Book Title: Uttaradhyayan Sutra
Author(s): Bhavvijay Gani
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 412
________________ 407 उत्तराध्ययन .... इमा हु अन्नावि अणाहया २०-३८ उक्कोसोगाहणाए अ .... ३६-५० उदहिसरिसनामार्ण ३३-१९ इमे अ बद्धा फंदति .... १४-४५ उकोसोगाहणाए उ .... ३६-५३ उदहिसरिसनामाणं ... ३३-२१ इरिआभासेसणादाणे .... २४-२ उग्गओ खीणसंसारो .... २३-७८ उदहिसरिसनामाणं .... ३३-२३ हरिएसणभासाए ... १२-२ उग्गा विमला भाणू - २९-७९ उदासजका उग्गओ विमलो भाणू ... २३-७६ उद्देसि कीअगर्ड .... २०-४७ इह कामणियहस्स ७-२६ उग्गमुप्पायर्ण पढमे .... २४-१२ उफालगदुहवाई य ... ३४-२६ इह कामा नियदृस्स ..... ७-२५ उग्गं तवं चरित्ता गं .... २२-४८ उभओ सिस्ससंघाणं .... २३-१० इह जीविए राय ..... १३-२१ उच्चारं पासवणं .... २४-१५ उराला य तसा जे उ .. ३६-२६ इह जीवि अनियमेत्ता.... ८-१४ उच्चावयाहि सिजाहिं .... २-२२ उल्लो सुक्को अदो छुढा .... २५-४१ इहमेगे उ मण्णंति उच्चोदए महु कके अ .... १३-१३ उवक्खडं भोअण माहणाणे १२-११ इहं सि उत्तमो भंते .... ९-५८ उज्जाणं संपत्तो .... २२-२३ उवठिआ मे आयरिआ .... २०-२२ उहुं थिरं अतुरिअं .... २६-२४ उवनिजइ जीविअमप्पमायं १३-२६ ईसाअमरिसअतवो .... ३४-२३ |उण्हाभितत्तो मेहावी .... २-९ उवरिमाउवरिमा चेव .... ३६-२१३ उहाभितत्तो संपत्तो ... १९-६० उवलेओ होइ भोगेसु .... २५-४० उका विजुअ बोधवा .... ३६-११० उत्तराई विमोहाई ..... ५-२६ उवासगाणं पडिमासु .... ३१-११ उवेहमाणो उ परिषएजा.... २१-१५ | ९-२९ एआओ अट्ट समिईओ .... २४-३ उसिणप्परियावेणं .... २-८ ९-३१ एआओ पंच समिईओ .... २४-१९ उस्सेहो जस्स जो होइ .... ३६-६४ ९-३३ एआओ पंच समिईओ .... २४-२६ ९-३७ एआओ पवयणमायाओ.... २४-२७ ऊससिअरोमकूवो .... २०-५९ ९-३९ एआओ मूलप्पयडीओ .... ३-१६ ९-४१ एआरिसीए इड्डीए .... २२-१३ एअमहं निसामिचा ९-४३ एआरिसे पंचकुसीलसंवुडे १७-२० ९-४५ एए असंगे समइक्कमित्ता... १२-१८ ९-१३ एए चेव उ भावे .... २८-१९ एए नरिंदवसहा १८-४७ ९-१९ ९-५२ एए परीसहा सधे २-४६ ९-२३ एअम सपेहाए ६-४ एए पाउकरे बुद्धे .... २५-३३ ९-२५ एअमादाय मेहावी २-१७ एएर्सि तु विवच्चासे ३०-४ .... ९-२७ एआई अह ठाणाई .... २४-१० एएसेिं वण्णओ घेव .... ३६-८३ .... ३६-९१ एअं पुण्णपयं सोचा .... २८-३४ एगया अचेलओ होइ .... २-१३ .... ३६-१०५ एअं सिणाणं कुसलेहिं .... १२-४७ एगया खत्तिओ होई .... ३-४ .... ३६-११६ एग एव घरे लाढे .... २-१८ एगया देवलोएसु .... ३६-१२५ एगओ विरई कुजा .... ३१-२ एगविहमनाणत्ता .... ३६-८६ ३६-१३५ एगओ संवसित्ताणं ..... १४-२६ .... ३६-१४४ एगकजप्पवन्नार्ण .... २३-२४ एगा य पुबकोडी उ .... २६-१७५ ३६-१५४ " २३-३० एगूणपण्णहोरत्ता ३६-१४१ ३६-१६९ एगखुरा दुखुरा चेव .... ३६-१७९ एगे जीए जीआ पंच २३-३६ ३६-१९२ एगछत्तं पसाहित्ता १८-४२ एगेण अणेगाई .... २८-२२ ३६-२०१ एगत्तेण पुहुत्तेणं .... ३६-११ एगो पडइ पासेणं २७-५ ३६-२४५ एगत्तेणं साईआ ३६-६५ एगे मूलंपि हारित्ता ..... ७-१५ ए अकाममरणं ..... ५-१७ 'एगत्तं च पुहत्तं च .... २८-१३ एगं डसइ पुच्छंमि ..... २७-४ एवं तवं तु दुविहं ... ३०-३७ एगप्पा अजिए सत्तू .... २३-३८ 'एगंतमणावाए .... ३०-२८ एवं पंचविहं नाणं .... २८-५ एगभूओ अरण्णे वा .... १९-७७ 'एगंतरत्तो रुइरंसि गंधे .... ३२-५२ ११ ९-४७

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