Book Title: Yoga Shastram
Author(s): Subodhsuri, Ruchaksuri
Publisher: Dharmbhaktipremsubodh Granthamala Prakashan Samiti
View full book text
________________ योगशास्त्रम् दशमप्रकाशा 1748 // सिध्यन्ति सिद्धयः सर्वाः स्वयं मोक्षावलम्बिनाम् / संदिग्धा सिद्धिरन्येषां स्वार्थभ्रंशस्तु निश्चितः स्पष्टः // 16 // इति परमाईश्रीकुमारपालभूपालशुश्रषिते आचार्यश्रीहेमचन्द्रविरचितेऽध्यात्मोपनिषद्नाम्नि संजातपट्टबन्धे श्रोयोगशास्त्रे स्वोपज्ञं नवमप्रकाशविवरणम् // 9 // - रे / अथ दशमः प्रकाशः। 10 ओं अहं / अथ रूपातीतं ध्येयमाहअमर्तस्य चिदानन्दरूपस्य परमात्मनः। निरञ्जनस्य सिद्धस्य ध्यानं स्याद्रूपवर्जितम् // 1 // __स्पष्टः // 1 // एवं चइत्यजसं स्मरन् योगी तत्स्वरूपावलम्बनः। तन्मयत्वमवाप्नोति ग्राह्यग्राहकवर्जितम् // 2 // ___ स्पष्टः // 2 // अनन्यशरणीभूय स तस्मिन् लीयते तथा। ध्यातृभ्यानोभयाभावे ध्येयेनैक्यं यथा व्रजेत् // 3 // Hous

Page Navigation
1 ... 801 802 803 804 805 806 807 808 809 810 811 812 813 814 815 816 817 818 819 820 821 822 823 824 825 826 827 828 829 830 831 832 833 834 835 836 837 838 839 840 841 842 843