याभदरकशेदीमाभरघडजलकारमानामथकायममारदानावकरगणस्याता मय
IAS
गलताकाणे चलेचदगोलियापीयचंगाबारपानगलमययतमियाजलवीचनासीवादोरियामा दिएनेमा सासभषादिमयनंपर्यकादियानवादलाविनवेनकिचिनच्याश्यहारकपादादिवा बनानीको नेवायत प्रश२६ महाएवंग याउया
धर्मशिया २ असणंसयाणेजाणाऊयावा किंधिविमानवधाणसासोनिशाणाराभवाद्ययागे Ji बर्वतान् नवा धानमा लास घेता एबनायेप्रजाचार २०९ जातिभवत:मयानयो अशोकाइमेनका दावादी मालिकेयाद सिधाणायवणिचारिणयाफरकामहलोहापापनामाशभनाइमकारकागदीदवंडामहल्लिया
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यूनानवेतादयालयावसायाप्रजातशापात्यतामा ताफलादिनिकानियानानि प्रायगर्वाद्यानियतलेपको व्यफनाजिनाविया नसणयोमानि बता दरसनीयाऽतिवदेका
बलाचनानियकएकालीरितानिविनलमहान मालानियकाळानिकोमलानिधिकात्रिवाकर
MAAजान लाजिमानण
व्यायसालाविडिमावादासानियाशमहायानाश्यकाशीवायसुजानोवएविनोश्याटालाई णमोमानिएक्नोवदेव लाभारयममपिता बताननिस्तानिविशमीनिकलानि, एचशेश्याबदेनिभवनानियमरणचितानि नामानिमकान बेहिमातिनोवपाशअमेघडाइमेबाबजनितिभाकाला कानयापिकरवशानिनोचए দিগণজামাঞuাননিষ্কাৰৰলাৰাম সদসফললনাছাককালঞ্জিলী সুজৱসানজৰলা
शतावोसहीनेधक्कानानीलियोनलवीश्य लाइमातिशुमानग्निपिऊवजन्मिानाबणाधारूदाबन सिनिमल्यालमठानिएनपन्न वाया इवयवोनो तिकोना माना भिती वास्तविमनानिमिशा, नवविधज्ञानाकरणीवनरोतिनोदे संख्या विराममहावित्रागतिधानप सूचान संसौरानतियानाचापानादयसेवनिहाकिकळांतितो Manaनकंबोरंवादिन २६ कामिरवातिनस्यात निर्यज्ञास्यप्रणीagrनवजोजनानिनिक बनिनिसमानिनी/निः ब्रमणा वणतणगंवाविवानिरिक्षासंकरित्रापणिप्रशितणगीबऊसमाणिनिमाणिणावगाविभाग नोजाना ति बानियत कायतरणीया शारीरकरण जोगा निवदेवानोनितरणी प्राबरशेनटेतचा प्रापयेयाइलिनोवदेन जलायोस्तान परशानहानामागकायनिजमिनाक्यानाहितारिमानातीपाणिपिशानिनोनयाकाबवाडा maiIAFसति नोयनोदकाप्रतिनतिीवाहिनापरन बऊवकील कापूतीनवनप्रसनताanuarबभावधीमपायपरभ्यामीयनिष्टननिषन अनाबसलिपिानीदमाबधबडादगायाविपचेसाणाशमानवसावजोगपरसहायाना सनी ऽम्सी अपरान सुनिधिप्रभावमाधान
ब्यागलीया
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VERSARYANAMTAS HDVERESignalesteron.
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कीयमानंदज्ञानाद्यनवालययेन
निसावा
मत प्रतिमा साकामिबिन्जनकनादिमुष्ष्क्रनशदिनानिवि मनन मनमानादिमधुकूमस्कार दसकमावतमममुहिमपर्वधनपुरकर्मप्रमा पाकादिव्यामरुनेबियात्तिमुककनकमवयनामातमनखजना मुमतपमिभरलेलजलविला
भासनयन्याबिजलानसावखण्मालारिकापर्कसरूनयाकादीन तिहेवा
हयाकीरमाणेनिशानामावधेवणीडितमुकिति सबिनेसडेभंडाखालाहर अममेवर्षनिगामा
पनि शिवनादिप्रयानि प्रयत्नलालघामोदरी कन्यादीझिनामतीमा
भ्यकप्रनयनीयासमविसकोजवारालपेर वदेशी खलंगनिसावधेवणशयतपत्रिवपकमालवापयनचिन्नतिवनमानवापयतलतियकमे মাৱাৰৱীন এই বিজ্ঞানৗবই সুখ &
aখই সনাকলজিক্ট কনমসৈনথিসন্ধিনিস্কয়দং সর্মনিৰূরে। दिनोपदारगानिगादमानवेशकसंघरचय मेलेनधिपरिमांचक्रियमवन्तयेचिन सतनू धन माधोमग संदे यामपसमालोचनोवदे जावत विस्वविखार्थनमकलेसर्वकक चित्रकीय यांचवनावधशसत्रमेयेवयमामिासबामयतिनाव अपवियासवेसवनापासकियेवा दुरबानमा प्रदेशकार्यकाकार्यकरपननवादण्टहणानिधः उन्कयनकानेवेव्याण्णीयान ! अलावा महावाकयेवा विक सविकिय अधिकधामवयाइसंगिण मंचापणियनोविद्यामराम्यानपावामहशिया करावा येवानामसत्पन्नेकयानसमुत्यने अनविधावियवाणीया सहनयैवसंघनगरपतिधारण नुवासनेच्यविसाएका मोटाना विकपविवालिअडिसमान अवधेवित्रागारखानदेवासेजयधाराबासपाहिक रहिवासयनि আনিছসমস্যাই সবাইৰাকাৰeep:এটাইলফলানি দাসীনবই সাধানিফানিজনীন छवियातिनिवेणाबदवेश्मेबसाना लायचंतिसाऊणानलिवेनसाऊसाजासिमानापर्व २७
जतिआक्रामक
15.gan
i caggasalnicoasHimation HINIONatio
nakamalSSANAGERSeristiane
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दर्शन से लेयमेममस ते दरतं जवम दराने दर समायुक्त यात्रा लाये नूनवदे देवानां गए जोनोव तिस्विंम दिया
समाते संजयसालाना ४७ देवा माणेच मि
इतितीवदे
वर्ष मेघराजादिविशेषरोग वर
रियाणेच विमा जादा| मावादीष्ठ तिमोदाचाद्विवसीम्रो स्वमाये सिवेतिवा
राजानमिनिमाश्रय देवश्नोइतिनोवेदेतुक बंनदेन तदेवय
४। नागदेश से यन्त्र सेजमेण तवेरये। एवं
दीनां विवग्रहसंयामे ममि अमुकानां वा
कापतान
यं
क्या मुद्यांचा मावादी निनानिविमेदेवदेवमाचे नादवदेवनिभिरवतासं
मिस सि
बाहिरको जल विवाद
अंतर चंद्रतियाि
धान दिनदेवतासेवितामनिकता
सचिन पनन्तश्याययोपचय जवाबु बिसादीनति ॥ येनलिखित यशापचरियतियारि
भारतात
देवी गाथा धारणी इदेइयमेव इति राय का रिवाजांमघातिनीनो
शिमेत निरंदा रिद्विमेतचित्रालय। देवशतादव सावद्यणुमयी गिरा। हावाणी जाई परोवधाइणी सेय को कासव मुनिसा गिरोनाबाट सदापरिवर्जी
कोमल स्पाक्षमानवा निरुस सस्यमानपि
चलोदयदा सभासावान हा सभा गो विगिरवा /सुक्क मुर्दिसमुदया मुली। गिरेचपरिव
सानोयो
पेाधर्मा
पापा दोषांनच ज्ञात्रा पटायापरिवर्ज कसदा
पराया। भियेएवीर्यनाशया पलझे लहईप से सिसा सायदा श्रजा लिया
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वटसीवनिकायेषतः सामान्य प्रमाणावोसदसध्यमुक्रवदेव बरेनमनिस्निपरणाममुदारं अणु-रोमनोकाविरनं.५० परीषा नाघेससमाहिती সিম্বিয়াসমিফযীয জঙ্গিমাতালিয়াছাৰিকা आममानिसबाय अपनायतो निप्रारक्षितो अनिय • पवैमविवन्निध्ययापम ने उहायनिलोकंपनमनुष्यतमापरंपरलोकमाराधयानिइन मुसमाहिदियाबरकसायावगएरासियासिंगधामलेरको बाराहगलोगामिणनहाय निकम 4 इतिमवाव्यजामाध्ययनस्पटवाई मधले ना आचारपाटनटोनधि वारपणिस्तानबकायाकलव्य तवतितिखामान पका रसमिधा सबब सुधीनामशयनेसमतोममायारपणिहेलजिहाकायतिरकूण लोलादा रनवेमनदाकरिष्यामि प्रवासवर्वाअवभागणुनममकामना प्रवीकायबगनिमाकतवाय निकामीजका पतेयायवध्वश्राम्यपादित दारिम्सामिाविमणहमारा विदगगलिभाम्यानपुरकबसीअगानिसाईयाणाजीति यात्या सर्व गीवी इतिका अतनेषोकण योगेन अस्सिाव्यायारेण नियनविनष्यतोवानवस्यान मनमाकायेवाकोणाचनवनिप्तयमासा:०३० को यखत्महे सिगाशीतसिंत्रचणजोषणा निहोस्वयेसियामिणसाकायवकणागवंशवसेजण मनीत बीमितापावानादिकालो दाने निवनियामनाऊनिनामलिन विवोतरणयोगेनूनकरोजिन कारमाणिकतामियो अभियो। ढायनोमनालाग्नवििदनलिहातिबदेणकरणजायणासजगसुसमाहियावसाचाड वाननिवदेन ससिवितरजोयुझनेसामा अदितायात मोपमायेनीदेवमाययायम्पाच्या जाणालगोऽतिकषयनियामीनोदकमचिनजने नाभिसीमाससररक भिञ्यासपोषिमाउनसी जगजातजिस्मगादीपासीवानासविनाश
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कूपादिसनसवेबसिलाकरकादिल्चिर्षलाह मंप्रतीनिमिह नितमन्नामुकं विदेोकानिनिमNE Hदमदकाईनदकालने आत्मनकायमिरी
ताप्रतिक्रीयानुभमनसा
सिलामुहिमाणासिणोदगंवनफास्योपडिगहिनामजपाशमदनलेश्रयणीकायमेव
रनपच्छन्नमहीयन्तसंप्टोजोवनमनिषत्रसंप्रेसनयानमात्र मान नघट्येकालकानारकिमि अयम्माधिकाने विनानानानामु
ANGRESENCE
UNTणेषुनवनिपुनपुनविष्टलूपबनिशुपरिवेषवाउदकेनवानियमावलिभरविवस्व राजीवापानकापवर्माधिककस्ति
मानूपालाकिसा
सिलिामाहाहामथानापसंघटययगीचंगालियशनिलायवासजोई थोना बोनमध्यनमिएसन्निनिर्धापयेवनविषयेश्वशतालिहंगेनव्यजनेजरणकदलीवनावाबननेमाल नहाजमेन्यामानकाय बाल्यो। बिज्ञानघद्वामिणनिहायासपीठौतालिटलापातासादाविपरोद्यानवीनअपहलाका चवदानवोदकादि "ए लची नावेदार फलमूल बाकस्यचिद अभयविधी मनमाबिमाधीय येवाहरेवाविष्ग्गलाणतएकैनदिहाफिलेमलेचकसंख्यामगंविवदबीयोमासाविनपत्रए पणगक्षणेसुनधिष्ठिजाबीणमुहरिएमवायदामनहानिगयणगेसवाशनासपणिलक्षित
वाचाअधवाकर्म उपरस्तिस्याप्तो भनेपविरामजनविश्वजगरकोपत अधमकाविधिभातायाष्टोक्सानिप्रेरुयामाचा यार जावायाचकमणानबरसास्यासिधिवजगबहसमाहाशाजायजाणियसे ज्ञाचासंयत दयाधिकारी विद्या प्रासीनिष्टयानवा ३ करता निअष्टममान यान ऐसेयर-अनितानिमेधावीमायाक्काबु जण्दयादगारीमात्रासचिठस्मण्यावाकयरा असहमा जापनिजासंजामाता khanirajsatap.
