Book Title: Vrat Vichar Ras
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: ZZ_Anusandhan
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अनुसंधान - १९
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घर्णी
मन्य
श्रीषा
दांन अदिता
कर्णसीत्यरी
चर्णसीत्यरी
आग्यना
भष्य
शरइ
स्युकीत
कुप्य
आलि
टीबडीब
आक
षांब
षासर
सीप
क्यरपी
क्रोध
सकार
पुर्ष
जगसंघा
ख्यन
अतबंग
लंग
ईव
सरजाडसइ
घरणी - घरवाली (शियालण)
मनमां
मृषा-असत्य
अदत्तादान- चोरी
करणसित्तरी
चरण सित्तरी
आज्ञा
भक्ष्य
शिरे
सुकृत
कुपि - कूवामां
जूठा
टबकुं- टपकुं
आकडो- अर्क
खाबोचिया
खासडुं
छीप
कृपण
क्रोध
श्रीकार - भलीवार
पुरुष
जग-संहारण
क्षण
अडबंग
लिंग
शैव
सर्जन करशे
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