Book Title: Tirth Darshan Part 1
Author(s): Mahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publisher: Mahavir Jain Kalyan Sangh Chennai

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Page 237
________________ जानकारी (श्वेताम्बर मान्यतानुसार ) प्रथम आर्य प्रथम गणधर पुंडरीक सिंहसेन चारु वज्रनाभ चरम प्रद्योतन विदर्भ दिन बराहक नंद कच्छप सुभूम मंदर जस अरिष्ट चक्रयुध सांब कुंभ F अभीक्षक मल्लि शुभ वरदत्त आर्यदत्त गौतम ब्राह्मी फाल्गु श्यामा अजिता काश्यपि रति सोमा सुमना वारुणी सुयशा धारणी धरणी धरा पदमा आर्य शिवा सुची दामिनी रक्षिता घुमती पुष्यमती अनिला यक्षदिन्ना पुष्पचूहा चंदनबाला यक्ष का नाम गोमुख महा यक्ष त्रिमुख यक्षनायक तुम्बरु कुसुम मातंग विजय अजित ब्रह्मा यक्षराज कुमार षण्मुख पाताल किन्नर गरुड़ गंधर्व यक्षराज कुबेर वरुण भृकुटी गोमेध पार्श्व ब्रह्मशान्ति यक्षिणी का नाम चक्रेश्वरी अजितबाला दुरितारि काली महाकाली श्यामा शांता भृकुटी सुतारका अशोका मानवी चण्डा विदिता अंकुश कंदर्पा निर्वाणी बला धारिणी धरणप्रिया नरदत्ता गांधारी अम्बिका पद्मावती सिद्धायिका मोक्ष तिथी प्रभु के संग को प्राप्त साधु माघ कृष्णा 13 चैत्र शुक्ला 5 चैत्र शुक्ला 5 वैशाख शुक्ला 8 चैत्र शुक्ला 9 मिगसर कृष्णा 11 फाल्गुन कृष्णा 7 भाद्रवा कृष्णा 7 भाद्रवा शुक्ला 9 वैशाख कृष्णा 2 श्रावण कृष्णा 3 आषाढ शुक्ला 14 आषाढ कृष्णा 7 चैत्र शुक्ला 5 ज्येष्ठ शुक्ला 5 ज्येष्ठ कृष्णा 13 वैशाख कृष्णा मिगसर शुक्ला 10 फाल्गुन शुक्ला 12 ज्येष्ठ कृष्णा 9 वैशाख कृष्णा 10 आषाढ़ शुक्ला 8 श्रावण शुक्ला 8 कार्तिक अमावस्या अकेले दस हजार एक हजार एक हजार एक हजार एक हजार 308 500 एक हजार एक हजार एक हजार एक हजार 600 600 700 108 900 एक हजार एक हजार 500 एक हजार एक हजार 536 33 साधु मोक्ष स्थान अष्टापद सम्मेतशिखर चम्पापुरी सम्मेतशिखर गिरनार सम्मेतशिखर पावापुरी 233

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