Book Title: Unadigana Vivrutti
Author(s): Hemchandracharya, 
Publisher: Lavanyasurishwar Gyanmandir

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Page 119
________________ शब्द सूत्रांक शब्द सूत्रांक शब्द सूत्रांक शब्द सूत्रांक वल्लूर २०० वश वशि ३०७ ७१३ ६१६ ६५७ विवु वधि वसति बसन्त वसाति वासस् वासा वासि वासिका वासुरा वास्तु वाहस वापि वाहीक ४२३ ४२७ वात ५२८ । वातप वातप्रमी ६९२ | वाति ६५३ | वादि २२१ | वादित्र वानर ६१६ वानीर वापि वापीर वाम वामन् वामि वायति वायस ६७० विद्रुम ५६४ | विधर्मन् विधस् ४० विधुर विन्दु ५७१ । विन्ध्य विपाश विपिन ३५२ ६११ ९७२ ७२६ ४२५ ७१६ ३६४ ६५० २८४ 9xur" वसि ६१८ | वसु ७१६ ६८९ ६१८ । वसुरोचिस् वसुशर्मन् ४२१ विप्र ३३८ वियत् विकसुक विकस वस्त ८८२ ४७४ ६११ २०० ६४६ ७७४ विकुर १४८ २ वस्ति वस्तु वस्त्य वस्त्र वस्न वहति ६१७ २६९ १०१ . वायु mr m2 rur xx9 वार १४३ ० वहतु वारङ्ग वाराणसि ० ३२३ ६६० 9 वारि . २०६ २२१ ता वहन वहन्त वहन्ती बहल वहस वारिणि वार्ताक Yur २२१ वार्ताकी ५२ विरल विराट विरिञ्चि विरोचन बिलङ्ग १००१ विलटा विलम्ब विलस्ति ४७६ विलात विलाल विलाह विलिम्ब विल्म विवत्सर विश् विशम्प २७५ ४७४ विशस्तृ विशंस्थुल ६१० विशा ७६२ विशाख ४८६ । विशाखा विशाल ६७६ | विशिख ७४५ . विशिखा ५७१ ६५७ विक्क विकिल विचक्षण विचख्युस् विटप विडङ्ग विडाल विडूर वितण्डा वितस्ता वितस्त विथुर विद विदथ विदन विदल विदाका विदि | विदु विदुल ३८७ | विदुष ३९७ | विद्रधि ५१६ । विद्रु ५६२ ३२४ ३४० ४३६ ६५० वहि वहिन ૨૩૪ वहिर वहेणु वालुक वालुकी वाल्हीक वावदूक वाशर वाशि वाशुर २६६ २ वह्नि ६७७ ८५७ वंश ५२७ ३५ ४८७ ६०५ ४२३ | वाशुरा ४२३ ३८७ वागुरा वाजि वाणि बाणी वाणीचि ६१८ वाध ६१८, ६३४ | वाश्रा ६१८ | वासर ६२६ | वासव 01 S 9 UV xxx Aho! Shrutgyanam

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