com
Aaditya
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नतिमा आवळीतविनरासाज
नक फरहाहिममहिकासमरकराव्हनरुपयालयमेगापिंचवर्षपुकालिकार्दिबीज समावटोबुबकादिकाजकीस्कानगालिवायवे जाल्पादनमुधनाप्रमुषकरिनस
ममकरात
sanskriबनित्यस्यमोयस्थकालजक्तःप्रतमारकोनिप्रतिकचoयावसावखारहमासरितं सखापमपादनासाकामा -योगसमस्यतिपात्र बसवाकालवामिचा
लेवर
मेहाची श्राइविधियश्चरणाशासिरणहमासुहर्मघायासिंगदेवयापणबीयहरियंचा अंसमेगाकोलकामादि एवेयनानिज्ञाचा समावनखसत्याऽन्येनसयता अधमत्तसजीवरकोपत्तायनेनियासर्वदायसमाहिादाने अंउसुव्हमेघग्रणयायवमेयाणिजाणिनामतावणसंजपत्रणमनोजपनिवेदियममाति
मय पादउंबणेवा पायरिलेदिकायोग्यासाश्कबलासिजमुबारसमिध संघारमऽचासणीचोरपा
लोग्नेमादिमिमाणनासिकमले लंगरमचे पामुक मिलिमप्रेशप्रतिलेख्य परिष्टापयेत्समन माधुरण परवस्थपणारेयर पानाजोजनस्या सवणारबलसिंघाएजलियाफारोयडिलहितापरिहाविनासेजणारयविसिवपरागारापाणा यवाभ्यनयागवादानिरहणेरतिष्टमित स्वामिकरणार
नरूपेदानको नादिश्मनोनऊ- बणोनिकाणीज्यो मोननाजोतनम एवं सोयणस्मवाजियेचिशेभियनासानयासमकाराणबऊसणेहिकन्नदिबहिपिलाड़ी अनोबलपश्यनिननोचना फ्रतंचमनमायानातिनिवनीत चारित्रोपवालिचातवासदिचामबदेवच्यमानकरक्वनौरोय नयदिवसयंसौन्तिरकूदाधानभरहरशरणम्यवाजश्यादिनलवधावघाश्यानयके नयकोनापानयाघरोरादिनाटिकयोग बालकीमादिनममाचरेशनिश्रान्सरसमलस्मनिरनीरमनसोपापकं अनध्यकादयानबक्षतिपारितो वाशणागिहजोगंसभायाशशनिहायरसनि सहगंगेपावतिचा अनटोवाविअधनेवालालाई
.
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श्रष्टष्टोवोलकाला अनोशन्निश्वरले वारेन कितविज्ञान प्राकं सिल्वा मिश्रादिकं श्वनी नाकमयिकीत मोदिक अच्या कानू अ लाने विद्दासनबाद 22
कनवरे
नमदि
नसंगीत
रत
लालेन निःसे। २२ नयनोयए) भिगो धरेच्चयेपिमे अफा सुत्रमनुंजिका । कीयसदेसि श्रादडे ॥ पत्र संनिधनकर्या भावज्ञादिमंयत: सुभाजी बीबर गृहस्व नासक्तं निहिरु कृषिजीवाण मे भवेत् २॥ रुरु
२२ मंनिचनकविका अणुप्रायेपिसंजय सहाजीवी से बम हविजजगानिश्एि128 लूहवि
क्रिर्वचादिग्रामंनटाः सुरत्या
येन नाकारेण येशु को सावन याते नूनम मिनसा सिनेमा २५ कर्ब वीणा दिसपुर प्रेम श्री सुमं । श्रपि सुदारसिया।। चासरतंनगन्धिना सुद्धा जिण सासणे २५ कन्नमुखेहिसहे। द्वितियनकर्यादिपर्व (दाक निष्कर्क से कठिनेस्कयेन मी अधिसा २६ बुध पिपासां सिन्या मानो त हियमेनालिनाइसया दारुकं कसेफा से कार्य दिया सारा खुद पिवा संऽसिद्योसीनदे
मोहिनीयोद नमो जयंत्राप्रादित्रमित्त श्रधोश्रदानमना यतः देदेऊरवंगलाफ नंप्रतिव्यंत्य प्रस्तांनादित्ये रस्ता जघनाचे
गते आरामको
ये दिया ससन दियं दिदेऽस्वैभदा फलं । श्रवेग मिश्रा उरुयायलगा
सर्वमनसापि प्रार्षय रवि साधुः अतितनः अनाविशय किनि लावील सर्व कामत्या सनमतियो का बदेनू जावे श्राहारभईये सोमलसाविन पचपातिते श्रववले । अप्पासीमियासाए। दविचार हरे दो प्रायेनतेन संतुष्ट स्तोकमला दातारन सिदेनूनीलये २२९ नवासो अन्य परसवे आमनेन मधुकर्षय करता ज्यान प्राद्येनमदेन कुयोजनात
ट्रान घोघं नघुन खिसएमवाय परतावा श्रवान सुखबसे सुलाने नमाजघातवा
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मनुधानामजान नत्राचा पाया ज्ञानारूपतया श्रामनं संचार आजोचदै ना दिनान्शिप्रेमी द्वतीयेने हितीये वारे नाचारन समाचार
इत्यादि
विभनक्तिदेनमा
सिबुद्विप २] मेनाराम जारी। कह आदमिया संचरेखियमप्पा बीते समय
अनाचार की कमी दिकंपरा का निवडपननानापयितुमिदा विकट असे पति जिनेयः 22 मीमंस
त्राणायारे परक्रम्म निचगूदे नमिन्दवे। सूईयां दिमयड साथे । असंमातजयेदिभिरत्रमो
फलंदन ऊर्या श्राचार्यादिधु विनोदामांना परीक्षा दावा कर्मा यायालयपादयेन संघादयेर नू परिशिवा थापा केसानुयवावंजीवियेनिज्ञा
दव याकेजा आयरस्म
भाज्ञानादित्र्य हवं विज्ञाय निवर्तेच नो
रामनामं
श्रामारो
सिमविया लिया। विषय दिइनोगे। झाडंपरमश्रमवलो।२४ बलेवामः चपेदाए। सिहामारुगा
कानवियाधर्मानीशजसथानीभर्येन व्याधियच नवीत याचेदीया लि भयो विकासंध विद्यायात्तदपानं नयापारा जावनी । वाही जावने बटरी जी विदीया नीयते नादवारेसमार ६० मायांवर जो संचापवर्धक चायांच
मदाडी तित्तावधी समायराच्या कामाचमाच सोनं वपापवहणावमेचनारिदो सेन |ऽचातदी
जीविका मि
रना हिनं ३ को प्रति संयति मानविषये नानान 250 मायाभित्र नातिना नसर्वविमात्राक
यमयोग ३७ के दोषी पाणी मागो विषय नामले माया विभागनामेझलोतो मंत्र विद्यासणे २०
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2
39
518
490y
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उपनामनेनरुयात् क्रोधं
मानभद्दावर जये मायांच, आर्जव ऋघुनावेन जोनं संतोषयेनूजयेनू
जमारोह एकादा में। मध्वया जिरणा मायेचाच सावेमालो संसेति सियाजचरणकोहो
अनितामाईनं पचते सा सहली कथायान नानाजन्नारत भूलोनि संतानेच्या निताच अस
प्रोग्रेणिमाही या मायायलोलो या वहमा था। चत्तारिएक सियाक साया (सिंचितिमूलाई
मनि
रामनिव४० स्नाधिकेषु विनित्र मुंजीत
तिलक सीमाला मनतेन हापये कमवलीन प्रलीन मनोसो
नवम्मा५रायणीय सुविलीयेपनजे व सील समयेनव्हा १३ का कमली गायनीरायत्तो पर
गोमधाने संयमेारामेन भन् तिलविवर्त ये मिठक प्रनिशृंगारा सदिऽनुयामिकमातिर्निरमेन
के मिजात रोज माध्यनिधन बऊम निद्या सहाशे विवजय मादा कदाहेन श्मे मनाये भिन
प्रियवना दोरतसदा निरंतर योगमनीय कार्यव्यापार प्राविश्रमधर्मजीत अनाद्यमानेन माश्रमण धर्मयुक्तो वाघ अईला ते ठर
राया | ४२ जोगंच समराधम्म जे डानलसो हुवे जुतो समरणधम्मेमिश्र लदइएन|४३||
रंज्ञानादिकं ४२ नवेपरवनवेदित योजनादिति सरगति 5 अंतेपर्युपासीत सेवने नमष्टा विनश्वयंपाकाचा
लोगपर त्रियदीये जगच मुगाशनस्येयजुमा सिद्यत्रिव ४४ पाच कार्यच ।
को बनिज्ञेडीयालीन सुम
शुरुभावनांचा तमंचा
पलिहाजयेदिपाली मोजसादीनाग्स शुरु नरकंन परमानंद कि चारापि
PalpasatviSiddha
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नकारणं
कमामिनीविया यामिना अमंदिग्धानिसवरादिसम्यकाजिमो अन्नपनमालामाका नाति नामसमेतवडेयात्मवान अचार त्राच
माचतनासलगवन्यगन
