Book Title: Vrat Vichar Ras
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: ZZ_Anusandhan
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अनुसंधान-१९
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१ ४
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२२९ २३१ . २३३ २३४ । २३५ २३६१
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२३९ २४१
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२४६ २४८ २५३ २५४
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२५५
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२५७
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माहारकंड रष्य मार्कंड ऋषि ग्रीही० गृही-गृहस्थ० वईदकशाहासत्रि वैदकशास्त्रमा विमन
वमन नर्णइ
नरणे अर्णभोमि अरण्यभूमिए अवरती
अविरति ओहोलाश
उल्लास घ्यर्त
घृत-घी पूसतग
पुस्तक श्रावि
श्राविका क्यरपीनिं मन्य कृपणने मन वशवानर वैश्वानर-अग्नि ल्यष्यमी लक्ष्मी सुपत
सुपात्र हिंवर
हयवर-घोडा ओटइ
ओटे-ओटले
ओलख प्रतलाभीओ प्रतिलाभ्यो-दान आप्युं (मुनिने) नहइसार
नयसार कीर्तथी
कीर्ति (दान)थी छाहार
राख ध्यरत-व्यहणो धुत-विनानो वेणा गलइ
गले ष्यायक
क्षायिक षइ
क्षय
२५९
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२६६
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२६६
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ओलग
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२६६ २६८ २६८ २६९ २७२ २७२
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२७३
वीणा
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२७४४ २७६३ २७७
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