Book Title: Vasudev Chupai
Author(s): Rasila Kadia
Publisher: ZZ_Anusandhan

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Page 43
________________ July-2004 1 77 77 7777777777777971967 कडी १९५ सहिंनाणी = ओळखाण कडी २०१ एतां = एटला कडी २०२ शस = शस्त्र कडी २०५ द्रह = धरो । सरोवर कडी २०९ बिहई = बन्ने । सई = साथे कडी २१० पहरा = परा । आधा कडी २११ सिउं = साथे, आंकतूल-आकडानुं रू/शेमर, जेहसिउ = जेथी कडी २१४ पाखलि = पाछळ कडी २१५ वीटु = वीट-हलका / लंपटता भर्या कडी २१५ चिहुं पखे = चारे बाजु कडी २३२ सही = निश्चित कडी २३५ माउ = मात्र । कडी २४१ परतक्ष = प्रत्यक्ष कडी २४३ झाप = कूदको । झंपा कडी २४४ तिहांथा = त्यांथी कडी २४८ चउपट = चौटो कडी २४९ पोलि = दरवाजो पगार = प्राकार / किल्लो धनदई = कुबेरे कडी २५५ पाखर = बख्तर कडी २५६ थाहर = स्थान कडी २६० गयमर = गजवर / हाथी कडी २६२ झूझार = भयंकर कडी २६५ आहि = शक्ति / हिंमत कडी २६६ पायालि = पाताळमां कडी २७२ लहई = समज / ओळख कडी २७६ जरह = एक प्रकार- बख्तर कडी २७६ जरह जीणनई = बखतरना प्रकारो कडी २८२ जगीस - होश / अभिलाषा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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