उपनिचरतस्य गतिक नतिष्टेन ४६ अमानसायनो लापमालम्या तरानेवेदेहिमांतचया दयेर परदोष लामणेनऊर्या मजे मरणानजागुरुतियावानियतकासिझालासमाणसत्रमाणिधिनमाया समायोजनस्वाविव ग्यत प्रातिर्थमा नाममाश्यााामुग्रंजपेशवापरमसापामबजसविनामुनासानसात अहिनामिनाउनयल हामायामोसंबधिवजयाअयात्रियोजणसवानामऊपिजयाससानिमासिकालासेअहिय
नाचारजननोकारिता गामिणाधणादिमिोदिघडिशविजय अयपश्मिधिगातासेनिरसेनाधावांछायारय
হয়বিচর্যমভিৰিখনও জিনিয়মনকিনি মামা লর্সনোনিবompe#নকৰিীকলবিনির্মলনী नतिधरोदिध्यायमहिमा गमावयविकलयमजानचेतनवहस कनेसभिजानानिमेनेमेताः । तादिनाधामचनेयजोका राणाश्रमयतानांतनाचनकवये ननादिकराणपदेस्या बगामा पनि नियन्मयनामाने स्थानकी हजाचारसमें लिभिजेमिलिशानेनयागरकभियाहि रणपियाशिअलमयमडजायसायशिवरायणासण मधार सहितं । साविवर्जन याविधता अन्यसाधरतानधाविसक-जंगजंगमञ्चमुनिमाविमनस्पान लदकारीणीपुरदकधानकायति मानिसमाजपरिचयता समिसंयनारकीयसुविचाविवनायशावमिकामारणेनलवका मिह सेवनकाल यनि उनिमाधुनिमायरिचयकर्यानपर यमाऊश्योनाबालय नयनरतरमार्जिना मलयपना विश्वनवटवाणिसावलमवतित - जासाकईसेधाजहाकुकड्यायस्यानिधेकललननयोशवंबंधारिस्सारीविगाहनया स
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पक्ष्मतिपकीयविनासाया
मामधपाश्रय
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तिलोतमपिस्त्रीनरीयेन नारीबाव सत्तेतना सष्टुअल कदाचि सने इटंप्रतिसमाप्तर तू निवर्तीय हस्तपादाद्य नियतिनं • नास्करेन्ट मदिर
या चित्तविशेन निशायनोरिंदा मुग्रत कियेन स्वरेधि दिन दिप सिमादरे । पादपाययरितिनं
काना चिदनों अधिवर्षज्ञातं नारी शरीरवस्त्रपात्रो दिशो तांब्रम्हचारी विवर्जयन् विसस्त गरम सोजन गरम नौजने
कन्नेनाशविभणिय अविवास सयनाशि बतयारी विवजय (५६) क्ति माइश्वसंसग्रयणीयेस्स नाय
नरस्य आत्मभवेषयना लघु विषमिचज्ञेयं संयम प्राप्लासीदान चारुलपित्तं स्याविलोकनेनपश्येनू कामराग विवर्धनमति
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अरमागचे सस्याविशेता लड्डे नही पत्रपर्स गणे। वाजवीपेदिये चीतेन निशाया का तोश्रीदित्यादिन कार्य विषयेषु मनाङ्गेषु प्रेमप्रेम रागेनानिनवेशयेन कुर्मार अमित यांतरणांतिज्ञाय परिणामय ययावलिल पुदगलं तेषां मराग विवहा पण हिसय समुपसाखपिमेतानिनिवेशपात्र विचिते सिविन्नाय परिणामा
गनो साना नानाशकः इन्यादयघात विकारग्रामना शोरावानी
लागाला परीगामात सितवाजदात्तदा। विपीइ तिन्नेति द्वार | सीरमण पण ६ | यथाश्रमायारानूनिकोन पर्यायस्वानंदी सोस्न में प्रासः तां श्रियवानिस्प एन अनुपालयेनू उसे ठोत्तरपुराण रुपेचाचार्य तीर्थममादितीकरादिसं मते ६१
जाइ सिवाइ निश्खेत । परिश्राश्वापमुत्तमोत्तमेव यंत्र पालितागुलेायस्थिसंम६शतवेचि
तपनेदं संघम योगष्ट ६ व्या दियतनयाविषयं स्वाध्याय योगेदसदाता कर्ता र सेन या मुक्तः समन्त श्रममा अलमस्या
मेसेजमजोगदेव सशायजोगेचराया दियज्या सूरे बसे शान्तमानादालसपणो होइछाप
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मनपाचरामा बाध्याय स्वाध्यायश्तस्य परजीवनिकायरक्षक स्व. अयायलावस्पनरतिश्नमाविसमयदस्पशापायमलेंसराहता रिपोरबरयारको
समारतधारताला रमिशसशायशाएगारहमासारणामा मेरयम्माविमचाईखोसिरयंअश्कर्डसनीक अविजीतिमापौयापयनि ६३५ मनाशप्राणनगुणमासुम्मस्वरीयतजितेंद्रीय प्रतेनमुक्रमामघरहित अकिंझणा निर्यध विराजनेकर्मघातकम्म अंकंप्यमलबजोशणा जातिसरासदाजयंदिया सुपाजलग्रमणशकिवण विराई मेयनेमति कमानपटलावगमेमनिश्वयार्चमा गोमतेशति ऋवी मि _EN ऽनिनाचारपलिगाध्ययनस्वरंबा मागापै। कम्मशमशाकमिणहाडावगमेवदेवमुतिमीबेमिााातियाआरप्पाहीश भनितsandत्पादमदानकोशामाइतिवमा दानपुरोसका सारधिनयेघरूणामेवनादि होमिननियत भएवातम्यमानातिनावोजनातिनी याबासासकोदान भागमायायमस्मगसितिपयनसशासाचबजारमअनइत्ताची असेपद नाचत्य सात स्नानादिविनयासियेविक्रवनवासाने:मदप्रज्ञावकालगुरू नामरोजअ अशकतोपजोपाधीशनिलयंनिमया फलेवकीयस्मावदारहोजाराजेाविभेदनियमवयत्ताशमयमाखजन्निनद्याहीला नायुनिशील इनिक २ ऊर्वतिचाचाननाम्यागुरुणा र यनप्रत्यस्यासनावेतमाऽमिमदाप्रधाज्ञा स्फकेचनाहरालदिलघ तिमिलिवधाजापाशकरंतिनासायाणएकोशयगईमदासससपागडहावित्र वोमहास्यायेक्रतबनणेता आचारवंत जायाधाचारमहिनासामुग्लिननितनाहीनयावतःस्मानिता-समवस्तमममान का ३९यापिनास निसबंधिवाजाप्यारमेतायणसधियाना जोहालियासिद्धिविनायकवाधिश
कादिचिप्रफलनिवर्वसम्पतमा इनवनिक आचार्य विदना
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करनालज्ञावा प्राणतयनिकदर्धयतितस्याश्रूत्तायनिनाग एवंआचार्य महिलालये नितिजातिपप्रसंशास्यवस्नु निश्चये मेदो नागंडव्हरं तिनमानासायसेत्राझियाबदोशायमाहिशोपिदालयेतो नियनप्रजापिता अनिवासीविषोभयेकटमन जीविशनासापरं किंकर्याननकिंवदनिवार्यपादापना अपमानबोलिभियान संतति कर्यु खुमादाधाप्रामीविसोचाविधरंसुसकिजीयनामायपरंपर आयरियाणापास एवंझावातनयोनमोस ५ यायानवजनातवामति आमाविमर्णवाकोपपेन यावाविवरवा इतिजीवना न प्रबोहियामायणनधिमुरकोथाजोपाचगंजानियमबक्रमिला यासीदिमावाविना वीपायहेजबान 4 एयाचपमा आमासनया प्राय: ६ म्यानकदाभिनुपावक मिवादिसाबधनयाननदहेन नामीवियो जिपचाथिसेवायजीविडीयसीवमासायणयागुमणाघासीयाऊसपावनोऽहिमा वासी बाऊपितोमलेपये मान काविशयक मामिलालेपोधिनमारयेपू पर गुरुसालनयानमोरोसनि ल्यापर्वत मिर विसाचारिकश्चिनसारकासीयाविसहानुहलानमारमयाविरकोगुरुदीलगायापाजो मासीषशाकन वोचयेन सुप्तवासीरुपनिबोधयेन मवाददाप्तिशतिनामविलायेप्रकारक्षम्नेन पायमा अावया' बियसिरसीलियमबखनेवसीहएडिबोधिरजाजोवादासनिवागमहाराणसावभासाय
पुर्ण स्माकदा जिन्सीपगिरवदेशवासदेवपत्तावरप्रकिंवा याकदाचिसिफऊपितोनसभेवयाकदाचिन्शयमनसिंद्यान जब
गामुमूरणकासीआऊसीसे गिरिपशिदेशमीयाऊसीदोकुबिनसारवासीधानतिदिनी
