Book Title: Shrutsagar Ank 1999 01 008 Author(s): Manoj Jain, Balaji Ganorkar Publisher: Shree Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba View full book textPage 1
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र एवं आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमन्दिर का मुखपत्र श्रुत सागर आशीर्वाद : राष्ट्रसंत जैनाचार्य श्रीपद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. वर्ष ३, अंक ८, माघ २०५५, जनवरी १९९९ सम्पादक डॉ. बालाजी गणोरकर मनोज जैन वृत्तान्त सागर राष्ट्र सन्त आचार्यदेव श्री पद्मसागरसूरि महाराज का भव्य चातुर्मास सम्पन्न प.पू. शासन प्रभावक आचार्य श्रीमत् पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. का श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र कोबा तीर्थ में वर्षावास व्यतीत हुआ. आपके सान्निध्य में अनेक आराधनाएँ सम्पन्न हुई. आपने ओजस्वी वाणी के माध्यम से हजारों लोगों को सन्मार्ग दिखाया है. धर्मबिन्दु प्रकरण के उपर प्रत्येक रविवार को जाहिर प्रवचन प्रभावकारी सिद्ध हुए हैं. भाविकों ने इन प्रवचनों से जीवन को मधुर एवं धार्मिक बनाने की कला हस्तगत की है. आचार्यश्री की पावन निश्रा में पर्व पर्युषण की सुन्दरतम तप एवं आराधनायें सम्पन्न हुईं. उपवास, छठ्ठ-अट्ठम के साथ चौसठ प्रहरी पौषध अट्ठाईयाँ इत्यादि करके आराधकों ने आत्मशुद्धि का प्रकाश पाया. पूज्यश्री के श्रीमुख से पर्व पर्युषण के दिनों में हजारों लोगों ने प्रवचन श्रवण का अनमोल लाभ लिया. देवद्रव्यादि की सुन्दर उपज हुई तथा परमात्मा की आठों दिन सुन्दर अंगरचना के साथ भक्ति भावनामय वातावरण बना रहा. For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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