Book Title: Sramana 2000 10
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 187
________________ १८२ मातृश्री रेणुदेवी जैन भोजनशाला पूज्य आचार्यश्री राजयशसूरीश्वर जी म.सा० एवं बेन महाराज की प्रेरणा से विद्यापीठ में वाराणसी निवासी श्री निर्मलचन्द जी गांधी एवं उनके परिवार द्वारा प्रदत्त १ लाख ५१ हजार रुपये के आर्थिक सहयोग से मातुश्री रेणुदेवी जैन भोजनशाला का शुभारम्भ हुआ जिसका उद्घाटन ८ नवम्बर को श्री निर्मलचन्द जी गांधी और उनकी धर्मपत्नी ने किया। भोजनशाला के लिये ११०१/- रुपये प्रति मिति निर्धारित किये गये हैं। वर्ष भर की सभी ३६० मितियों के लिये दानदाताओं के नाम प्राप्त हो चुके हैं जिनमें से २१८ मितियों के लिये २४११४४/ - रुपये संस्थान को मिल भी चुके हैं तथा शेष मितियों के लिये अभी धनराशि प्राप्त होना बाकी है। मितियों के संग्रह और विद्यापीठ की शैक्षणिक गतिविधियों से स्थान-स्थान पर जैन समुदाय को परिचित कराने के उद्देश्य से आचार्यश्री के साथ विहार में संस्थान के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ० अशोककुमार सिंह, डॉ० श्रीप्रकाश पाण्डेय, डॉ. विजयकुमार जैन एवं डॉ० सुधा जैन समय-समय पर जाते रहे हैं। डॉ० पाण्डेय हनुमना और रीवा, डॉ० अशोककुमार सिंह सतना; डॉ. विजयकुमार एवं डॉ. सुधा जैन कटनी और जबलपुर में आचार्यश्री के साथ रहे। आचार्यश्री के सिवनी, नागपुर और आकोला प्रवास में भी डॉ० अशोक जी साथ रहे हैं। आचार्यश्री के प्रेरणा से उक्त स्थानों से विद्यापीठ की उक्त भोजनशाला के लिये मितियां व कूपन के माध्यम से अन्य आर्थिक सहयोग प्राप्त हो रहा है। मातुश्री रेणुदेवी जैन भोजनशाला में दानदाताओं की नामावली दाता का नाम तिथि मिति स्थान संख्या श्री प्रवीणचन्द्र सुमतिचन्द्र गांधी वाराणसी श्री मंगलचन्द ज्ञानचन्द्र चण्डालिया श्रीमती विमलाबेन केशरचन्द नाहर श्रीमती गुलाबबेन सी० शाह माघ सुदि श्रीमती ताराबेन रसिकलाल तापड़िया श्री पूनमचन्दजी.पी० कुमार बरड़ श्रीमती स्वर्णलता कुमारी बोथरा बीकानेर, भदोही| श्रीमती राजश्री वैद भाद्रपद सुदि ३ १/२ दिल्ली श्री तिलकचन्द जैन १ . इलाहाबाद श्री भूपेन्द्रनाथ जैन फरीदाबाद श्री ज्ञानचन्द जी छाजेड़ आगरा १२. श्रीमती पल्लवीबेन के० सरवैया - ९. १०. ११. . मुम्बई Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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