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सुक हील नावामार्यपादासन महिनादिराधानति अबोधिमिधावसंततिकतनामान बलियाविरकोयरुहीलारिययायावरणासन्ना अबोहियामायण मातालिमोहातमान अनाबोधिमोहसमाविकांबीयर यतिणुप्रसादासिनोका रमेनू यक्षाग्रहिताप्रिनिजामोचन मजिस्किासन्माचणाबादमासिकरवीरपसायावहामिाणजहाधिमीजल ममग्निमस्पेनिसनमा निमेवयाहाशिमाऊक्योहलपपाहलगामेनपक्षनि प्राप्नेम्बामएकाचार्ययतिष्टित अनेतनापियनषिमना यस्या नौसानाणाकमेतपियातिसतोपवारियविधाप्रणेतमाशी दिगमबिसंतशअस्मति केसमीरधर्मयनिशिवेनस्पातकसमायनिक प्रजातन्त्रका नादि-ममकारयेमिरप्रासाजननि कामनबाबाससकेनवंदेोमिध्यनर्मको एधम्पण्याइसिागमोतियावधिजानकाय सिरसापेमनी कायगिसतामणसायनि नमसामकारये १२ लादयामयमेशनदर्शनेदे ब्रह्मचर्यशतानिकल्याणताजाना अणुमासनीयस्यसिधम्ववियोमधिलान कर्मभलएनयस्वने अनोगमायुर । छथलझादयाममताशेकल्लालागिरमविशोदिवासीजमेयमसंशयमसासयतिता वोत्र मासयतिनिध्ययतितान गुमसत निरंतरंअमनयामिकामानिमातदिवमेश्या अनिमात्यवर्य प्रसाधलस नरभक्षेक एवमर्पाचार्यत्री गुरु सयज्यशअयाभिाशजहानिसाततवणिमालापत्तासपकवलसारदेवाषचारिसमा मसालेनएवेधिगनिमामाnagri प्रासयनिजीया नावानमध्येयधामुरमध्ये याचाकीमत्वाकालिकानिमायागतान सलिनी विशय सुरमशिदोजहाडसीकीसम्जोगतानविनतीशगणबुडणारबमा २०
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विमारागनियरिखमका मेवाकाशविमलेमदमुक्तपत्रमनाप्रकाारणमणीयाचार्यमोनोश्या जानादिसावर मानोनाकाराआचार्यमहिधरणाममाधिमांमध्या
एमचनोखमपीसबका
हडीवमलअसमुश्कापवेयणीमादलिखुमण्या महागिरोयारियामहेसी समाहिमोग नावमेधे श्रनयनेन कादोजी खासेन मीनेनपरोविरताकपेन सावत्पत्तिकाम्पमधामन संयासकाम मनरावदमित जायनानिमावीला सुअसीलबदी शपाचीनकामनपुनराईटाग्राहोरोपत्तोसईधामकामीरिवासमायोमेदामि बिलानि शुक्रवनेसेवतेत्राचार्यान्अपमान गुरुभवापरोअनेकाजानादितिगुणारा मरीमानोति ॥ इति । सुलासिया सुम्भूमाबायरियामानाबादज्ञायणलगासापावरीमधिमणवसन पाम १७ मिनयतमाहीययनेश्वमउद्देमिकटवाईमंनिमितई एपण मस्पमूलारकंधवनवस्नुमोनित स्वान्यशनमावीमनपयोग । विभिावाविणयसमादीपटमोबाइमसमानारामूलासुस्वेधषासबोडमम्माखेकानउच्चार तितस्मयत्राणि जतम् । तस्य उम्मले बम रस्म एवेधर्मस्यतिनयोभूनेसेतस्पधर्मफलस्वरसप्रमोमोज येन सामुतिसादासाहासाविरुदेतियनानिसियतफलस्मीनारायवेधमक्षिणामूलायरमा नायनपत्रकल्पोकाधिककल्यं श्रुतंकना निमशार्प वाशिनि २ सम्झीरोरवणयान्यस्लिवादरहितासिनयान मानिएयी। सरकाजकिन्नेमसिरानीसेसंचालिगलीशांजडिभिपशाचानियाडमडे सानिनीयमनाने का प्रोगमा प्रवाहितयधा । ३. विनएनोदिनप्रयायेनापि माषादिन्यापि नोदिनपरितोषियपातिक दिव्योकिया वनशमविणीपा करमागयजहाशविणयमिजीवापाचोचकपईभिगोदरसों
अत्रीयूवादतिशतमामाभाम
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ARTREनाराजादिवखताना नकर्मकाम्य विषयमा पाति दलप्रतिक्षप्रति मानवेत्रविनीताता घाबाकदीनाराजादिवचन्तानामेनेकर्मक
अक्षियोप।
पवावाष्यमा समतादेडेशयडिसेहानवअधिणीअपाचवज्ञादयाव्यादीसिमेहेताल नयम्वित्ताप्रामा ५ नदिवशेअविनीस्वमा ३१ चबा Red मानवाना हुयेनिमुवमेधमाना मि , मानवअधिनीमान तोकेमिनूनए गयुवठिया मातादधमविणीअप्पारादीसंतिणढिपत्तामदायसाहिबगलागेमिन
बाला कमिधानाहितांकित्ता विशलेडीउमाल्यांपरिजीलर सस्पववमेककेच्यन्दनबननाघमापा कमला दीक्षित नामाकलना दीया
दिना नारीनदीसक्षिणायानविलिदिशाहाणामन्चपरिजनोअमवर्गणहियाकखणाय पनवेक्षणारा
पचनपिघासादिसिध्यातिविवसविणीतात्मालोकस्मिन्नरनाये सिय मेहमाना चिनदा खुणवामाश्यरिगयापनादमुविणीअप्पासासिनरमोरीडादासतिषश प्रामामासानामेवऋविना देवावैमानिकानाया पतिसमेण । अभियोग्यकर्मकरंमपस्विनीस ' वणि देवाविभानि टिपरणमायणादवकाययशगादीसतिणशसिमावठियासाहवरगावन कास्यतिधामा कहिपापसामसायमा ११० येनानायोपाध्यायासाचनकरासायचा नेपोमिषायालणामेवनादिकपावनिक कायवादीसेतिहाधिशाजयारियनशायाणासमूसावयणेकरानससरकाप लायमापदण जे नसिला दिनासिपमानिनसत्य स्वावनिगमादि परिसावदाकातीव्र सिष्य मायरोपावानुनय तिप्राशनाने ।
तिवदंसकासिवितधारक- - वतिमिलासिताश्वपाश्चाशाजणबंधबंधोयस्थिावेचदारूशिरकमापिनियों
विनापिताश्यातिषिया
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कमायनकासनाननिया संविधादिकारकाशितजमिस्तश्पवात्ययस्तोसकारयतिधयादिनाममस्व तिजलिकरण निकामे. लीनारासश्वराअधिराजपाल
ननिवाब तिमातविदिशास्वनिचित्यरूपयतिसमरियासकारणासकातिमलिउहानिहस चिनियादसकारित किंपुनर्यश्वत्तग्राहानिनोन्नक्तिभितांनी अननक्लिप्सोकम्पका आचार्यायदरमितधचनलिस्कसाधस्मानाबननानितिनोलय ल कानएमुतरामवरज्या
प्य १५ विलियरधाकिशुपतिमुत्रामाहीतहियकामायारारियानेवालिरकानयासमायवटणार नाबामिया संस्कारकंशुकासनीमिन्नंयायाधिश्पर्मनीस्वानीचालित्राभणाननाच मातमीचमचारजिलकमान्यपका. मंघटस्पृष्टाका यातमाचामानकता नावासनगुकस्वान किमकररुचायापादधदिन यविनय मायारागश्मणानायचासरण यंचया प्समवरणादिनारामजनधानधिनापिकानटेन त्यादिन तोमिक्षAR
पिका मामेति एवंदेनमधुनःहितीयनारकरिष्यामि ॥ उरिवमनीवरिवानादिना नोरिनमत्र गएकालनवरिणामधिस्वामअचराहामायगजायणसियागावापामगायोर्च वितिरक्रिजातिशुमागा कार्याधिक प्राचार्येचकर करोति
कालवििदकेने दोघसिप्रायनपवा प्रतिनिश्वनिकाचाहे शिवगि गमाराधना
नाकारादिनितिनश्चयायनर समाईमा एवंइषुधिकिवाणाचतोश्यकबाहीकालोबोधारमापडिालहिताणाद कम्लनाबर्जदिना) न मनादि प्रतिपादाय विपतिमुहानीविनाशेचविनीतभ्य नामपन्निचिनातम्यIN MARATHI अदितणेनवापणानसपरिवाया विवहीवापाकम्मापनीक्षिणयस्सयाजस्सय सविविनयात्रविनयायामानंम्यानरकामधिगच निषा २०० यःनअपचोरोषिण:हिमाश्वमिति पत्नशम्पादकनरामिकोग्ररुत्यकरणपरमानहालोकी प्रनालिसमिपयोमा
नयर्वानी-जा कारो हामनायामिरकामप्रनिगाहणजेयाविडे मेडिगारवा निसरीस्सिाहसदोणवेमुण Sapanaanasana
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शर्मविनयश्रकीवित्प्रपंभित असंविसाजीनचलस्वमोहा।
२ निईसविभिनदिमकारका समयेगुकला
तार्धधर्मागी
प्रसिधमाविणाप्रकोमिणप्रसवितागीनामपुरकाशनिदेशविनीगजागरणासुग्रवाधा ता:विनयकोविदारकानपिधानसमावेवेलपवाऽनरेग्वण्यञ्चाकर्म नमामलिमिति गति शनि कचीमि RA२५ इनिवि म्मानिणयमिकोशिश्रातरियातनघमिरुतशेखवितकमाध्यन्तिभंगयंगनिमिाा
नयममाधी थारनिनियोदेशकस्यमार्धमंसल
anीय प्राचार्यअधिभिववाहितोऽनिलक्षित समूबमालकाश्यादिपान् प्रतिज्ञाययार
विश्वयनक्चार
कायामामोग्रालाकातलंगबादिकासाय-दाननियंत्राराक्षायन,
कार्यकरणामसमाधि 4
तारानादि निमविनयनवजीत
माण किमयविरु ।
