Book Title: Tattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 07 08 Author(s): Vijaysushilsuri Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti View full book textPage 4
________________ NRNOR * सम्पादक * जैनधर्मदिवाकर-शासनरत्न-तीर्थप्रभावकराजस्थानदीपक-मरुधरदेशोद्धारक परम पूज्याचार्यदेव श्रीमद्विजयसुशीलसूरीश्वरः N RNVINITION * सत्प्रेरक * संयम-वयस्थविर-मधुरभाषी परमपूज्य वाचकप्रवर ... श्रीविनोदविजय जी गणिवर्यः श्रीवीर सं. २५२७ प्रतियाँ १००० विक्रम सं. २०५७ प्रथमावृत्तिः नेमि सं. ५२ मूल्यम्-५५.०० 212KZN2N2KWKWKWKWKWKWKWKWKWKWKZNAK2KX2K2KXKONON ॐ द्रव्यसहायकः ॐ साहित्यमनीषि-कार्यदक्ष-सुमधुरप्रवचनकारक-परमपूज्याचार्य - श्रीमद्विजयजिनोत्तमसूरीश्वराणां सदुपदेशाद् द्रव्यसहायकः श्रीरामा - नगरस्थ श्रीजैनश्वेताम्बरमूर्तिपूजकसंघः श्रीरामानगर (जि. जालोर) राजस्थान-मरुधरः । # সানি-থান সু 292929292021222NN2WZ10901212XN21999 प्राचार्यश्री सुशीलसूरि जैनज्ञानमन्दिर शान्तिनगर, मु. सिरोही-३०७ ००१ (राजस्थान) [ २ ] श्री अष्टापद जैन तीर्थ सुशील-विहार मु. रानी स्टेशन-३०६ ११५ जिला-पाली (राजस्थान) [ ३ ] श्री जैनसंघ पेढ़ी मु. रामानगर जि. जालोर (राजस्थान) * मुद्रक * ताज प्रिन्टर्स, जोधपुर (राज.) SUNWAZAZAZAZAZAZAZAZ ZAZAZAZAZ ZAZALPage Navigation
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