Book Title: Tattvarth Varttikam Part 02
Author(s): Akalankadev, Mahendrakumar Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith
View full book text
________________
[ १५ ]
संयम
पूर्वक
मूल पृ० हिन्दी पृ०
मूल पृ० हिन्दी पृ० मार्दव ५६५ ७६६ एकत्वानुप्रेक्षा
६.१ ७७१ आर्जव ५६५ ७६६ अन्यत्वभावना
६०१ ७७१ शौच ५६५ ७६६ अशुचित्वभावना
६०२ ७७१ गुप्ति और शौचमें भेद
५६५ ७६६ शुचित्वके दो प्रकार-लौकिक लोकोत्तर ६०२ ७७१ चार प्रकारका लोभ
५६६ ७६६ लौकिक शुचित्वके आठ प्रकार ६०२ ७७१ सत्यधर्म
५६६ ७६६ श्रास्रव संवर निर्जरा गुणदोष विचार ६०२ ७७१ भाषा-समिति और सत्यमें भेद ५६६ ७६६ स
दो निर्जराएँ-कुशलमूल और अबुद्धि ५६६ ७६७
६०३ ७७२ उपेक्षासंयम ५६६ ७६७ लोकभावना
६०३ ७७२ अपहृतसंयमके तीन भेद ५६६ ७६७ बोधिदुर्लभ भावना
६०३ ७७२ अपहतसंयमके लिए आठ शुद्धियाँ
धर्मस्वाख्यातत्वभावना
६०३ ७७२ भावशुद्धि ५६७ ७६७ चौदह मार्गणाएँ
६०३ ७७३ कायशुद्धि
मार्गणाओंमें जीवस्थान
६०४ ७७४ विनयशुद्धि
५६७ ७६७ मार्गणाओंमें गुणस्थान
७७५ इर्यापथशुद्धि ५६७ ७६७ परीषह सहनेका प्रयोजन
६०७ भिक्षाशुद्धि
५६७ ७६७ बाईस परीषह
६०८ ७७० गवेषणा गोचर अक्षम्रक्षण भ्रमराहार
तुधा परीषह जय
६०८ ७७७ स्वभ्रपूरण आदिरूप भिक्षाएँ ५६७ ७६७ पिपासाजय
६०८ ७७७ प्रतिष्ठापनशुद्धि
५६७ ७६७ शीतजय
६०६ ७७७ शयनासनशुद्धि
५६७ ७६७ उष्णजय
६०६ ७७७ वाक्यशुद्धि
५६८ ७६७ दंशमशकजय
६०६ ७७७ तप
५६८ ७६७ नाग्न्यजय
६०६ ७७८ त्याग
५६८ ७६७ अरतिजय
६०६ ७७८ श्राकिञ्चन्य
५६८ ७५७ स्त्रीपरीषहजय
६१० ७७८ ब्रह्मचर्य ५६८ ७६८ चर्याविजय
६१० ७७८ ऐर्यापथिक श्रादि सात प्रतिक्रमण ५६८ ७८६ निषद्याजय
६१० ७७८ क्षमा आदि धोंमें गुणकी भावना तथा
शय्याजय
६१० ७७६ प्रतिपक्षी क्रोध, मान आदिमें दोषकी
श्राक्रोशजय
६१० ७८० भावना
५६६ ७६६ वधजय
६११ ७८० भनित्य अशरण आदि अनुप्रेक्षाएँ ६०० ७७० याचना विजय
६११ ८० अनित्य भावना ७७० अलाभविजय
६११ ७८० अशरणभावना
रोगविजय
६११ ७८० दोशरण-लौकिक लोकोत्तर : ६०० ७७० तृणस्पर्श विजय
६११ ७८० प्रत्येकके तीन प्रकार ६०० ७७० मलविजय
६११ ७८१ संसार भावना
६०० ७७० केशलुंचनका मल-परीषहमें अन्तर्भाव ६१२ ७८१ संसार संसार नोसंसार और
सत्कारपुरस्कारविजय
६१२ ७८१ तत्रितयव्यपाय ६०० ७७० प्रज्ञा विजय
६१२ ७८१ द्रव्यक्षेत्रादिनिमित्तक संसार ६०१ ७७१ अज्ञान विजय
६१२ ७८१

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 456