Book Title: Tirth Darshan Part 3
Author(s): Mahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publisher: Mahavir Jain Kalyan Sangh Chennai

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Page 253
________________ मन्दिर में हैं । यहाँ पर चमत्कारिक घटनाएँ भी अनेकों बार घटती रहती हैं । क्षेत्र के निकट नदी की धारा के मध्य 1524 सें. मी. (50 फुट) ऊँची एक पाषाण शिला है। कहा जाता है वरदत्त आदि मुनिगण इसी शिला पर तपश्चर्या करते हुए मुक्त हुए थे । इसे सिद्ध-शिला कहते हैं । यहाँ पर प्रति वर्ष मिगसर शुक्ला 13 से पूर्णिमा तक वार्षिक मेला होता है । अन्य मन्दिर इसके अतिरिक्त पहाडी पर 40 मन्दिर और हैं । इनके अलावा तलहटी में और 14 मन्दिर हैं । इनमें एक मन्दिर सरोवर के मध्य में पावापुरी के समान बना हुआ है । उसे जल मन्दिर कहते हैं । कला और सौन्दर्य विक्रम के 12वीं शताब्दी की भूगर्भ से प्राप्त प्राचीन प्रतिमाएँ दर्शनीय हैं । यहाँ का प्राकृतिक दृश्य मनोरम है । मार्ग दर्शन यहाँ से निकट का रेल्वे स्टेशन सागर 56 कि. मी. की दूरी पर स्थित है । यहाँ से नजदीक के गाँव शाहगढ़ 40 कि. मी. तथा वक्सवा 24 कि. मी. दूर है । इन स्थानों से बस व टेक्सी की सुविधाएँ है । तलहटी तक जाने के लिए पक्की सड़क है । सागर-छत्तरपुर के बीच में दलपतपुर होकर यहाँ आना पड़ता है । यहाँ से दलपतपुर 13 कि. मी. है। सुविधाएँ तलहटी में ठहरने के लिए 5 धर्मशालाएँ है, जहाँ पानी, बिजली, बर्तन, ओढ़ने-बिछाने के वस्त्र व भोजनशाला की भी सुविधाएँ उपलब्ध है । __ पेढ़ी 8 श्री सिद्ध क्षेत्र रेषन्दीगिरि (नैनागिरि) पोस्ट : नैनागिरि - 470339. (शाहगढ़), जिला : छत्तरपुर, प्रान्त : मध्यप्रदेश, फोन : 07583-22020. Hirapur / Shahgarh. Baraitha akswahoo Rurawan Mariado Gaisabad Son Dalpatpuro 18629 Banda Hatta Batiagarh 321 Paterao Kartapur Patharia श्री पार्श्वनाथ भगवान-श्री नैनागिरि DAMOH DAMOH SAR Sagon Garhakota 729

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