Book Title: Sudansan Chariu
Author(s): Nayanandi Muni, Hiralal Jain
Publisher: Research Institute of Prakrit Jainology and Ahimsa

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Page 370
________________ सलसलिय - ( ध्वन्या० ) सलसलित, सलसलाना ७.६ ६ ; ६.१२.७ सलहज - श्लाघ् (कर्मणि) इ ८.७८ ७६.३ सलहिय - नाघित / सल्ल - (दे ) प्रिय लगना 'इ सवडम्मुह - (दे ) सन्मुख सविलक्ख - स + वैलक्ष्य ससज्झयस + साध्वस ससि - शशि-नायिका भेद ससितिल - शशितिलक छन्द सुदर्शन-चरित ६ ३.१८; ९ ७.१३ ८.३३११ ६.४.१० ४.५.१४ ४,६७ ? ८ १५६ : / सह - राज् °इ / सहलिज - सफलय ( कर्मणि ) उ ( विधि० ) संहल्लि - सहेली, मखी ? सहोच्छिय - सह + उत्थित, सहोन्नत स्वास्थ्य साइणी - शाकिनी ( व्यन्तरी ) सागो - शाटनः, विनाश करने वाला सादि - स्वाद्य पदार्थ सारसि - सारसी - नायिका भेद सारीय – छन्द १.११.१६ ; ११.१७१८ ३.२ १४; ७ १३६ ७.३.२ सुखेड्डु -- १.२ ५ सुडोर - सु + दोर-सुन्दर लड़ियाँ सुरण — श्रु ° इ རྗ N ~ सुरगड - सु + नट सुदंसण - सुदर्शन नायक सुद्दयड - सूत्रकृत, सू कृताङ्ग सुपइण - सुप्रतिज्ञा ८.५.११ ८१६.४ १०.३.१६ ११ ३.२ ४५.१४ ८२०८ साल-वाद्य ध्वनि ३.४३ ७.१२१८ साल हंजिया - शालभञ्जिका छन्द सालिसियो - शालिसिक्य ( मःस्य ) ६५.१४ सासुइग्र - स + श्रुतिक, ज्ञानवान् ८.८.४ ८.४०.१ / साहार - सं + धारय् इ / साहार - सं + धारय हु ( आज्ञा० ) सिगिरि - ( दे ) सिग्गिरि सिक्कर, सका ८.३७.२१ २.२४ साहाल - ( दे ) दधिशाला युक्त सिंधविसैन्धवी, सिन्धु देश की नायिका ४६.२ सिंभलपयइ - श्लेष्मप्रकृति, (स्त्री० ) कफ प्रकृति वाली नायिका ४७ १५ सिंहलि- सिंहली, सिंहस देश की नायिका ४.६ ३ ε६ १७ ( ? ) / सिढिल - शिथिलय इ ८.१७२ ८.२८.६ सिढिल - शिथिल ८.२६२ ? सिद्ध-सिद्धक छन्द ६६.१२ / संघ – (दे) सूंघना 'र्घवि ( क्त्वा ) ६.२१५ सुकइकहा – सुकविकथा - २.६३ सुकइत - सुकवित्व १.१०.७ सुखाण - सु + खादन, सुन्दर खाना ११.३२ सुखेड -- स + क्रीडा, विलासपूर्वक, रतपूर्वक V सुपाहूड - सु + प्राभृत सुपील - सु + गज, सुन्दर हस्ति सुमत्तियदाम - सु + मौक्तिकदाम छन् / सुम्मइ - श्रु इ ( ग्रात्मने ० ) सुरोल - सु + रोल, कोलाहल ३२१ सुहवत्त - सुभगत्व, सौभाग्य सूर - ( १ ) शूर ( २ ) सूर्य / सूसुव - ( ध्वन्या ) सू सू करना "वंति ( बहु० ११.२.१६ ७६.१ ११.२.२० १.१२३ ३.७.१० १ १२.११ ११४१४ ८६१२ १०.६.११ ५५.७ १४.१६ ८.५.११ ३.४७ ४.१३१६ २.४.२ ११.१५.८ ८१८१० ६८३ १०.५.१६ ४.१२१२ सूहव – सुभग, सौभाग्यशालिनी सेयंस- श्रेयांस (नृपति ) सोमराई - सोमराजी छन्द सोयड्ढ --- शोकाढ्य, शोकाकुल सोरट्ठि - सौराष्ट्र, सौराष्ट्र देश की नायिका ४६.७ सोलह दहकलय विसमपअ पायाउल - षोडशदशकलाविषमपद - पादाकुलक, १६ मात्राओं का विषमपदी पादाकुलक छन्द ५३.६ ६ १६१४

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