Book Title: Uttaradhyayan Sutra
Author(s): Bhavvijay Gani
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 414
________________ 409 उत्तराध्ययन कुसं च जूवं तणकट्ठमगि १२-३९ कोडीसहियमायाम .... ३६-२५३) कुहाडपरसुमाईहिं .... १९-६६ कोलाहलगभूअं .... ९-५ खजुरमुहियरसो .... ३४-१५ कूवंतो कोलसुणएहिं .... १९-५४ को वा से ओसह देह .... १९-७९ खडुआ मे चवेडा मे .... १-३८ के इत्थ खत्ता उवजोइआ वा १२-१८ कोर्सबी नाम नयरी ... २०-२८ खणमित्तसुक्खा बहुकाल.... १४-१५ केण अभाहओ लोओ .... १४-२२ कोहा वा जइ वा हासा .... २५-२३ खणं पि मे महाराय .... २०-३० के तेजोई किंव ते जोइठाणं १२-४३ कोहे माणे अ मायाए .... २४-९ खत्तियगणउग्गरायपुत्ता .... १५-९ के ते हरए के अते संतितित्थे १२-४५ कोहो य माणो य वहो य १२-१४ खलुंका जारिसा जोजा .... २७-८. केरिसो वा इमो धम्मो .... २३-११ कोहं च माणं च तहेव मार्य ३२-१०२ खलुंके जो उ जोएइ .... २७-३ केसि गोअमओ णिचं .... २३-८८ कंदतो कंदुकुंभीसु .... १९-४९ खवित्ता पुषकम्माई .... २५-४४ केसि मेवं बुवंतं तु .... २३-३१ कंदप्पकुक्कुआई .... ३६-२६१ खवित्ता पुषकम्माई .... २८-३६ केसी कुमारसमणे .... २३-९' कंदप्पमाभिओगं च .... ३६-२५४ खाइत्ता पाणि पाउं .... १९-८१ .... २३-१६ कंपिल्ले नयरे राया .... १८-१ खित्तं वत्थु हिरणं च .... ३-१७ केसी कुमारसमणे २३-१८ कपिल्ले संभूओ ...१३-२ कोहगं नाम उज्जाणं .... २३-८ कंपिल्लमि यनयरे .... १३-३ खिप्पं न सकेइ विवेगमेड ४-१० खीर दहि सप्पिमाई ... ३०-२६ गामाणुगाम रीअंतं .... २-१४ गोवालो भंडवाली वा .... २३-४५ खुरेहिं तिक्खधाराहिं .... १९-१२ गामे नगरे तह रायहाणि ३०-१६ गंधओ जे भवे दुम्भी .... ३५-२८ खेत्ताणि अम्हं विइयाणि .... १२-१३ गारवेसु कसाएसु .... १९-९१ गंधओ जे भवे सुम्भी .... ३६-२७ खेमेण आगए पं .... २१-५ गाहासोलसएहिं .... ३१-१३ गंधओ परिणया जे उ .... ३६-१७ खंधा य संधदेसा य .... ३६-१० गिद्धोवमे उ नचाणं .... १४-४७ गंधस्स घाणं गहणं .... ३२-४९ ग. गिरिं च रेवयं जंती .... २२-३३ गंधाणुगासाणुगए .... ३२-५३ गइलक्षणो उ धम्मो .... २८-९ गिरिं नहेहिं खणह ....१२-२६ गंधाणुरत्तस्स नरस्स .... ३२-५८ गणो साहसिओ भीमो .... २३-५८ गिहवास परिच्चज .... ३५-२ गंधाणुवाएण परिग्गहेण .... ३२-५४ गत्तभूसणमिटुं च .... १५-१३ | गिहिणो जे पबइएण दिट्ठा १५-१० गंधे अतित्तो अपरिग्गहे अ ३२-५५ गम्भवतिआ जेउ .... ३१-१९४ गुणाणमासओ दर्ष .... २८-६ गंधे विरत्तो मणुओ .... २२-८ गमणे आवसि कुज्जा .... २६-५ गोअमो पडिरूवण्णू .... २३-१५ गंधेसु जो गिद्धिमुवेइ .... ३२-५० गलेहिं मगरजालेहि .... १९-६४ गोमेज्जएअ रुयगे ..... ३६-७५ गवासं मणिकुंडलं ... 4-५ गोयरग्गपविहस्स .... २-२९ घाणस्स गंधं गहणं वयंति ३२-४८ गवेसणाए गहणे अ .... २४-११ गोयकम्मं दुविहं . .... ३-१४ घोरासमं चइत्ता ... ९-४२ चरिदिया उ जे जीवा .... ३६-१४५/चवेडमुढिमाईहिं .... १९-६७ चइऊण देवलोगाओ चकवट्टी महिडीओ .... १३-४ चाउज्जामोय जो धम्मो .... २३-१२ चइत्ता भारह वासं .... १८-३६ चक्खुमचक्खु ओहिस्स .... ३३-६ । .... २३-२३ ..... १८-३८ चक्खुसा पडिलेहित्ता .... २४-१४ चिच्चा दुपयं च चउप्पयं च १३-२४ १८-४१ चक्खुस्स रूवं गहण .... ३२-२२ चिच्चा धणं च भारि .... १०-२९ चइत्ता विउलं रजं ... १४-४९ चतुरंगिणीए सेणाए .... २२-१२ चिच्चा रह पपइए .... १८-२० चउत्थीए पोरिसीए .... २६-३७ |चत्तपुत्तकलत्तस्स .... ९-१५ चित्तमंतमचित्तं वा .... २५-२४ चउदस उ सागराइं .... ३६-२२५/चत्तारिअ गिहिलिंगे .... ३६-५२ चित्तो वि कामेहिं विरत्त १३-३५ चउप्पया य परिसप्पा .... ३६-१७८ चत्तारि परमंगाणि .... ३-१ चिरं पि से मुण्डरुई भवित्ता २०-४१ चरिंदियकायमइगओ.... १०-१२ चरणविहिं पवक्खामि .... ३१-१ चीराजिणं नगिणिणं .... ५-२१ चउरुङ्कलोए अदुवे समुहे....३६-५४ चरित्तमायारगुणन्निए तओ २०-५२ |चीवराई विसारंती .... २२-३४ चउबिहे वि आहारे .... १९-३० चरित्तमोहर्ण कम्मं .... ३३-१० |चंदणगेरुय ३६-७६ चउवीस सागराइं .... ३६-२३३/चरे पयाई परिसंकमाणो ४-७ चंदासुराय १६-२०६ चउरंगं दुलह मच्चा ... ३-२० |चरंतं विरयं लूहं .... २-६ पाए पालिए .... २१-१

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