Book Title: Sramana 2003 10
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 147
________________ जैन जगत केकड़ी (अजमेर) राजस्थान में विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न केकड़ी १० अक्टूबर : पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी म० के सुशिष्य श्री सुधासागरजी म० के पावन सान्निध्य में आचार्य रविसेणकृत पद्मपुराण के परिशीलनार्थ दि० ७-९ अक्टूबर को तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। डॉ० विजयकुमार जैन (लखनऊ) के संयोजकत्व में आयोजित इस त्रिदिवसीय संगोष्ठी में सम्पन्न हुए आठ सत्रों में देश के विभिन्न भागों से पधारे कुल ३४ विद्वानों ने अपने-अपने शोध आलेखों का वाचन किया। प्रत्येक आलेख पर विद्वानों ने विस्तृत चर्चा की। आचार्य नानालालजी म० की चतुर्थ पुण्यतिथि सम्पन्न कलकत्ता १३ अक्टूबर : श्री श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन सभा, कोलकाता के भव्य सभागार में स्व० आचार्य नानालालजी म०सा० की १३ अक्टूबर को चतुर्थ पुण्यतिथि मनायी गयी। इस अवसर पर आयोजित धर्म सभा में श्री विजय कुमार जी आंचलिया, श्री जवाहर लाल कर्णावट, श्रीमती कंचनदेवी कांकरिया, श्री रिधकरण बोथरा आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। श्री बोथरा के अनुसार उदयपुर में निर्माणाधीन नानेश ध्यान केन्द्र के भवन का निर्माणकार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री की जन्म शताब्दी समारोह का शुभारम्भ वाराणसी ५ नवम्बर : भदैनी स्थित श्री स्याद्वाद महाविद्यालय के प्रांगण में सिद्धाताचार्य पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री के जन्म शताब्दी के अवसर पर ५ नवम्बर को एक समारोह का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता डॉ० फूलचन्द जी 'प्रेमी' ने की। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि प्रातः स्मरणीय पंडितजी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज, धर्म, संस्कृति और साहित्य के लिये समर्पित किया। उनका आदर्श व्यक्तित्त्व एवं कृतित्व हम सभी के लिये अनुकरणीय है। इस अवसर पर लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्या मंदिर, अहमदाबाद के निदेशक Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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