Book Title: Sudansan Chariu
Author(s): Nayanandi Muni, Hiralal Jain
Publisher: Research Institute of Prakrit Jainology and Ahimsa

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Page 364
________________ सुदर्शन-चरित पारद्धिया पद्धडिया-छन्द ६ .१६.१० फुड-स्फुट , भ्रंश् °इ ११.२२.११ पारयत्ति--पारियात्री, पारियात्र फुड-स्फुट, स्पष्ट, व्यक्त ८.२५.१६ देशीया नायिका ४.६.१० फुडहत्य - स्फुटहस्त (व्यक्ति नाम) ६.६.१२ पिंचुय-पिचुक वस्तु विशेष ) ८.३.६ /फेक्कर-फेत्+कृ शृगाल की पित्तल-पित्त + ल ( मतुप् ) ___ फेत्कार रति ( बहु०) ८.१५.८ पित्त प्रकृति नायिका ४.७.७ फेक्कार-फेत्कार ८.१६.३ पियारअ-प्रियतर, प्यारा ५.४.१०, ६.१८.१४ /फेड-स्फेटय °डिवि ( क्त्वा) ५.५.५ /पिल्ल-क्षिप् ए (स्वार्थे आत्मने०) ५.६.६ /फोड-स्फोटय डेवि ( क्त्वा ) ८.१३.१ पिसल्ल-पिशाच .८.१ : ११.२०.७ फोडण - स्फोटन ६.१६.७ पिह-पृथु. विस्तीर्ण १.२.१० फोडिय-स्फोटित ११.६.२ पुंडरिय-पुण्डरीक (१) व्याघ्र (२) कमल २.४.६ बंदग हत्ति-वन्दना + भक्त बन्ना +भक्त ६.१.६ पुंडुच्छु-पुण्ड + इक्षु ३.१.२ बंभयत्तु–ब्रह्मदत्त (एक चक्रवर्ती) २.१० २२ /पुक्करंत-पूर्व + कृ + शतृ १०.४.८ बगाहिहाण---बक + अभिधान /पुक्कार-पूत् + कृ रिवि (क्त्वा) ८.३६.५६ बक नामक राजा Vपुज-पूरय इ ७.६.८ बप्प-( दे ) मूख ११.२०.८ पुरएउ-पुरादेव, आदिनाथ तीर्थंकर १.१०.११ बप्पडउ-( दे ) बेचारा पुरिसायउ-पुरुषायत, विपरीत रति ४.६.१० बाहृडिय-( दे ) लजित, भयभीत ८.३४.२ पूयहल - पूगीफल ५.७.५ /बुज्झ-बुध् + उ (विधि०) ४.११.८ पेट्ट-( दे ) पिट्टय् , पीटना इ २.१३.१ बुडउ-बुडित, मग्न २.१४.३ पेल्लंत-प्र+ईरय् + शतृ ६५.४ /बोक्किज-( दे ) वम् ( कर्मणि ) - पेल्लिम-प्रेरितः १.७.११ °इ उल्टी करना ६.४.४ पेल्लिय-प्रेरिता ( स्त्री०) ४.८.७ बोटिज-(दे) भुज + णिच् पोमरय - पद्मरज, पराग २.२.५ अन्न प्राशन कराना इ ३.७.४ Vबोल्लंति-वद् + शतृ ति (स्त्रियाम्) ३.३.३ फंसण-स्पर्शन ३.११.५ /बोल्ल–वद् हि (द्वि० पु० एक०) ८,२६.२५ /फरहरंत - फरफराय+शतृ ११.१२.५ बोल्लिन- उक्त ७.११.८; °य ११ १४.३ ; फरुस-परुस ४.१४.६ ___ व्या (स्त्री०) ११.१२.३ Vफाड-पाटय, स्फाटय, फाड़ना Vबोलिज-वद् ( कर्मणि ) 'इ ५.३.७ 'डिवि ६.१८.७ फाडिअ-स्फाटित ८.३४.५; ११.१४.५ ७.६.१४ फिफर-( ) फिफर ( कठूमर) भंभा-वाद्य ६.२.१ भद्दा-भद्रा नायिका ४.५.६ /फिक्कर-फेत् + कृ, फेत्कार । . करना रंति ( बहु०) ११.१५.११ भरह-भारत, भरत क्षेत्र - १.२.११ /फिट्ट-भ्रंश् इ ८.६.१ ; फुटेइ ११.२१.११ भलहल्ल -- ( दे ) भौंकने वाला ___टुंति ( वह०) १०.३.५ अर्थात् कुत्ता १०.६.६ ८.४१.१४ फुट-स्फुटित . भल्लम-भद्र+क ७.१६.१० त

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