Book Title: World Jain Conference 1995 6th Conference
Author(s): Satish Jain
Publisher: Ahimsa International

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Page 11
________________ मंगल संदेश श्रीमान सतीश कुमार जैन, महासचिव विश्व जैन सम्मेलन योग्य धर्मलाभ पत्र मिला है। मैं इन दिनों विहार - पदयात्रा में हूं । नेपाल जैन मंदिर की प्रतिष्ठा हेतु जाने वाला हूं। दिल्ली में सम्मेलन पर मेरा आना संभव नहीं है । मेरी शुभकामना जानेंगे। सम्मेलन के द्वारा जैन समाज एक-दूसरे से जुड़े, नजदीक आए, इसके लिए प्रयास करेंगे। लेख आदि अभी भेजना संभव नहीं है । आप सबका प्रयत्न सफल हो यही वीतराग परमात्मा से मंगल कामना करता हूं । Jain Education International आचार्य पद्मसागरसूरी For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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