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विद्यापीठ प्रांगण में
उच्चशिक्षाविदों का बदलता दृष्टिकोण
उच्चशिक्षाविद् अब बच्चों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि आज से बी वर्ष बाद आज के बच्चे भारत की तस्वीर बदलने में सक्षम होंगे। इसी क्रम में आज २० अक्टूबर २००३ को पार्श्वनाथ विद्यापीठ में राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० सत्यदेव मिश्र ने जे०बी० एकेडमी, फैजाबाद से शैक्षणिक भ्रमण पर निकले लगभग पचास बच्चों से अनौपचारिक मुलाकात में उनके बीच लगभग एक घण्टे का समय व्यतीत किया तथा उनसे खुलकर बातें की एवं उनके विचारों को प्रयास किया। प्रो० मिश्र और उनकी पत्नी ने इन बच्चों के साथ जलपान - भी किया। एक कुलपति से इस प्रकार खुलकर बातें कर बच्चे अद्भुत अनुभव महसूस कर रहे थे। पार्श्वनाथ विद्यापीठ के निदेशक प्रो० महेश्वरी प्रसाद ने 'लक्ष्य - २०२०' को दृष्टि में रखकर इस अनौपचारिक मिलन का आयोजन किया जिससे कि बच्चों को समीप से समझकर भावी स्वप्न को साकार करने के लिये उनको प्रेरित किया जा सके। इस अवसर पर पार्श्वनाथ विद्यापीठ के डा० अशोक कुमार सिंह, डा० शिवप्रसाद, डा० श्रीप्रकाश पाण्डेय, डा० सुधा जैन, डा० विजय कुमार, श्री ओम प्रकाश सिंह, डा० सुधीर कुमार राय, सुश्री अर्चना शर्मा, श्री राघवेन्द्र पाण्डेय; जे०बी० एकेडमी, फैजाबाद के शिक्षक श्री के०के० मिश्र, श्री शशांक श्रीवास्तव एवं सुश्री ममता सिंह उपस्थित थे।
फिल्म, टी०वी० व नाट्यशास्त्र पर आयोजित पांच दिवसीय बैठक सम्पन्न
१२ दिसम्बर, वाराणसी। नाट्यशास्त्र, फिल्म एवं टेलीविज़न परिभाषा कोश के हिन्दी में निर्माण के लिए विशेषज्ञों की एक पांच दिवसीय बैठक वाराणसी स्थित पार्श्वनाथ विद्यापीठ में ८ से १२ दिसम्बर, २००३ तक सम्पन्न हुई। बैठक मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग नई दिल्ली के तत्वावधान में हुई। संगोष्ठी में उपस्थित विशेषज्ञों में थे - डा० महेश्वरी प्रसाद (वाराणसी), डा० टी०डी०एस० आलोक (शिमला), डा० अमरनाथ पांडेय
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