तिविणयसमादीबीननाइसनसमतोमायरियग्रगामिवाहियागसममाणपडिआगरि
तातितकंगोत मिळत कालोऽयंगीयमेवमजाजोदभरावासमाशायारमगविणनेनीसूममाणापा
ননীদলোঁকাহিসিবেদিহ্মিব্রিনফর্মে। এজনসাইন্নাবিলিষাঙ্গিবিমান ২ ফানাদিয়ক্ষম্বিতম্বিসনত্মর বুমবিয় इंशतिः
शिशशवाजदोवडरेकोशमाण समउनासाईसोशरायणीयमधिणीयउर्जामंदर विजेरियायजिहानियत सवारी नचाउचकर जमिनायनवरीदेसकोमा नसे संबधि एण्ठायासमुपा
लडनावकरवइसणधसंघासमोसणसत्र
जीतपर्वाधिकाम्प्रति सातपायुनयानीचचयोवनीतसचांदीचा अवतापवानुनमनतीसरुवाहकरमज्या त्रासामध्यपरिवितेविरतिक्षिकालज्यिाप
ननदी
नाईमलासमयकचबलवयंनित्यं अनबरानेनपरिदेवयन्पसदेनगन्ती लबमालबधिबारुनेमात्मानमया ५ संसारकजान्यामनन्तकानि
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A MSAMADRASISAR
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पनि अनिलालिममतिल्पका साथ एचयात्मानं बालतोषयेत संतोषत्रसत्पत्तर साप ग्राणाणिव्याअश्लातविमानाजीवोमितानिनोमानासतोसपागरणसणासवादेयेया Hindise
पिन मायकेच्याानवमयामवदयानरेणाप्रमाएजोनसहियरकंट्याविर्तमपकंनसारमणक्षामाज
विरावबंध निर्विकारणानि Emमक सटका मरवाति लोहमयवाशरुतानिधनराणिहरिकनचिटोति मनविधवथनाका घाऊदेतिकेच्याअम्मयातवितनसमध्यावायाडरुमाणिकराणावरारबेक्षणिमद ७० समापनातनसमकालपतातावचनासियाता:-कलंपित्ताजीबम्पदिामनस्पजनयतिधर्मतिकृवातन्त्रावाचायलयमिसरामान्य तितषियम
संशमिशनसर नया सहितसा याणासमावातावासिधाया कलेगयाजमणियेजतिसुनिकिन्वायरमगारुरोजिदिए परावयस्पोरवलबादंषत्पका चयनीकं प्रधान कारिण"त्यपालिकारिणीयलाधीनतापतमसः भरिणीएवाभावताना तिरुपतिका
साम्रो प्रवधारणाएवमेवनत तिरुपा जोसहयसअवनवायचपखहमापवरवनएलपीयेचतासनहाणिप्पिथकारणेचा रिलायलाघाननाघेत सपूज्य गुणविस यादिलिसा अयाणासातवसाधुगुणानग्रहामायणान्यसागोनसासिछसयासलगुलेदिसानयाहिंसाबागिनादसामुणमेवसाझावि एवं यात्मनायामानै तानातिविशेषेणबोधयातबाराविषयो समामध्यस्कोनरानगवानमः- तष्ठिवनोनयमले के दवा प्रायातमनीयं मानिसकंदाप्रतित यालियागमणाणाजारागादासहितmaasरवाहलगेवाडीखमबश्योग
सत्य
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उटा नही लयेन स धुक्यान विंसयेन निरंतरं वनंच गर्वच को वं वयः साधुः न्पतनिस पायेगुरु वो मानितानं दिनादिना सततं निरंतरं त्रिध्यात्मानयति ज्ञाना
देवा नोदी लमनोविश्य विमाचको देवइएस 01121 भेमा लिया सय्यमाणयेति । अनेक
तेषां गुरु गुणसागंराज्ञानादिगुरना
दिलदनी प्रापयेति तधा यन्तेन कन्या मिवनिवेशयति तान गुरुन्यो मानयेत्सतान्मायो पानतव स्वीजि लिडिय सत्परतः स साधु ज्प १०
विभावस्येतित्तिमायमाणरदेतवस्त्री। जय दिए सरदर १२ तिमि
पुए। सागरा
कराणायामाची सुताषितानिवि चन्दणोपेतानि । वरे लोक परलोकहितानिफल पंचरतयं वमतरतः प्रत्रयगुप्तः प्रपतनक गुरु श्राया
बाय: सय:--१३
ऐसा मेरा दिसुता सिचाई। चार मुली पंचर यतिपुत्त्रो चच मायाधगण सण । १३ गुरुमिहस
इहलोक सततं निरंतरं प्रति श्रावार्य श्राराध्य तिनमल निलो इति श्रति गमलाकादिप्रतिपत्रिकुशल विश्यपि चारजो कर्मपुरात पूर्वजन्म कसा
यथेपडिशरीरामुली जिएमय निनो सिम गाऊ सले धुपियायमले रेकडाना खरमनले
स्वरं सांग सिंसिद्दिगतिं गति विनयस माहीतीयोरेकस्य मनार्थः - श्री सवात्तिमहारषन् विरजीव मलाश्यानं लगवतांजनवेल प्रतिदीमि
गयगयत्तिनम 124 विय समादी एस ईनाम समान्तायोमास
गवयाप
यमाय जिन मानाने स्विवारेः श्रीजे बूबा मित्रघम चचारिविन यसमा द्विस्वानानि परमात्मनतो विनये विनयादिसमा
चमरकायें। इह खलाधारदि सगधेने दिचित्तारिविषयसमाहिताचार्य नेत्रशिकारवखाद्वार
शलित संध्या का श्रेय यरुः बच्चा २ मा निश्वातु निसये स्विवारिचचारि विनय समाधिभूस्वानानित्रज्ञमानित विनय समाधि १ समाभिश्वानानिप्रतनि
समाधिर
दिनगन हि। वणराम खलानघारक्षिसग दोनदाच शितेने दाविण्य सभा दी। स
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तयसमाथि श्राचारसमाधि ४ विनये१कतेश्त्तपसि श्राचारि ४ निबंध पंडिता६ श्रतिरमतिश्रात्मनं ४ श्रात्मज्ञेयं जितेद्रीय माहीतच समाही आयारसमादी विणण्खतचे आयने निशेयडिया निरामयंति। ४ । श्रधापंजेजति जयंति - चर्च विखजुनिश्वयेविनय समाधिसवति अनुशाश्यमान स्ववे-श्रोत मिळति श्राचारे रान्ये धते यधार्मतो श्रव जयेदीया| चनविदा खलु विणइसमादीसवर । तेजदा । प्रयुसासितो सुरसममेपडिवावय ते चाचचेदत ज्ञानमाराधयतिन चमाराधयतिनघत्सवति आत्मामं प्रगृहीतश्रद्य विनी साओ रतियात्मकर्षे चउपदं नवतिः प्राधयन् हितानिशा समेत
माराद इनयमा राजनयतवश चत्त्रसंपदिए। चत्रेपछि शिल मोदइदियालु सा दिशिः प्रपदेशं कूषते वबुधतेतच श्रवधे नर घेति कीयां कुर्वनापि मक्रियामि विनयं समाधियायनामोश विनय समाद्विज्ञायतार्थ प्रतिमावकरोति तिमानमदेनचतिमध्यति स समसोप्रदिठिनयमाणमयम विषय समादी आयहिए। विषयसमादी चाय ६ विधातुनिश्वये तसमाधि सवति तघातेादशांगे व ती अतिया छायेतव्यंभवति अध्ययनं कुर्वन्तराि द्विधावन शिक्षा खलु मम ही सवर| तेजहा। खुमराव समइ मिश्रा इस वगगा विनोदर तोलवण्यामी लिधै; वेतव्यं श्रधायनं कुर्वन् धर्मे चान्मनो धर्मे स्वापयति श्रध्येतव्यं नवति स्वयं स्वि निर्मापि शिष्पादिका विनियर द्वापर्य तिष्ठामति मधिर्मे स्वापयतिष्यामिति श्रध्येतवति विसामिति शाईप्रसव | अप्पाणावर सामिति । शाई काठे सव। सिईपरे। तावइस्सा मिति। न सवतिचपदस्थति नवनिश्रत्रश्लोकयशश्रध्ययनं परस्य ज्ञानेन्तति नतरनघांप कार्याचिसम्पटमेस्विति एवं स्वापयति तानि भीन्यतेरें प्रशाई॥ चम्रचेपयेत्तवा राव इश्विसिलोगो । प्रनापमेगगावित्तो विईन चाचईपर मुत्र पियेदि
श्राव
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ऋत समाधी
C श्रम तपर्धा नवतिश्वतुमिश्वयेन नय समाधिर्भवति तद्वघा नवरह जो कार्मः तबक दिव्यांज यातपो श्रतिथिति
त
शिशा तनुमुद्यसमा दिपान। चन विज्ञातव सामादी सव | संजदा । मोइद लोग हियापत्तनम दिविज्ञा
नवजन्मांतरे परलोकार्ये राजा दिनु सर्वोबादितपो अद्वितिले नवकर्त्ति शिवशश्लोकार्थः न बेोबर्या तपनपितिले त नान्यनू निर्जरार्धय को कर्मालिनि नोपरलो गहियाए तव महिहिता नो किश्चिन्नसह सिलोग छिर्रयाए। त्तचमणानन्त निरयाणव
