Book Title: Tirth Darshan Part 1
Author(s): Mahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publisher: Mahavir Jain Kalyan Sangh Chennai

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Page 223
________________ 0102010 श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ-पद्मपुर एक विराट नगरी रही होगी व अनेकों मुनिवरों की विहार व तपोभूमी भी अवश्य रही होगी । ___ अन्य मन्दिर* वर्तमान में इसके अतिरिक्त 6 और श्वे. मन्दिर व 2 दिगम्बर मन्दिर हैं । कला और सौन्दर्य * प्रभु प्रतिमा अतीव कलात्मक व भावात्मक है । मोती का विलेपन किया। हुवा है । मार्ग दर्शन * यहाँ का रेल्वे स्टेशन नासिक रोड़ 8 कि. मी. दूर है । जहाँ पर सभी तरह की सवारी का साधन है । बस स्टेण्ड एक कि. मी. दूर है । मन्दिर तक कार व बस जा सकती है। सुविधाएँ * ठहरने हेतु सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला हैं, जहाँ भोजनशाला की सुविधा भी उपलब्ध हैं । पेढ़ी * श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ महाराज जैन श्वे. मन्दिर तथा मूर्तिपूजक संघ, जैन मन्दिर, पुरानी ताम्बट लेन । श्री पार्श्वनाथ मन्दिर गली । पोस्ट : नासिक - 422 001. प्रान्त : महाराष्ट्र, फोन : 0253-502901 व 501061. 219

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