Book Title: Vasudev Chupai
Author(s): Rasila Kadia
Publisher: ZZ_Anusandhan

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Page 40
________________ 90 कडी. १७ कडी १८ कडी. २० कडी २६ कडी २८ कडी ३० कडी ३१ कड़ी ३१ कड़ी ३७ कडी ४६ कडी ४६ कड़ी ४६ कडी ४७ कडी ४७ कडी ५२ कडी ७० कडी ७४ कड़ी ७६ छइ आहि खोह Jain Education International = = खीण डुंब = चांडाल / अत्यंज डीलि = जात वडे विकुवी खया - क्षय / नाश वरांसिउ = भ्रांतिमां पडवुं / वहोरावीश. खपे नहि ते असूजतुं नीआणुं उअरि = मईलउ मेलुं / दुष्ट डोहलउ = गर्भवतीनी ईच्छा / दोहद पेई = पेटी सोवन्न = सुवर्ण कीसा = शा माटे तणी = ते / तेणे अठमि ससीहर वउलिया = पसार थया भिलई = लडे / कूड = कपट / अंचई ठपको अघरां शब्दोनी यादी हिंमत छे / शक्ति छे. थउ छई वि = * झूझ गूझ कडी ५५ कडी ५६ कडी ५७ कडी ५८ ऊलंभा = कूटिउ = मार्यो कडी ५८ कडी ५९ कडी ५९ कडी ६२ = = = = दिव्य सामर्थ्यथी उत्पन्न करवुं. सांसहिस्यु = सांखीश, सहन करीश थयुं तपनुं फळ इच्छ उदरि / पेटे = हवे सीमाहेडउ = सीमाडो आठमनो चंद्र युद्ध गुह्य अशोभनीय वचनो कहेवा For Private & Personal Use Only अनुसंधान - २८ भांडण लीला www.jainelibrary.org

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