शविरादाय का मसन्तपनकुर्यान् व
नवचित्रक
१० विवध योजनःनि
सचतिभिरामो अनिदाननिराम न
भदिद्विजा। चमवेषये नव। सवईत्तत्र सिलोगो । १ विघद अपतवेशानां राव निशसम निक साधुना तिज्ञेपयशिप एकदिक कामिनी की सर्व काम कोयमः अर्ध दिशा मुकोश ०११) वर्ज चिश्तुनिश्वयेन श्रावाभास ज्ञानव्यापिलोक कमुक्त सदात्तय समाधानसमाधाना तिवसा झुरा लपावगं तो सयानवसमा दिय। शचमिक्षा खनुआयार सभा व्हीलवर संघात श्लोकार्थयोर्धावान नकआायात नचपर लोकार्धाचरं नचकी शिवारात्री लोकाश्राचारंनानिष्टेत् तेजदा ॥ नाइलोग छियाग्रमदिहिया। नोपरतोगडियापचयारमण नो कित्तिद्दिस लोगठिया कर्यात् १२ निः श्रनाश्रवयादितिः श्राचारमूलोत्तर : रुपंधित पश्वानं निवत पयारमा १२ ननचारिांत दहन दियायाचचचेण्यं सवइति भिलोग।१३। जि जिनवचनरतः श्रतिसत किं चिररक्त इश्वर्यातयो वक्ति प्रविशनि वादिनाश्रयतमनायामाः रूपी आचारयः समधिस्तेन सं वृतिशतादियमपालयतिय नाश्रा श्रवधार त्यर्धनच विदो न जीवम्य स्वाप्ता विकीता श्रवन पालयत्तियः स्वता वोमोस हासे हे इति नाव परियचतितिये।। यडिन्नायप माय प्रिय। श्रयार समा हिशेबा | लवईत्तादनावरमध्य१४॥
क१॥
२४
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करोति १५
सुर
अलिगम्यविनायचउर समाधानमानाचानवाळेयामुविवषरमंजमनससमाहितामानवनिचितहिनाबमोस्वानंतरकरोति हमवग्राम प्रतिगमनतरोगमादीनामविसकोसुसमादियणमानिसलाहियसहावर पुणबईसोययविममा
प्रकारमालकविमिति सवा साश्वततेतवति माविशेषकर्मचादवोवाश्रव्य
अत्यरतनगिनराममहिाइकोडनुत्तर पण १५ आमरणानमुन्धर्जनेयवादामहासासिवादवसासणादावनाधापरामरहिइनिने ६. विनयसमाधिश्रध्धयने विनयसमाधिनामनमवेअध्ययनसेलो निरकमप्रवज्यत्रागामायालेवन भिधारिणयसमादीचमचोवाइसोसमनन-विणयसमादीनवमेशयपनिरकममाणाश्यबह नोपदेशेनऽध्यवर्वनजिवचने नित्यसमाहितविनेनशक्ततचे मीणव निवान्लेन कोनभ्यन्ने विषयरमैनप्रतिश्रापचयेत्यसान पनी
वमिनावमा : वगणानिवन्नमसमादीतहाधिकारीणवेसनवाधिमाबावेनापडिडाडीजसतिका सयनवनतिमषानयतिपारशी लोकोप्सचितअनमपिबनिनपायायतिष्अनिषजीवनिकायविनाशस्त्यारसमिशघानिशीती
अनताअग्निनश्चये दवितखोनवणातयामीमगनपीयनण्यागजिमनाहाखविस्मयतानजलमजलायाजा ज्वलतियार सात इतिलेउवायोउमावनांचल्नोधिनामजीधयेत् वयपारेनजापयेतहरितानिम्बयेचिनेतिपारेननदयनि बीज्ञानिसदाविवर्जयेत संघा सावर्तिस्कू ससिका अनिलणनीपत किमाविणरियापिनबादमचिदाननीयाणिमायामिविवयतासा.. दिनासचिननामचिनारयति व वधनंचधामस्वाधरामनां यत्तोवमेशानिपध्वान्त्रणका मिष्टतानी जम्मानसिकंपिॉनलते
यासः विवाहाराजमनिराशिधाहणेनसधावरालाहाडाघाटवितणकामानिमियाणे समानाहसिये
SH
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नपातिनपाचमनिया: सा निक्षू ४ चमचा ज्ञानछत्र वचनं प्रीतचा श्रीवीरवचनं षट्प्रधी कायादि जीवा या तालसमान्नू मन्यते पंचम म जुने मो विपणनपया चपजे १४ रा इनाया नवयो। श्रत्र समे मन्तिवणिउणिका वफामे मदन या दाता निस्पृशतिशेवतेचा संवृत्तः चचारिका यात् मदावनतिजति अवयोगी चितवर्तिषाला दिस योगवान् समेत सुधयधमेन श्रधनचचुपदा निरि पायसं वरण्यमय वासव संवराजमानचनाश्विमेकसाया। धुवजोगी ग्रह सवय प्रदऐतिजा शुरूचरण शिदजेोगं तः निर्जन कुमरजन्। स्वापेर हितः गृहयोगं सम्या हष्टीव्यामोहर दिन सायमन्यते श्रतिज्ञान दियानी मस्तियो वादयचे तर मूत संपरिचयः स. ६ इति सेयमपि दृढ साथ तपसाधुना निरापपाय के
नवसाधाराणामुलनयकायम स्वादिम स्वादिमा दिकं लबमम श्रन्ये मार्चज्ञविशति प्रयोजनं पारे दिव्याइतिरुचानमित्तानेव
कर्म [मनोवा
जेए परिवएँ छ। समा दिठी साम्राट अधिनायेत्तव संजय तावेव सर्व त्यापापादिकं 9 सेवाडाजणे अत्तादच सयाल गेवा विवदेवाश्म साइमेल तित्तदो दीपास्वातन निदेन "त्रियः शानिश्कनथैव प्रवेश अनपानादि विवधप्रकारे रखा दिये खादिमेलनमा निभेत्रमा कम्र्मात्मा नवावेक कलमे में दिली कमान त नावजेण यातवा बिंदी असा हायाने उच्चारीशायरा जिरणनयनुगाहिये कहे कहि। क्रोन ऊर्यात् नितंीय झेंद्रीय शांत प्रासिंयामचारिबोश्रयाये प्रति लेख एका ज्यः सह ते निशियार्षे ग्रामणिइंद्रिया नित्य कार्यादिना नमन विना, कोनका पि
कायनादरचार
20
जानियऊन हिंदी एप सातीस जगतव सुवजेो गजुत्ते वसते वाह उपजे 0120 | जो सगाम कदाच लिडरकडचा कंटकाराको शव नालना स्यानेरव तपासेन तपत्र त्रास प्रयासमा प्रतिमा कायो सूर्य रूप मानादि वजण शिप डिमेप डिम क्रियामा ३
सब श्रस्याम-रक: मध्यमः ११
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रुमोवानिपतञ्चासत्रानानाबिततिरसयत्तिरवाविवयानिटानिस्टहतयाविवधतयारता: निन्यसदानवशरीरकार्यप्रतिक mil
कनवांशयति यःमझिस्कू. सामानालायालयलरवादियस्याधिवक्षयलनवारिणनिधानमीमानिकराजमशेवा २ कामप्रनिवक्षनावाचालिमोसियामादिकरणेसवेदाजेनऽना बितिक्षानीकिनाशरत तीन नकारादिनाले व्यगी मत
स ऊ दतककथावानन्द्रपिनोपादिमागमानवारिताचा समस्तयाटधाममोपनिन । सिष्ठचिनदेवमकियव्हपम्सीmanaeविसमधणीदाधिकारवियोगाधनियाणकोदालन এ জকিৰদানকাইনয়ীমনি-সানিয়ষ্টহসানুফানুস ফাফierদিলেননংসজিদৱনিৰ: ৭৪
अनियकायगारीसदाशमवरजाईयहापापाय वीजामरणमहलातावरणमामि मेयरः पादयतकायसंयनिमितेशीर वानमारतप्रसस्यधारतमामासमाधिधामापारक्युलसवमाधिच अण्णानियसलिए मिजारभदंबसंजययायसेजयावायसेंजपज दियाशयसमादिअपातवियाईजिगार अपाध्यायोमादिअपचित्यमाशावनिमय निकलाकसंथमासारहतहिवश्व क्रयविकायसंदिग्ध सोविरतम्माविशनापासर्व
USTRallaxasija संगधःसःतिकूम अवभिनवखिएगिठाणायनलफलनिषालामाकयधिकथनिहितवरयासेबसेषगावमयजेण त्रालोनामासमप्रासनापरोतिनारगृष्म बरशिपावनपध्ययाश्रितमश्राकारमाश्रित्यजाविधमंजमजीवितेनप्रतिको काज्ञान
खबधरिया हिसकावनादिसिजनवाकस्ताबनय रिजतिीने अनोखतिश्कमसिसगिधोवद्यारजीविग्रमासिक काटियसकारणेचाचण्यहिअध्यायाक्ष मयतानशानादारविनात्मानिालनमा
नानानाप्दास्पबसियादिश्रयंकसीवरतिवादवयनवचनंकप्पेनतहिनामाअन्यमभपाप्रपिके निस्पनालगनितमायुलदसता चानापानण्यवरजाहिरायसीना जोनकणिकामबेवशमाआणियपनेयधन्नयामानाणेन सब
JanSARTANTube
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व्यतियः सः१८
