Book Title: Tulsi Prajna 1979 02
Author(s): Nathmal Tatia
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 9
________________ अंक ७-८ ३१५ ३१७ ३१६ ३२१ ३२३ ३२४ ३२५ खण्ड-४ फरवरी-मार्च १९७६ युवाचार्य विशेषांक लेख-सूची १. सम्पादकीय २. वचन वीथी -आगम वचन ३. आचार्य प्रवचन : अनासक्ति -युगप्रधान आचार्यश्री तुलसी ४. युवाचार्य का मनोनयन : एक ऐतिहासिक घोषणा ५. उत्तराधिकार पत्र ६. आचार्य प्रवर का शुभाशीर्वाद ७. नयी कसोरी : नया दायित्व -युवाचार्य महाप्रज्ञ ८. युवाचार्य श्री महाप्रज्ञ : उल्लेखनीय तिथियां ६. मैं नये दायित्व के प्रति समर्पित रहूंगा -युवाचार्य महाप्रज्ञ १०. इस पल का भी अभिनन्दन –महाश्रमणी साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा ११. श्रमण-परिवार द्वारा समर्पित अभिनन्दन-पत्र १२. श्रमणी-परिवार द्वारा समर्पित अभिनन्दन-पत्र १३. मैं तो आपको कृति हूं —युवाचार्य महाप्रज्ञ १४. दायित्व निर्वाह के उदग्र आकांक्षी : युवाचार्य महाप्रज्ञ –महाश्रमणी साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा १५. प्राचार्य श्री तुलसी के उत्तराधिकारी : युवाचार्य का अभिनन्दन —प्रो० दलसुख भाई मालवणिया १६. युवाचार्य महाप्रज्ञ : एक गम्भीर चिन्तक -----अगरचन्द नाहटा १७. समन्वयशील सन्त : युवाचार्यश्री महाप्रज्ञ -~-जमनालाल जैन ३२८ ३२४ . ३३७ ३३८ mr ३४० ३४६ ३५१ ३५३

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