Book Title: Vipak Sutram
Author(s): Gyanmuni, Hemchandra Maharaj
Publisher: Jain Shastramala Karyalay

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Page 824
________________ Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org श्री विपाक सूत्र [परिशिष्ट नं०३ धम यह गोशला अशुद्ध शुद्ध पृष्ठ पंक्ति । अशुद्ध शुद्ध पृष्ठ पंक्ति | अशुद्ध शुद्ध पृष्ठ पंक्ति का को ११२ १४ | पाण पाणं , २१ कन्दन् क्रन्दन १४६ २३ के में ११२३० रहावीर महावीर , २३ | विपलन् विलपन् , २३ सन्तानोपादन सन्तानो- पासमि पासामि १३४ १] पूरे लगभग पूरे १५० २ त्पादन ११३ १८ धर्म , २२ | रखने लगे रखते हैं , ११ क्रला कला ११४ १५ ] पदों पदार्थों १३५ ३ | पूरे लगभग पूरे १५१ १० • सपा सो ११४ २३] प्रत्योत्पाद- प्रत्ययोत्पाद- और्द्धदैहिक औचं दैहिक ,, २२ श्रीर . और ११४ ३०० नाथम् . नार्थम् , २५ | | त्रिश्ला त्रिशला १५२ ८ लिये के लिये ११५ ५ सत्र सूत्र १३५ २५ और्द्धदैहिक और्वदैहिक १५२ ३१ आदश आदर्श , ३० सव सर्व ५३६ १ जेणव जेणेव १५३ १२ यर यार ११६ १५ , ६ वर्ष वर्षों ५५४ १८-३२ अथ अर्थ ११८ ५ ज्ञनातिशय ज्ञानातिशय ,, ११ | हस्तनापुर हस्तिनापुर १५५ ५ सविवर्ण सविवरण ,, २८ बचनों वचनों सुख सुखों , २५ आहेबच्च आहेवच्चं ,, २६ नमक नामक १३८ ४ दो दोच्चं १५६ १२ महत्तरगत्वं महत्तरकत्वं ,, ३१ गोशाला , ८ परिपूर्ण लगभग ससारिक सांसारिक ११६ ३ वहा वहां , परिपूर्ण १५७ ५३ सुमद्रा सुभद्रा , ३३ आंखे आंखें १३६ १४ | उझितक उज्झितक १५८ २३ अघमर्णा अधमणे १२० ११ तंसि पूरे लगभग पूरे ,, १४ वणित वर्णित १२२ १ देवाण देवाणु० , १७ प्रचीन प्राचीन १५६ ३१ चलने चलाने , १ सम्बन्ध सम्बन्ध , ३२ झियाती झियाति १२२ २६ आसा आसा० , ३ मज्जनधात्री मण्डनधात्री १६० १३ ओसाारय ओसारिय १२३ १६ गई , २१ अन्तपुर अन्तःपुर १६१ ८ अन्यां च अन्यांश्च , २८ | पूरे हो | हो पूरे १४४ ५ चउविहं चउव्विहं , १७ सत्रस्तं संत्रस्तं , ३१ | पुण्णाओ सपुण्णाश्रो १४४ १७ कुर्वाना कुर्वाणा , ३२ डाग पडाग १२४ १० खजूर खजूर १४५ १० विजयवित्र विजयमित्र १६४ ४ उझितक उज्झितक १२५ १२ इक्छाओं इच्छाओं ,, २१ हो १६५ २४ चुराहे चौराहे १२६ ११ | हीणा हीना , २६ लवणसद्र लवणसमुद्र १६३ २१ देखा को देखा १२८ १ | भेरे मेरे का गडा गुडा , ४] सन्पन्न सम्पन्न शृंघाठक शृंगाटक , २३ घृत्तिकार वृत्तिकार , पूति । गया गया था १६७ ७ निनोक्त इस प्रकार १२६ ३६ | सहायता सहायका महापाल महीपाल १६८ ३२ बद्धो बद्धौ १३० १० जाने जाने पर अणाहट्टए अणोहट्टए , ६ दुव्यवहार दुर्व्यवहार १३० २२| बांछि- वांछि- , २६ उालाई उरालाई १६६ २ मुनादि मुनादी १३१ १७ | पोहदा दोहदा , ३२ उझिययं उज्झिययं , ४. सम्पूण सम्पूर्ण १३३ ३/+ २ १४६ २२ | हीत्था होत्था , १२ तसि ए पूर्ति For Private And Personal

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