सुमन तिमत्त्रोन ज्ञातिमदमानच रूप मन लानमदवानून लानमत्त ततमत्ता अ-तमदन शर्मा नमदाविवयेन धर्मावरते करे |१| नजाइमत्तेनयरुत्व भित्ते निलाल मित्तेन सुणभत्ते मया सह विविद्ययंत धम्मशाल य. सः निनदेति कथयति शुरु धर्मपरंग सामुनिसधर्म स्वयं वित्तचापर में निपरे पिनक्रम्य चरिज्म कसील लिंगआर दिवेष्टितं वर्जयनिनायिका राजेशभावश्यंभाणी धमनिटावई पनि रकथा कि सीललिंग नयादि स्पन्दजालादिका २० तं चारुरूपं श्रचिश्रविश्रसाचि ले प क परावृत्तिः सात्यभिमन्त्रयहितमोक्षसाध दाऊदपज |२| तदिदं वासअस सासये शयावर निघदिया। बिदिन जाई मरण माये ने ज्ञानानो स्वितात्मा जति मरणस्य संबंध विचार को मंत्रोपेन २ मा स्पास्यदिनामयमानोऽयमं इति शनिधायनं धमाका हमे मिलते
यास:
नाव सिरकू
शमेग इत्तिम्ब मि। 21 मेति स्कूय समता ॥ इह खलु सोयवाएं उप
नसामा उत्तान परीषदाऽनिषण अरतिमापन्न चित्रेामयममात्यमरणं तर निला विभाविताश्चैवनिश्वक्ष्यामांचा पो भंडारक थे। संजामाइरदेशमा विन्न चित्तेां । नहा पियेहा णि गोदाय यांचा हरयर ग
कानूतानि तानि स्वानामिव मामा निश्रष्टादशमं नियामस्ताना मिसम्यक संशतिले खानि चलो बनीयाने या दन] इति मात्रे क
| कसपोण्डागांसूयाइं। इमाहारसचा गाई। समंसेपडिले दिवासथेति । संजदा। देनोइसमाप
माकाले5 अजीबी 5 बेनजी वितं शीघुमुखाः श्रन्यायेन दी | कामगा
घानिया का सूप स्पातिऊला मनुष्याभाया बऊला
उपजीवी । डलह७७ साइरिया गिदीयां। कामसो गाएजो साइबलामस्सामेश्
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परीमदाबिकरकममनचिपकालायचा निचयनिषदमारसन्मशमुरवायंमोदनवादि वनस्पायसनगुप्तस्यरंशयःचानादि
कायरिणामपनिमर्दत्रयोज्य मचिरकालीदाक्षिणानडामारावस्मयचडियागोशिदीचतिवमयाडिदि. वानस्य नक्तविषयस्यप्रायानांपुनःरातिकंग्रदायमनिर्यनकिरस्यामैकुलमोरवयुमिभूयक्षिणोधमास्येपास्पबंधनकारिखनेश्वानिका मातूनर कानियामा उपमेयदेतीकारक
यौवम् मानकिरनामे वमनेनातकस्वदीप्रधानाकारामूलादिशातस्य सुसोगीणाधम्मपिहवासमाक्षविसिगात्रायेकाचमहायदोशसाक्षणसेवहाशदाशसोक विपाण त्यागाविसकन्यारताविस्मयोगवियोगजान लेमोस्चासचिनानिःसलेमोगरवास:निरूपश्च पांघोदीदारुए धमाकर्माला चिचानलापमोमिनस्यविधीयतवति
यामोमावस्यपयायामा विरामपामासविधपस्यबाम कसामहिवासाभिरवक्कमेप्रतिग्राय हवासामुश्कानयासावजामहवासामचाया मविपर्याय:पयोन अदिमा दिपालयात्मकतावनति बोराजोरपतीनांभाधारणसमान्याकामतोमात्तनकि प्रत्येक प्रत्यपानाजाविना जीविता चमकतननाम्चात किंत्रनिगलबाभवणमनुष्य रित्राणाबदासरणालिहीणा कामालागाडायधनमाणिवावसामएसजीवीमा
सायजनबिश्वचेवलेkaजोमयापापकर्मीवाशमानविनवनत्यामनुतनानोपापनोंचकर्मणांकांपन्यकर्मामपितवनजमार पाजलंबिडवलानवालयासमोयगायाणेघरवलोकमाणेकम्माडिदिनीण उपडि उचागप्रतिकारलोयबालोविनानांवदिया अवतवे परमादशमेशानेपदेनचनि नसोक याचवलयविधर्मः बनायेलि जोगनि | कित्तावनामुरकानविनावनातवाचाकोसना अहारसपनवशक्षाधिमिलोगो। मन मचानने नोगेछु मूर्छ मन बायनरका नापने नापति यायधारचेवैरिनोनवनिया जयायचाइलयवाणोतोगकारयोग सेवाडिगवारा नायनावलीजिययनहानि . HASHMAHNA
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रि
कार नि
विज्ञापतितःमत्यासादियोलोककमारवादिस्पर्मनाकरिशमस्ययान्यवना यशमलवंदितोचनिराजादीनामविषयावरशेश्रावे
मालपरितम्यते किंगपिनश्स्य
पत्यानायक रोति ही प्रणानिबममधमापरिहासनास्तिशअयायवेदियोपचाहोचशिमो देवताबारम्बवानानमा कम्पपायातयरिब जदारश्नोमतिपत्रादिपश्चात्यायोलति राजेच परितसपस्यातपरिवाजेपश्चाताये
त्पनेनासषास्यानाकरोति २ दिवाणा सपना जयायमोहोडशमवादोश्यामोरायावरणरिलो साँ यदाचमन्योनातिनादिनि शात्पतिश्रमाय सेविकटेनमान्पयामि विसनपरिपरितमपशव याच
त्यताम्म शनिवायमाणिमोदोशपवादोश्रमाणिमोशियावस्थिरविष्किबाडटोसियापाजयायरता विरोधोनवतितमतिकायोचामिवश्व गाडिबालतगाला लोकटके विमा यदाचकवस्यकदिनकटच म्यानमनिका नविनानि विवरून्य पाहाहासमश्क्कत्तजवणामवालगलितासणाजधायकुक्कउखाऊन
तविषयेनोगानप्रतियाधानायतरुनी दारपरिलीममानतिक शोरूसंजयकामतकाईममयोयामागो Haबंधनेश्वचेमलितपस्पानापं0 नामादिनीयकर्मभवास्नव्याप्त)
वसजिना आचार्यो। रणबज्ञासातदारशिकिन्नशामादसेताणसतनायकोसनोमदानागास अद्यमाहेशणी अनिबापानलावनातिनवतात्मवायदहंपर्थावपक्षिामन्येचखिजिनोपदेश अमाध्यतिबकरियण देवलोकनमानपर्याएवः महिला दतोसावित्रयाबजस्मनजइहरमंतीयरित्राण सामनी निणदेशियारणदेवनागसमागोमायस्थिा मयमेरजानांवरनामोकामाजिलाधिमहानगरसचिनारकाधिकार अमरोवरमदेवमामेपर्यायरतानों का नामोधन तक्षापर्याय समादसिणारयाणेरयाणचामहानयरसालिासारणअमरोवर्मजालियसुरकसनमारयासपशि २०
नमपश्यान
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RCISHETRIKA4
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नास्तिरवितानां नरकोयज्ञाचा उरके तमऽसफरमेनरेति कर्यावषयोपचारित पंडित: _धीत्वचारित्रनटेष्ट क्रियानयोटाइपाञ्वेत विक्षन यतदारयाणानयरोवमेजाणियावकमनमामिहातह्मारियायपासिरिलवमेये यज्ञऽसिभिवकल्यतेजस एनंदानयंति विलासरत हावन तसंगोवित लोकाalas
१२ विश्वलाकेपिअधर्मकायापा जन्नगिधिनायमिधा याताहोलेनिधिहकमीतीदाधिोरधिसेवनागरदेवधमाश्रयसो मायनाकानि अमेवानमियपतिइतिश्चकतननीबजनेपिधामीकतश्परम्पलाधर्म सविनाश घटनीवघतिश्पसचिनविनम्पतिवारिचस्प अबस्तामरगतिः अकितीजन्तामधिजंघाजणेमिाउसम्मानप्रदमागविणो मसिन्तचितमप्रतिष्ठिमगी। लोगानुपसिनतेमधमनिरपेरुविनाविधनसयभारंजा दिवकरामश्चततामतासनमानितधातानिष्टा गर्तिगतचिस्पननामांतरी
AedaraSINGER उसोगाइयमझानइसारातह कहप्रसजमबजामचमात्रामादजयच्दाबादाममा
ART -अस्पताकतोनमिकस्पनरक प्राप्त स्याडोनापनातस्पममता -स्वयशवनावाटल म्पसतोर-मल्योममायुमागशियममुकायये । शासनहालणाशामस्मत्तानरीअस्मोंत्रणोऽहोवणीप्रश्नकालमवतिणावलिमसममित्र मंगत्याभवणे इम्युनाकामयमा अरनिडरवमनोडकियमानंक्यपरिणामेनताप यममान-विरंजविस्पतिशाश्वती लोगयिक पापलीगणाऽपिजलोनीवपत्तेऽयगमानयादिमा सागराधागोर्किमेगक्षणमझममणोऽदायानमिचरिमुवभिणेसवस्मशंसासयालीगंधिवासा भएततऽवकतेनविद्यमान रणनापियश्चतितालेला नावितपय बाणत्या नापि रपन्येव यसव धातमान विना- ढोलवेत् साहित्यने
मानसितारणामवविस्मशीअविस्मधजावणाराजानवमयानहविज्ञानिधीलच.
DAADI
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तयाणि न पल यतिनके पयंति
तनुशासन
उत्पातदाता कल्पांत वाता इवनिंगरं मेन पयते १9- शतएवं संपेरुमन सामिविना
देवं धम्मसासणं तेता रिशंनोपल इंति इंदिन नचेतिवाया वसुंदंसणं गिरे। १७ इच्चेव संपस्सि)
बुद्विमानन ए श्रयं तस्य त्यागरूपं उपायता सामादिरूपं विज्ञा यज्ञाचा कायेन काये नवा चा अधवा भानसेन चिचेनचिगुप्तेनजिन व वनमतिटेाश्रयेत् मा
विमंतरायायनवार्य विवदंयाणि या कापणचाया अज्माण से नियुक्तियतो जिणव्यगमदि इतिर कालार बर्षिः समाप्तः शत: श्री सोम विमल रिणालिकांनशनलावावयामि तं ज्ञानरूपी केवलिला षिते
पुरिति कवीमि
द्विजासित्तिमि|२|| इतिरइचकाण्डमा झूला सम्भत्ता ॐ ॥ धूलपरिकाभिमुकविला श्री सीमेवर परूपायान्यानां पज्ञवान् उत्पद्यते मतिः १
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श्रतिदायाद्या पहने सतिप्रति योनाल ल काया एवं कदाचित याच समाचमा पास कारित मतदा धीविधानासि मालिक
सिये जं सुणित्तिसुधन्नाएं। धम्म नपा जईम ही मुसोही पवनजमि पडिमोशन लाल
चा काय संवितामा सीमंधर स्वामि समपादवतायानीताचे विघा का इति श्रभियालिका यात्रा द्यावा दिम हिमश्रीत या बाता विषया परित्यन प्राप्त मतप्रतिश्रनएव मे यमानिषवदातव्यमुति यावतिडमित श्रोत विषया सेवानसुखपात्तक प्रतिश्रतइतिविपरीत ग्राश्रव इंडिय
डिसीमा दाहोदोइका माशिं अपसोचेखोलागा एडिसायासाचा वि
जयरूपः चादी पर्यायच श्रतः संसारदा वा पतित्तकाष्ट विषय सेवनादिरूपयति तद्विपरीतः मेन स्पस तस्मात् आचार घराक्रमेण श्रावारे ज्ञानादयमपि तेन संवर मरिक्षार
हियाएँ| अणु सान से सागाडि सोसानत्ता रा तयार पर्यकाम। सेबर समाहिब
समाधिरे कार्य बनलंय तेन एवं विधेन स्वस्वकाल सिचनेनि योग एते साझा सम्पसियालयति श्रनयतो वा सोमा सकल्पादि सम्मान बर्याने ग्यलादितानाच श्रज्ञाना
आलपोचरिया गुणा नियमाय के निसासिलिया लवासा सर्वच्यापचरिया ३८
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अशातले विशवानीपक राणादिविषयातिरिक्तवाविज्ञानकावितातअल्पविकविवर्तनीय एवंविधावित्री वितरणगुप्तिको अमीरातकालयरितादित
घसस्ता-पानलोकतवमानादितपाविचन अन्नायनंपरकायाअगावही कलविवाणयविदारवरियाशिणासायन्तममाणविवार मानमंत्रघोसन यदा तयउपयोग हतिग्टवयात चारतायं न तनपानका गांधासमय कल्पेनपावटितामेनशानानाट्रिायभानवरेतनिकुत्तांता" अमद्य,
नान सम्पाटन आमगारमादिनासमानतातीयतमाम टनहम्मादायतियतने मर्यात जणायनसलदिहाहडसमयाणा सेसहकाणचरिजातिकानिहायससहजकरकाप्रमा कामावानाचमहरी अतिको पुनार.कारणावनिनिकालनिकचारगमनागमनादिको यो प्रकिाराऽयोपधिव्याट्रिनापयनउद्यम वानविनयता विधिपतिक्रांतीचा
निविकर्यारम्वा यायचविधवाचूनादियोगावाला, मंसासिअमरिना अतिरका निवगर्थमयाणप्रतिरकोकासगाकारी सशायजोगपयन दिन अनिवार्ययत्वायनासनादिासादिकल्पसमानामचनस्यापिनायनाशनसिनामारपाकानाच्यावसातनिषध्याय स्वाध्यायचतात हालक पाने मननयमान विका प्रनपडितविकासयासणाशसिन्निसियतहसन्नपाणगगामकालवानगारवादोसे अतो ग्राभेन गरेबादासकारणादाकविपिममतावं. साहलामावियानिऊशिन योगिसमागतभ्पवान यानित तिमलव पानिज्ञान करियर का निवानात्याप्रतिचा ममततावेचनकहेचकामिक्षणोक्यावडियेनकका प्रतिवायणदणाणवा असेकि दविवमाननमस्कारवेदने सिरसात ने वस्त्रादिविवाश्रममिति:चा प्राय समवमेताः यदियन नलनेत नपाचयानिमताभयकर माविककाधना ग सभेस |
येताचारिवानिनवतिलाहाडिविसिगासणीचरितस्माजमनदाणालयाललिका निवणेसहाशेयपाहियेवागणनसमें Maanानदानमापविनातंचाएककोचियापानिवनय विफरत कारवाश्यादि विधमेसामनमानाचासंगमग
मंबारखा वाटतवर्वाचमाप्तिकी त्यशश्चग्रह।
तद्वितीय वचिवमासिकजननवसरवादात याबियावाईविधिजयंतीधिहरिछ कामेप्रमाण संवरेण्याविषयमाणाबीयेच
नक्रयन्ति
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Sang.ARE
तीवएवेनुकती यस्तीयंचमा मनोनवमेनस्त्रस्यप्तिकातस्यामाणिवरेतनिकुसत्रस्थापिरविरुधोनयनमाज्ञापयतियुक्तधा" यारानाऽपररात्रकारले रात्रि
वनीत-
मरमयो बासिनमहिनामिविकासन्नरममागणचमिजलिश्कासनमायोजन पशिशजाधवरतावरणका
शशिष्यतिमात्रक्तिनान्या ग्रामनामात्मा किमकृततपश्चरणादिकत्येकिविममकृत्पी बद्धक्रित किवाशाक्रियापदेयावृत्यादिनसमाचरामि किंममविलप्सितंया लिसिकाईकाशमणाकिमेककिचकमिवाससाकिसकषिधनस्यामारामिारशकिमायारा रस्परपरम्पाययतिकिंचायात्मन सेवेगपको पिपश्यतिकिचायतमवलितबीयत तिएचसम्परउपपनायवियतसित्य अनागतरपतिकालयसंघपतिबंर्धनक पास किंचित्रया किंवादस्वलियनविवझायानिडिजिवसम्मंप्राणपासमाणापागयनोएडिबेंध गति - यानवकविसंयमाटानादात्मानंऽपयुक्तकायनचाअधमानमेन विवर्मयमस्वातवीर अात्मानंघतिहरेन अाकातिवादिन राषा जाजामवणासकडकडच्चीकारणवायाप्रमाणे पातामधीरोधमिसादारिजाइन यक्ति जात्याश्वाथधामाधुमेध लाजपतिमा यस्तावामनाना कायवायरातिनैपियस्पततितिमंतसुरुषस्य नित्यनिरंतर संपविमाऊली के प्रतिबद विभिघरवलीणामसिरिसाजीगजयंदियस्साधिनसरिसमा निधशतमाऊलोपडिखो तीचित मानिधारहित जीवन सीनसएचसंयमतातिनजीचति-५० मा खलनिश्वयसमनिरंतररकणी या सर्वासुसमाहितेन निन्निविषबव्यापारण साथ
जीवासीजीचईसंजमजीवियणायाप्पारखलुससमरिकग्रावासहिदिदियसमादिया मानिक्तिीधा याताबरकतात्माश्रीतम सातायातिपचाउगनिमसारस्पैतिष्ठरदिशामा सवमोमयत वावपदअपति निष्य सर्वग धराशाश्वधर तिनम्मश्रीवास्तू
नापति हिाअररियनजापरतावासश्विगसबडदाणघुबइतिबिमिावासियतवेगणजिणाऽदि ।'
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________________ मानिनपतिवई याताति-मनका पिनारमनकानाध्यतनकदसावकालिकस्पनिमूहकप्रपालएचकिरिमनकवियन तासमाश्रियानव्यानचेनवायच्या तानिनियुटानिरचितानिपूर्वत्पिविकालचिनायोपश्चातनचटिकायाम्नापिनानिएकाना नितस्मात वादनाविकानिकशतिनाम-२० घरममियत देशभयन क्रतस्केपिअय मादसणणयमिडोमणमपियरंदसकालिप्रमानिधूझांबोरामणगंगडुचसिधेनवणति दियादमग्रंशयणावयालियायतवियाताइसकानियतामाशबमासहिंहिप्रश्न ममान श्वानदायने अाननकेनपानातीदिशापययिाकन श्रमअचानत ऐकालगनासमाधिनता परि मनिकम यानंदमान अकापी यणमिवअजमोगाउम्भासायरियानादकालगवसमाहिएमाणदंसुणायंकार। नियतवं सत्र नवरात्रोत्तम ला कधताच विचारणा श्रीसंघनः इतिश्रीदनविकालकस्य दीसिछासवातहिघिराजसत्तहस्मयचन्ताकदणायविशालपासेनाऽतिश्रीदमानेका Fत कं मरमा जेहबमासिकदीने नेहवनमलिधि न यवाक्टहयो भऊन दोषभदे / / लिकमयरमेशर्मीयानोपस्नकेष्टगाताशलिखितमयायदिनुहमाहवाममदोहो सिक 1 ग्रंबा 500 Ras स्वाति संख्या 2100 पारसु काली स्याणमनु लेखक पाठकस्य निदर्शवीतीश मेधार्यसूझासूवनिसंखा२१०० शीरसुकल्लाणमसालयकगारकस सुतंल्यान मंवर 1622 वर्षे विज्ञाप चदि दिनेलापता श्रीश्रमासंघम्य वाताव रण यानासंबताश्वविनादिरदिनलिखिताधीश्रमणसंघमा कलारंगनाथी / (USena